उत्तराखंड परिपेक्ष में बथुआ की सब्जी , औषधीय उपयोग व अन्य उपयोग और इतिहास
History of Wild Plant Vegetables , Agriculture and Food in Uttarakhand -10
उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --50
History of Agriculture , Culinary , Gastronomy, Food, Recipes in Uttarakhand -50
आलेख : भीष्म कुकरेती
सामग्री
Copyright @ Bhishma Kukreti 4/11/2013
Notes on History of Culinary, Gastronomy in Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Pithoragarh Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Doti Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Dwarhat, Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Pithoragarh Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Champawat Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Nainital Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Almora, Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Bageshwar Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Udham Singh Nagar Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Chamoli Garhwal Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Rudraprayag, Garhwal Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Pauri Garhwal, Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Dehradun Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Tehri Garhwal Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Uttarakhand Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Haridwar Uttarakhand;
( उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; पिथोरागढ़ , कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;चम्पावत कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; बागेश्वर कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; नैनीताल कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;उधम सिंह नगर कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;अल्मोड़ा कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; हरिद्वार , उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;चमोली गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; रुद्रप्रयाग गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; देहरादून गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तरकाशी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; हिमालय में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तर भारत में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तराखंड , दक्षिण एसिया में कृषि व भोजन का इतिहास लेखमाला श्रृंखला )
Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa in Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Pauri Garhwal, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild ediblevegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Chamoli Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Rudraprayag Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Tehri Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa in Uttarkashi, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables in Pithoragarh,Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables in Almora, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Bageshwar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Nainital, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Champawat , Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; Notes on History /Origin /introduction of wild ediblevegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa in Haridwar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables in Dehradun Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;Notes on History /Origin /introduction of wild ediblevegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa in Udham Singh Nagar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;
History /Origin /introduction, Economic Uses of Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa (chenopodium abum ) in Uttarakhand context
उत्तराखंड परिपेक्ष में जंगल से उपलब्ध सब्जियों का इतिहास -10 History of Wild Plant Vegetables , Agriculture and Food in Uttarakhand -10
उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --50
History of Agriculture , Culinary , Gastronomy, Food, Recipes in Uttarakhand -50
आलेख : भीष्म कुकरेती
हिंदी व उत्तराखंडी स्थानीय नाम -बथुआ , बेथु
संस्कृत नाम -वस्तुका:
चीनी नाम -ताक
बथुआ एक गेहूं में पाये जाने वाला खर पतवार है। बथुआ की दूसरी प्रजाति का वर्णन हिमालयी चीन में 2500 -1900 BC में मिलता है. अत: सकते हैं कि बथुआ उत्तराखंड में प्रागैतिहासिक काल से पैदा होता रहा है। यूरोप में इसका अस्तित्व 800 BC में था। वैज्ञानिक बथुआ का जन्मस्थान यूरोप मानते हैं। हिमालय की कई देसों में बथुवा की खेती भी होती है। डा के.पी. सिंह ने लिखा है कि बथुवे का जन्मस्थल पश्चिम एसिया है। शायद बथुआ का कृषिकरण चीन व भारत -नेपाल याने मध्य हिमालय में शुरू हुआ। अनुमान है कि बथुवा के बीज चालीस साल तक ज़िंदा रह सकते हैं।
आयुर्वैदिक साहित्य जैसे भेल संहिता (1650 AD ) में बथुवे का आयुवैदिक उपयोग का उल्लेख है (K.T Acharya , 1994, Indian Food)।
साधारणतया बथुआ का पौधा तीन फीट तक ऊंचा होता है किन्तु 6 फीट ऊंचा बथुआ भी पाया जाता है।
प्राचीन काल में बथुआ के बीजों को अन्य अनाजों के साथ मिलाकर आटा बनाया जाता था।
फसलों के साथ बथुवा के पौधे कीटनाशक का कार्य भी करते हैं। कई कीड़े गेहूं को छोड़ बथुवा हो जाते हैं और गेंहूं कीड़ों की मार से बच जाते हैं।
मुर्गियों का चारा
बथुवा बीज मुर्गियों चारे के रूप में उपयोग होता हैं।
वैकल्पिक अनाज
बथुवा के बीजों से आटा से बनाया जाता है जो वैकल्पिक अनाज के रूप में उपयोगी है। हिमाचल व उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में बथुवा के आटे से लाबसी भी बनाई जाती है।
कहीं कहीं बथुवा के बीजों का उपयोग शराब बनाने में भी होता है।
बथुवा की सब्जी
बथुवा का उपयोग पालक जैसे ही हरी सब्जी के रूप में उपयोग होता है। आलू , प्याज या अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर मिश्रित सब्जी बनाने का भी रिवाज सामान्य है।
पहाड़ों में बथुवा के पत्तों से धपड़ी भी बनाई जाती है।
बथुवा के पराठे भी बनाये जाते हैं.
