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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Sunday, September 29, 2013

सि ऑर्गेनिक कुखुड़ भौति घमंडी ह्वे गेन हाँ !

चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती 
  
[जगा- कनवेंसनल पोल्ट्री फ़ार्म , अर समणी ऑर्गेनिक केज फ्री मा कुखुडु डार (समूह ) ]

पौल्ट्री फ़ार्म कु एक कुखुड़ - अजकाल इ ऑर्गेनिक कुखुड़ भौति घमंडी ह्वे गेन  हाँ !
 पौल्ट्री फ़ार्म कु हैंक  कुखुड़ -हाँ यूंक घमंड देखिक त ज्यु बुल्यांद बल यूंका लेग-टंगड़ी  बगैर केमिकल लगैक बुकै जौं हाँ !
पैलु कुखुड़ - द्याख नि वा ऑर्गेनिक ख्वाळै  काळी मुर्गी पैल द्वी चार दिन मी पर लाइन मरणि राइ अर मी बि इख बिटेन वीं तैं मोडर्न प्रेम गीत सुणाणु रौ 
दुसुर कुखुड़ -हाँ ! तब त तु मि तैं बि बिसर गे छै कि त्यार बि क्वी दगड़्या च !
पैलु कुखुड़ -सची ! आइ वाज इन डीप लव विद दैट ऑर्गेनिक हेन।  
दुसुर कुखुड़ -अब क्या ह्वे ?
पैलु कुखुड़ -सालि तै उखि ऑर्गेनिक मुर्गा मिल ग्याइ।  अब पता क्या बुलणि छे वा घमंडी मुर्गी ?
दुसुर कुखुड़ -क्या ?
पैलु कुखुड़ -हमर  अपण संस्कृति से बहुत प्रेम करदां  त मि कनवेंसनल मुर्गा दगड़ पल्लाबंद नि कौर सकुद।  अब वा वै ऑर्गेनिक मुर्गा की कलंगी पर फ़िदा च।  साली ! धोखेबाज !
दुसुर कुखुड़ -ह्याँ ! पण इख बिटेन हम कनवेंसनल  केज्ड मुर्गा खालि प्रेम गीत गै सकदां पण मुर्गी नि पै सकदा !
पैलु कुखुड़ -यू हमर मालिकौ भौत बड़ो अत्याचार च हां कि हम भैर ऑर्गेनिक मुर्ग्युं देखिक प्रेम गीत त गै सकदा पण कै बि मुर्गी से ब्यौ नि कौर सकदां. 
दुसुर कुखुड़ -अरे वु हमर दगड़ पैदा हुयां ऑर्गेनिक मुर्गा हम तैं चिरड़ांद बि छन कि हम कनवेंसनल  केज्ड चिकन सब इकजनि   रंग का छंवां।  
पैलु कुखुड़ -हाँ यार ! हमर सबि अंडा अर चुजौं साइज -वेट -रंग एकि हूंद अर हम जवान कुखुडुं बि आकार , भार , रंग सब इकजसि हूंद  तबि त सि ऑर्गेनिक कुखुड़ हम तै चिढ़ान्दन कि वी केज्ड चिकेन डू नौट हैव वेरिएसन। 
दुसुर कुखुड़ -अर उख ऑर्गेनिक कुखुड़ खाना मा नजर मारो त हरेक अंडा अलग दिखेंद , हरेक चूजा दूर से पछणे जांद अर जवान मुर्गी -मुर्गा बि आकार , भार , रंगमा अलग अलग हूंदन। 
पैलु कुखुड़ -हां भै हमर इख इकसनि पन  से भौत बोरियत हूंद।  
दुसुर कुखुड़ -अरे हमर त हौर बि बुरा हाल छन खाण -पीण -नयाण-धुयाण मा बि  रोज समानता च।  इख तलक कि रोज एकि फैक्ट्री क चिकेन फूड खै खैक बिखळाण ऐ जांद। अर अत्याचार या च कि  हम पर हर दुसुर दिन ज्वा दवा छिड़के जांद वांक गंध -बास बि इकसनि हूंद, हमर पोल्ट्रीफ़ार्म भितर तापमान बि एकसमान रौंद।   आइ ऐम फ्यड अप विद दिस मोनोटोनी ! 
पैलु कुखुड़ -अर ऊं ओरगेनिक कुखुड़ू मजा छन सुबेर उठिक पुंगडु  जांदन।  बनि बनि अनाज टीपि खांदन , अलग अलग ढंग का कीड़ -मक्वड़ खांदन। एक पुंगड़ बिटेन दुसुर पुंगड़ उडिक जांदन। अलग अलग  तापमान अर जलवायु का मजा लींदन।  अरे प्राकृतिक माटु मा रबोड़्यांदन अर भौं भौं किस्मौ बरखा मा नयांदन।  फिर अलग अलग बगतौ सुरजौ किरणु से विटामिन डी लींदन।  बीमारी होय तो प्राकृतिक दवाओं से उपचार होंद। 
दुसुर कुखुड़ -अर हम तैं त इन्जेक्सनो से  सुख्यर रखे जांद।
पैलु कुखुड़ - तबि त वै छवाड़ो ऑर्गेनिक चूजा बि हमर समणी बडो रौब दाब दिखांदु . 
दुसुर कुखुड़ -हां दिखाणि च यूंन घमंड ! पता च एक दैं हमर पौल्ट्री फ़ार्म की खिड़कि मा एक स्याळ नि ऐ छौ। 
पैलु कुखुड़ -हाँ हाँ ! कुछ तो बुलणु छौ वु स्याळ ! 
दुसुर कुखुड़ -अरे वु स्याळ  बुलणु छौ बल सब्जी मंडी मा ऑर्गेनिक कुखुडुं कीमत हम कनवेंसनल या केज्ड कुखुड़ु से तीन गुना जादा च। 
पैलु कुखुड़ -बतावो ! हम पर यु अत्याचार नी च कि ऑर्गेनिक कुखुडुं कीमत हम कनवेंसनल या केज्ड कुखुड़ु से तीन गुना जादा च।
दुसुर कुखुड़ -यि मनिख बेवकूफ होला क्या ? 
पैलु कुखुड़ -बुल्दा त यि  इन छन बल मनिख सबसे दिमागदार जानवर च बल। 
दुसुर कुखुड़ -त फिर ऑर्गेनिक कुखुडुं कीमत जादा किलै च ?
पैलु कुखुड़ -भै मीन सूण बल स्वास्थ्य का हिसाब से ऑर्गेनिक कुखुड़ बल जादा स्वास्थ्यवर्धक हूंदन  बल।   
दुसुर कुखुड़ -पण हमर स्वास्थ्य से मनिखुं क्या लीण दीण ?
पैलु कुखुड़ -वी त बुलणु छौं मि कि हम कुखुडुं स्वास्थ्य से मनिखुं तैं क्या लीण दीण ? 
दुसुर कुखुड़ -अच्छा चल छोड़ यूं बेवकूफ मनिखुं छ्वीं।  वा ऑर्गेनिक ख्वाळै भूरिण  मुर्गी मि तैं दिखणि च जरा मि लाइन मारदु।  कुखडु कू कू …  
पैलु कुखुड़ -अरे ऑर्गेनिक ख्वाळै ललणि मुर्गी मि तै दिखणि च मी बि जरा लाइन मरदु।   कुखडु कू कू …  


                          
      
Copyright@ Bhishma Kukreti  29  /9/2013



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