चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
अधिकारी - मेरि जान नि खा ! तू गरीबी रेखा तौळ ऐइ नि सकदी !(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
लखपति -ह्यां पण म्यार नाम म्यार बुबान लखपति इलै धौर छौ कि सैत च हम तैं द्वी टैम खाणा नसीब ह्वे जावो !
अधिकारी -मीन सौ दैं बोलि याल लखपत्यूं हजारपत्यूं तैं हम गरीबी रेखा तौळ वाळ याने बीपीएल सर्टिफिकेट नि दे सकदां।
लखपति -पण .... !
अधिकारी -हवलदार ये आदिम तैं गां से भैर छोड़ि आ यु सरकारी कामु मा अड़चन डळणु च।
हवलदार -चल साला गांव की सरहद से भैर चल जा हाँ , निथर त्वै पर उपद्रव मचाणै धारा लगै द्योल हां !
लखपति - जांद छौं ! जांद छौं
हवलदार -पता नि यूं लखपत्यूं तैं शरम ल्याज बि नी च जु बीपीएल मा आण चांदन।
लखपति - जांद छौं ! जांद छौं
हवलदार -पता नि यूं लखपत्यूं तैं शरम ल्याज बि नी च जु बीपीएल मा आण चांदन।
गरीबदास -समनैन साब ! यि ल्यावो म्यार कागजात !
अधिकारी -हूं त त्यार क्वी सगा संबंधी बि नी जु तेरि देख भाळ कौर साक !
गरीब दास - सात भाई ह्वे छा पण क्वी ये रोगन मोर त क्वी हैंक रोगन मोर।
अधिकारी -पण तेरी घरवळि त छैं च ?
गरीब दास -हां चौथु बच्चा जणद दैं वीं पर लकवा मारि गे। तीन बच्चों देख भाळ नि ह्वे सकणि च।
अधिकारी -हां तू बीपीएल लैक नागरिक छे
गरीबदास - जुग जुग जिओ साब ! तुमर ड्यार छपन भोगुं बरखा हूणि रैन !
अधिकारी -हैं ! गरीबदास त्यार नाम पर त एक पक्कु मकान च ?
गरीबदास -साब इख पहाड़ि गाउँ मा मकान नि ह्वाल त हर साल सैकड़ों लोग ठंड से मरि जाला।
अधिकारी -नै नै ! पण जैमा पक्कु मकान होलु वै तैं हम बीपीएल मा नि डाळि सकदां
गरीबदास -साब वो मकान तो थोकदार जीन म्यार पड़दिदा तैं थोकदार जी कुण पख्यड़ खोदिक पुंगड़ बणाणो मजदूरी मा दे छौ।
अधिकारी - मि कुछ नि जाणदु नियमक हिसाब से जैम पक्कु मकान ह्वावो वो बीपीएल स्कीम मा नि ऐ सकुद
गरीबदास - साब अब तुमि कुछ कारो।
अधिकारी -सॉरी गरीबदास ! तू बीपीएल मा नि ऐ सकदी। हवलदार ! गरीबदास तै भैरौ रस्ता दिखावो
गरीबदास -रण द्या मि अफिक जांदु। अरे गढ़वाळम क्वी मौ इन नि ह्वे सकदी जैक एक भितर नि ह्वावो तो …।
अधिकारी -हैंक प्रार्थी तैं बुलावो
निखण्या दास -ल्या साब सौब कागजात लयां छन।
अधिकारी - हाँ तीम त पक्कु मकान बि नी च।
निखण्या दास -साब अपण पक्कु मकान नि हूण से पोरु साल ठंडन एक नौन मोर अर परार दूधि नौनु मोर ! झुपड़ा मा ठंड भौत हूंद
अधिकारी -हां तू अवश्य ही बीपीएल लायक नागरिक छे
निखण्या दास - जुगराज रयां साब !
निखण्या दास - जुगराज रयां साब !
अधिकारी -अरे ! पर तुमर नाम पर त एक साइकल च
निखण्या दास - वूंक कफ़न लगलि या सैक़ल जौन फोकट मा दे छे । परार एक सरकारी स्कीम ऐ छे कि नौन्युं तै सरकार से फ्री सैकल मीललि। छै मील से हम वीं साइकल तै जनकेक ल्है छा . अब हमर क्षेत्र मा सड़क बि नि छन त साइकल दिवतौं मूरत जन पडीं च।
निखण्या दास - वूंक कफ़न लगलि या सैक़ल जौन फोकट मा दे छे । परार एक सरकारी स्कीम ऐ छे कि नौन्युं तै सरकार से फ्री सैकल मीललि। छै मील से हम वीं साइकल तै जनकेक ल्है छा . अब हमर क्षेत्र मा सड़क बि नि छन त साइकल दिवतौं मूरत जन पडीं च।
अधिकारी -मि कुछ नि जाणदु। सरकारी हिसाब से त्यार परिवार साइकल मालिक च। अर साइकल मालिक बीपीएल स्कीम मा नि गणे सक्यांद। जा भैर जा।
निखण्या दास - साब वीं साइकलौ हमन करण क्या च जब उक दस मील तलक सड़क ही नि छन।
निखण्या दास - साब वीं साइकलौ हमन करण क्या च जब उक दस मील तलक सड़क ही नि छन।
अधिकारी - मि कुछ नि जाणदु। हवलदार ! निखण्या दास तैं भैरो रस्ता दिखावो ! हाँ ! त ग्राम प्रधान जी अब आप समिण बैठो !
ग्राम प्रधान - जी ब्वालो !
अधिकारी -प्रधान जी ! हम तै टारगेट मिल्युं च कि हरेक ग्राम सभा से द्वी परिवार बीपीएल मा पंजीकृत हूण चएंदान । .
ग्राम प्रधान -द्वी परिवार बीपीएल लायक छैं छन ना। ल्या ऊंक कागजात !
ग्राम प्रधान -द्वी परिवार बीपीएल लायक छैं छन ना। ल्या ऊंक कागजात !
अधिकारी (कागज पतर देखिक )-कागज तो बिलकुल सही छन। सही माने मा बीपीएल लायक नागरिक। कु कु छन यी परिवार ?
ग्राम प्रधान -एक म्यार भतिजु च अर दुसर सरपंच जीक साडु भाइक स्याळु च। कागजात मा यी द्वी बिलकुल सहारा विहीन छन।
अधिकारी -ठीक च। हवलदार तैं दक्षिणा दे द्वावो।
ग्राम प्रधान हवलदार तैं कूण्याम लिजांद - हवलदार जी बीपीएल पंजीकरण की कथगा दक्षिणा च ?
हवलदार - ये मैना बिटेन दस हजार रुप्या प्रति पंजीकरण
प्रधान - हैं ! पोर त पांच हजार रुप्या छौ
हवलदार -प्याजौ भाव द्याख च ? कथगा बढ़ी ग्यायी ?
ग्राम प्रधान -ठीक च। ल्या दस हजार रुप्या।
हवलदार - अधिकारी जी ! प्रधान जी तैं द्वी बीपीएल सर्टिफिकेट दे द्यावा !
Copyright@ Bhishma Kukreti 17/11/2013
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