बथुवे से उपचार
बथुवे की हरी पत्तियां कच्चा चबाने से मुंह के छाले , दुर्गन्ध कम करने हेतु उपयोग होता है। ( सही जानकारी डाक्टर टर से ही लें )
बथुवे का आयुर्वैदिक उपयोग कब्ज , बबासीर , जुकाम, कृमि रोग आदि बीमारियों में भी किया जाता है
सावधानी - बथुवा में ऑक्सेलिक अधिक ऐसिड होता है अत: बथुवा का उपयोग अधिक मात्रा में नही किया जाता है। यही कारण है कि बथुवा पालक का स्थान नही ले सका है। गर्भवती स्त्रियों को बथुवा नही खाना चाहिए।
बथुवा की धपड़ी /कपिलु /काफुली /फाणु
करी बनाने के लिए - आधा छोटी कटोरी चावल /झंगोरा या गहथ /गहथ के पेस्ट की करी को फाणु कहते हैं
बथुवा - दो गड्डी कटा बथुवा
सिलवट में पिसे या सूखे पिसे मसाले -धनिया , मिर्च , हल्दी , हींग जीरा , , नमक। कटे टमाटर , अदरक , लहसुन
छौंका/तलने की सामग्री - सरसों का तेल ,जीरा या जख्या , भांग के बीज हों तो लाजबाब , दो लाल मिर्च
कटा हरा धनिया
गरम मसाले - पाव चमच से कम
विधि
करी बनाने के लिए यदि गहथ इस्तेमाल करें तो कम से कम छह घंटे भिगायें। यदि चावल या झंगोरा का इस्तेमाल हो तो दो घंटे तक भिगायें। गहथ , चावल या झंगोरे को पीसकर पेस्ट (मस्यट ) बना लें।
पहले कढ़ाई में तेल गरम करें। जीरा , धनिया , जख्या , भांग जिसका भी छौंका देना हो उसे तेल में डालें और लाल रंग होने तक तलें । मिर्च तल कर अलग रख दें।
गहथ या चावल /झंगोरा के पेस्ट को तेल में डालें और थोड़ा तलें और फिर मसाले के पेस्ट , कटे टमाटर या अपने स्वाद के हिसाब से पिसे मसाले नमक डालें। थोड़ा थोड़ा हिलाते रहें और फिर पानी डाल दें। पानी उतना ही डालें जितना आपको गाढ़ा बनाना है। एक बार थड़कने दें। अब कटा बथुवा डालें। ढक दें और 8 -10 मिनट तक उबालते रहिये।
उतारने से पहले हरा धनिया व मिश्रित गरम मसाला डालें। फिर उतार दें। ढक दें
बथुवा की धपड़ी /कपिलु /काफुली आप चावल , झंगोरा या रोटी के साथ खा सकते हैं।
बथुवा की धपड़ी /कपिलु /काफुली आप चावल , झंगोरा या रोटी के साथ खा सकते हैं।
दूसरी विधि में बथुवा व पेस्ट को साथ साथ भूनते हैं .
Copyright @ Bhishma Kukreti 4/11/2013
xx xx
Notes on History of Culinary, Gastronomy in Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Pithoragarh Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Doti Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Dwarhat, Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Pithoragarh Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Champawat Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Nainital Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Almora, Uttarakhand;History of Culinary,Gastronomy in Bageshwar Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Udham Singh Nagar Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Chamoli Garhwal Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Rudraprayag, Garhwal Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Pauri Garhwal, Uttarakhand; History ofCulinary,Gastronomy in Dehradun Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Tehri Garhwal Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Uttarakhand Uttarakhand; History of Culinary,Gastronomy in Haridwar Uttarakhand;
( उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; पिथोरागढ़ , कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;चम्पावत कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; बागेश्वर कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; नैनीताल कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;उधम सिंह नगर कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;अल्मोड़ा कुमाऊं उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; हरिद्वार , उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ;चमोली गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; रुद्रप्रयाग गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; देहरादून गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तरकाशी गढ़वाल उत्तराखंड में कृषि व भोजन का इतिहास ; हिमालय में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तर भारत में कृषि व भोजन का इतिहास ; उत्तराखंड , दक्षिण एसिया में कृषि व भोजन का इतिहास लेखमाला श्रृंखला )
Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa in Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Pauri Garhwal, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild ediblevegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Chamoli Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Rudraprayag Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Tehri Garhwal Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa in Uttarkashi, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction ofwild edible vegetables in Pithoragarh,Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables in Almora, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Bageshwar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Nainital, Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; History /Origin /introduction of wild edible vegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa i in Champawat , Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context; Notes on History /Origin /introduction of wild ediblevegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa in Haridwar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;Notes on History /Origin /introduction of wild edible vegetables in Dehradun Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;Notes on History /Origin /introduction of wild ediblevegetables Fat Hen or Lambsquarters , Bathuwa in Udham Singh Nagar Uttarakhand, Middle Himalaya , North India, South Asia context;
No comments:
Post a Comment
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments