उत्तराखंड परिपेक्ष में बसिंगू/अडोसा की सब्जी , औषधीय उपयोग व व अन्य उपयोग और इतिहास
History of Wild Plant Vegetables Agriculture and Food in Uttarakhand -8
उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --48
History of Agriculture , Culinary , Gastronomy, Food, Recipes in Uttarakhand 48
आलेख : भीष्म कुकरेती
विधि
Copyright @ Bhishma Kukreti 2/11/2013
References
Dr. Shiv Prasad Dabral, Uttarakhand ka Itihas 1- 9 Parts
Dr K.K Nautiyal et all , Agriculture in Garhwal Himalayas in History of Agriculture in India page-159-170
Anup Mishra , Agriculture in Chalolithic Age in North-Central India
Chitranjan Kole , 2007 , Oilseeds
William Shurtleff , Akiko Aoyagi 2010, History of Soyabeans and Syfood in South Asia / Indian subcontinent (1665-)
Notes on History of Culinary, Gastronomy in Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Pithoragarh Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Doti Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Dwarhat, Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Pithoragarh Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Champawat Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Nainital Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Almora, Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Bageshwar Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Udham Singh Nagar Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Chamoli Garhwal Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Rudraprayag, Garhwal Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Pauri Garhwal, Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Dehradun Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Tehri Garhwal Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Uttarakhand Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Haridwar Uttarakhand;
( उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; पिथोरागढ़ , कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;चम्पावत कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; बागेश्वर कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; नैनीताल कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;उधम सिंह नगर कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;अल्मोड़ा कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; हरिद्वार , उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;चमोली गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; रुद्रप्रयाग गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; देहरादून गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तरकाशी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; हिमालय में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तर भारत में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तराखंड , दक्षिण एसिया में कृषि व भोजन का इतिहास लेखमाला श्रृंखला )
Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Pauri Garhwal, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Chamoli Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetablesMalabar Nut (Adhatoda vasica) in Rudraprayag Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wildedible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Tehri Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Uttarkashi, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Pithoragarh,Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Almora, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Bageshwar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Nainital, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Champawat , Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatodavasica) in Haridwar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Dehradun Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;Notes on History /Origin /introduction of wild ediblevegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Udham Singh Nagar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;
History /Origin /introduction, Economic Uses of Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Uttarakhand context
उत्तराखंड परिपेक्ष में जंगल से उपलब्ध सब्जियों का इतिहास -8 History of Wild Plant Vegetables Agriculture and Food in Uttarakhand -8
उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --48
History of Agriculture , Culinary , Gastronomy, Food, Recipes in Uttarakhand 48
आलेख : भीष्म कुकरेती
बसिंगू का बनस्पातिक नाम Adhatoda vasica है। Adhatoda का तमिल में अर्थ होता है जो बकरियों को दूर रखे !
संस्कृत नाम -सिंहपुरी , वसाका
हिंदी नाम -अडोसा
गढ़वाली नाम -बसिंग /बसिंगु
बसिंगु का जन्म स्थल भारत है व सभी जगह पाया जाता है। हिमलाय के निम्न ढलानों में बसिंग / वसाका /अडोसा उगता है।
बसिंगु/ वसाका /अडोसा का औषधीय उपयोग 2500 सालों से हो रहा है। चरक संहिता में बसिंगु/ वसाका /अडोसा व इसकी औषधि का उल्लेख हुआ है।
बसिंगु/ वसाका /अडोसा का औषधीय उपयोग 2500 सालों से हो रहा है। चरक संहिता में बसिंगु/ वसाका /अडोसा व इसकी औषधि का उल्लेख हुआ है।
उत्तराखंड की पहाड़ियों में बसिंगु/ वसाका /अडोसा का महत्वपूर्ण स्थान है।
बसिंगू की पत्तियां औषधी में कई प्रकार से काम आती हैं।
आंत्र कृमियों को खतम करने , स्वाश , ज्वर , जलन , पेशाब , खून के बहाव को रोकने , दांत के दर्द आदि , बच्चे पैदा होने के वक्त मंश पेशियों में खिंचाव कम करने , रक्त दाब कम करने , छाती की , मांश पेशियों की कई बीमारियों को ठीक करने में 2500 सालों से उपयोग होता आ रहा है
बसिंगु एक प्राकृतिक कीटनाशक भी है और बाड़ लगाने से किसान को दो फायदे होते हैं एक तो जानवरों से फसल बचती है दूसरे फसल के पास कीटनाशक भी खड़ा रहता है।
बसिंग की पत्तियां जितनी कड़ुई होती हैं फूल पराग उतने ही मीठे होते हैं। पुराने जमाने में जब शहद उत्पादन कृषि का एक मुख्य तो बसिंग से मधु उत्पादन में फायदा होता था।
Vegetable Recipe of Malabar Nut (Adhatoda vasica) buds
बसिउंग की कलियों की सब्जी
सामग्री
बसिउंग /बसिंगू की फूलबिहीन कलियाँ , फूल किसी भी प्रकार ना हों
बसिउंग /बसिंगू की फूलबिहीन कलियाँ , फूल किसी भी प्रकार ना हों
भांग के बीज या धनिया के बीज , जख्या
कटा प्याज यदि जरूरत समझते हैं
कडुआ तेल , नमक
धनिया ,भांग के बीज , जीरा , मिर्च , हरा धनिया, अदरक , लहसुन। हल्दी को सिलवट मी पीसकर बनाया पेस्ट या पिसे मसाले
पहले बस्युंग /बसिंगू की हरी कलियों को साफ़ करें जिससे कलियों में फूल कतई नही होने चाहिए। फूलों के अंदर कुछ विशेष कीड़े या मधु मखियाँ हो सकती हैं। कलियाँ बहुत ही कडुवी होती हैं।
बस्युंग या बसिंगू की कलियों को धो लें.
पारम्परिक ढंग में बस्युंग /बसिंगु को उबालकर टोकरी में पानी के झरने के नीचे रात भर रखा जाता था जिससे कलियों का कडुवापन दूर हो जाय।
आधुनिक विधि में कलियों को प्रेसर कुकर में पानी में दो तीन सीटी तक उबालें। कलियों को पकाने के लिए नही उबाला जाता बल्कि कडुवापन दूर करने के लिए पारम्परिक ढंग से भी उबाला जाता है।
उबली कलियों को ठंडा होने दें और फिर उबली कलियों को छानकर , निचोड़कर थाली में रखें। ठंडे पानी से बार बार निचोड़कर उबली कलियों को निचोड़ें।
निचोड़े उबली कलियों को बाल्टी में रात भर या बारह घंटों तक ठंडे पानी में रखें और पानी बदलते रहिये।
अब कलियों के पानी को निचोड़ें , ध्यान रखें कि कलियों के टुकड़े ना टूटें।
अब कढ़ाई ग्राम करें। कढ़ाई में तेल को गरम करें।
तेल में धनिया या भांग व जख्या का तड़कें । प्याज को छौंके।
अब बस्युंग /बसिंगु की कलियों को डालें और हिलाइये। फिर मसालों के पेस्ट या पिसे मसाले को नमक के साथ डालकर , सात -आठ मिनट तक पकाएं। सूखी सब्जी उतारने से पहले कटी मिर्च भी डालें। बस्युंग की तरीदार सब्जी नही बनायी जाती है।
चूने /मंडुवे/मकई या अन्य अनाज की रोटियों के साथ खाईये।
बस्युंग /बसिंगु का सुक्सा
कलियों को उसी तरह उबालें व उसी तरह पानी में रखें जैसे सब्जी बनाने के लिए विधि इस्तेमाल की जाती है। उबली कलियों को पहले रात को सुखाया जाता है और फिर धूप में सुखाया जाता है।
सुक्से की भाजी उसी तरह बनाई जाती है जैसे उबली कलियों की सब्जी।
बस्युंग /बसिंगु का आटा
बस्युंग /बसिंगु का आटा
बस्युंग /बसिंगु दुर्भिक्ष या भूखकाल में रोटी बनाने का भी आता था. बस्युंग /बसिंगुके सुक्से को पीसकर अन्य अनाजों के साथ मिलाया जाता था।
Copyright @ Bhishma Kukreti 2/11/2013
References
Dr. Shiv Prasad Dabral, Uttarakhand ka Itihas 1- 9 Parts
Dr K.K Nautiyal et all , Agriculture in Garhwal Himalayas in History of Agriculture in India page-159-170
B.K G Rao, Development of Technologies During the Iron Age in South India
V.D Mishra , 2006, Prelude Agriculture in North-Central India (Pragdhara ank 18)Anup Mishra , Agriculture in Chalolithic Age in North-Central India
Mahabharata
All Vedas
Inquiry into the conditions of lower classes of population
Lallan Ji Gopal (Editor), 2008, History of Agriculture in India -1200AD
K.K Nautiyal History of Agriculture in Garhwal , an article in History of Agriculture in India -1200AD
Steven A .Webber and Dorien Q. Fuller, 2006, Millets and Their Role in Early Agriculture. paper Presented in 'First Farmers in Global Prospective' , Lucknow
Joshi A.B.1961, Sesamum, Indian central Oil Seeds Committee , Hyderabad
Drothea Bradigian, 2004, History and Lore of Sesame , Economic Botany vol. 58 Part-3 Chitranjan Kole , 2007 , Oilseeds
P.S.Mehta, K.S.Negi, S.N. Ojha,2010,Nativa Plant genetic resources and traditional food of Uttarakhand Himalaya ...Indian Journal Of Natural Products and Resources, Vol 1(1) March 2010 page 89-96
K.S.Negi and R.D Gaur, 1994 Principal Wild Food Plants of Western Himalaya , Indian Forester
Gopinath Mohanty et all, 2007, Tappasu Bhallika of Orissa : Their Historicity and Nativity
Y .L .Nene ,2006, Indian Pulses Through Millenia, Asian Agri-History, Vol.10,No.3 (179-200)
K.T. Achaya, 1998, A Historical Dictionary of Indian Food
Michael Matern , A.A.Reddy Commercial Cultivation and Profitability in 2007, Lentil: An ancient Crop for Modern Time (edited by Shyam S. Yadav et all)
Danial Zohary et all, 2012, Domestication of Plants in old World: The Origin and Spread ....
Deka R.R. & Sarkar C.R.1990, Nutrient Composition and Anti Nutritional factors of Dolichos lablab,Food Chemistry Vol 38
Deka R.R. & Sarkar C.R.1990, Nutrient Composition and Anti Nutritional factors of Dolichos lablab,Food Chemistry Vol 38
Mehra K.L, 2000, History of Crop Cultivation in Prehistoric India (In Ancient and Medieval History of Indian Agriculture..)
A. D' Andrea et All, Early Domesticated Cowpea from central GhanaWilliam Shurtleff , Akiko Aoyagi 2010, History of Soyabeans and Syfood in South Asia / Indian subcontinent (1665-)
Helaine Selin , 2008, Encyclopedia of History of Science, Technology and Medicines
Watt, G. 1889, Dictionary of Economic Products of India
J.Janick,G.Caneva, 2004,The First Images of Maize in Europe
Amaranth:Modern Prospects for an Ancient Crop, National Research Council (US) s
G.J.H. Grubeen , 2004, Vegetables
Advances in Buckwheat Research (held at University of Agriculture, Prague August 2004)
Permindar Ratan and Priti Kothiyal, 2001, Fagopyrun esculentum , Moench (common buckwheat) edible plants of Himalayas : A review,Asian Journal of Pharmacy and Life Science (Vol-1)
Om Prakash , 2005, Cultural History of India
B.N.Shrivastava ,Potato in The Indian Economy , International Potato Center
Pushkar Nath, 1969, Potato in India
Roots and Tuber Crops , 2010 (edited by:J.E.Bradshaw)
B.Chandrasekaran et all, 2010 ,A Text Book of Agronomy
xx xx
Notes on History of Culinary, Gastronomy in Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Pithoragarh Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Doti Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Dwarhat, Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Pithoragarh Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Champawat Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Nainital Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Almora, Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Bageshwar Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Udham Singh Nagar Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Chamoli Garhwal Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Rudraprayag, Garhwal Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Pauri Garhwal, Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Dehradun Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Tehri Garhwal Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Uttarakhand Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Haridwar Uttarakhand;
( उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; पिथोरागढ़ , कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;चम्पावत कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; बागेश्वर कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; नैनीताल कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;उधम सिंह नगर कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;अल्मोड़ा कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; हरिद्वार , उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;चमोली गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; रुद्रप्रयाग गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; देहरादून गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तरकाशी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; हिमालय में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तर भारत में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तराखंड , दक्षिण एसिया में कृषि व भोजन का इतिहास लेखमाला श्रृंखला )
Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Pauri Garhwal, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Chamoli Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetablesMalabar Nut (Adhatoda vasica) in Rudraprayag Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wildedible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Tehri Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Uttarkashi, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Pithoragarh,Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Almora, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Bageshwar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Nainital, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Champawat , Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatodavasica) in Haridwar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Dehradun Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;Notes on History /Origin /introduction of wild ediblevegetables Malabar Nut (Adhatoda vasica) in Udham Singh Nagar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;
No comments:
Post a Comment
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments