चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
कुछ शब्द , मुहावरा , वाक्य बड़ा गम्भीर छा अर मनमा पवित्र छवि बणाँदा था। अब यूँ शब्दों कीमत घटि गे , अब यूं शब्दुं से घीण लगद , अब इन शब्द सुणिs उकै -उल्टि हूण बिसे जांद , इन शब्दों नाम सूणिs मन खट्टो ह्वे जांद।
एक जमानो थौ जब देश का सरकारी दलौ नेता अर मुख्य विरोधी दलौ नेता कुछ ब्वालन धौं बल सरा भारत मा लोग चित्वळ ह्वे जांद था अर अब ? अब तआजौ नेता संयुक्त राष्ट्र संघ मा भारत तैं सबि राष्ट्रुं बुबा बि घोषित करि द्यावन त हम समजदवां यु नेता मजाक मा जोक्स सुणाणु होलु। अब जब क्वी नेता मंदिर , मस्जिद जांद त हमर मनमा भक्ति भाव नि भर्यांद बल्कणम भगवान अर खुदा पर इ विश्वास ख़त्म ह्वे जांद। अब नेता मन्दिर -मस्जिद पूजा वास्ता नि जांदन पण पत्रकारों द्वारा अपण छवि मरोम्मत करणों बान जांद।
एक बगत थौ जब क्वी नेता इफ्तार पार्टी दींद थौ त हम माणदा छा कि ये नेता की मनमा या धार्मिक भावना च ,"अल्लाहुमा इन्नि लका सुमतु वा अल्ला रिजकिका अफतारतु। याने हे अल्ला मीन यु व्रत (रोजा ) त्यार बान धार अर त्यार आशीर्वाद से ही मि वर्त तुड़णु छौं या तयार दियुं खाणक से वर्त ख़त्म करणु छौं " अर अब ? अब जनि समाचार आंद बल फलण नेता की आज इफ्तार पार्टी च त हमर दिमाग मा झट से विचार आंद बल यु नेता मुसलमानुं तैं शत प्रतिशत बेवकूफ बणाणो इफ्तार पार्टी दीणु च। अर इन लगद कि इफ्तार पूजा मा यु नेता जरुर खुदा से इन मंगणु होलु ,"हे खुदा यूँ मुसलमानुं तैं बेवकूफ बणा अर म्यार वोट बैंक बढ़ा । ". अब नेताओं की इफ्तार पार्टी राजनीतिक घोच -पेंच -डाव -पेंच 'को अश्त्र, नाटक , स्वांग ह्वे गे। इन मा नेताओं की इफ्तार पार्टी की गम्भीरता ही ख़त्म ह्वे।
एक शब्द च 'मुसलमानों का हितैसी। जब बि क्वी नेता इन बुल्दु बल 'मि मुसलामानुं हितैषी छौं " त मि क्या सरा भारत समजद बल यु नेता मुसलमानुं तैं वोट देवी क मन्दिरौ बान 'बली कु बुगठ्या' माणदु।
एक शब्द च 'सेक्युलर ' या 'धर्म निरपेक्ष ' । स्वतन्त्रता उपरान्त जथगा बेज्जती 'सेक्युलर ' या 'धर्म निरपेक्ष ' शब्द या सिद्धांत की ह्वाइ उथगा कै बि शब्द की नि ह्वाइ। अब त अंगेजी शब्दकोश का संपादक , प्रकाशक बि घंगतोळ , गलत फहमी मा छन कि सेक्युलर शब्द की परिभाषा क्या लिखे जावो। अंगेजी शब्दकोश का संपादकौ समज मा नि आंद कि इन्डियन मुस्लिम लीग एक सेक्युलर पोलिटिकल पार्टी माने जांद अर इन्डियन हिन्दू लीग नॉन सेक्युलर पार्टी माने जांद। इंग्लिश इनसाइक्लोपीडिया का धुरंदर विद्वान् असमंजस्य मा बेहोश पड्या छन कि मायावती , नीतेश कुमार भौत सालुं तक भारतीय जनता पार्टी का बदौलत मुख्य मंत्री की कुर्सी कु भगव्या डिसाण मा फसोरिक पड्या रैन अर तैबर तलक त भारतीय जनता पार्टी एक शसक्त सेक्युलर पार्टी छे अर जनि यी लोग भाजापा से अलग ह्वेन तनि भाजापा नॉन सेक्युलर पार्टी ह्वे जांद ? फारुख अब्दुला, ममता बनर्जी या करुणा निधि का लोग जब तलक एन डी ए मा मंत्री रौंदन तब तलक भाजापा , शिव सेना, अकाली दल सेक्युलर पार्टी हूंदन अर जनि फारुख अब्दुला, ममता बनर्जी या करुणा निधि एन डी ए से भैर हॊन्दन तनि भाजापा , शिव सेना, अकाली दलनॉन सेक्युलर पार्टी ह्वे जांदन ?
शब्द या वाक्य अब अर्थहीन बि ह्वे गेन या बहुअर्थी ह्वे गेन। राजनैतिक दलुं मा एक शब्द च या जुमला च बल "हम सिद्धांतो की लड़ाई लड़ रहे हैं "। भारत वासी रौंका धौंकि करणा छन कि कैकु सिद्धांत ? क्या च वू सिद्धांत ? वै अणदिख्युं सिद्धांत कु उद्येश क्या च ? वु सिद्धांत कैकुण च ? कखम वु सिद्धांत लागू ह्वे ? अर जब क्वी राजनेता बयान दींदु बल "हम सिद्धांतो की लड़ाई लड़ रहे हैं " त जनता समजी जांद बल नेता जीs बुलणो मतबल च बल "हम कुर्सी के छीना -झपटी की लड़ाई लड़ रहे हैं "।
अब शब्दों या वाक्यों अर्थ ही बदल गेन। जब बि राजनैतिक पार्टी क्वी पार्टी बुल्दि बल हम 'गरीबों के लिए नई योजना लेकर आये हैं। "। त बुद्धिजीवी अर आम जनता समजी जांद कि अब भ्रष्टाचारी जानवरों हेतु नयो बुग्याळ कु बन्दोबस्त ह्वे ग्याइ अर जरुर निकट भविष्य मा अब नया चारा घोटाला , नया कॉमन वेल्थ गेम घोटाला , न्यू टू जी घोटाला , लेटेस्ट अभिनव, नयो कोयला घोटाला समिण आलु।
इनि उत्तराखंड मा बि कुछ शब्द अब हंसांद छन जन कि बुले जांद बल हम उत्तराखंड का विकास करला त हम सौब समजी जांदा अब तेजी से जल , जमीन अर जंगल भैर वाळु तै बिचे जालु।
एक शब्द पैल पीड़ा दायक शब्द माने जांद छौ अब यु शब्द लाफिंग गैसौ काम करदो अर चुंकि लोग मंहगाई का मारा हौंस नि सकदी त राजनेता ये शब्द से जनता तै हंसादन। यु शब्द च "उत्तराखंड से पलायन रोका जाएगा। "। जब बि क्वी उत्तराखंड को मंत्री या मुख्यमंत्री
सौं घटुद "उत्तराखंड से पलायन रोका जाएगा। ". त सबि जाण जांदन बल ये मंत्रीन या मुख्यमंत्रीन दिल्ली , गोवा , इलाहाबाद , मौरिसिस मा रिजॉर्ट/होटल खुलणो योजना बणै याल अर पहाड्युं तै अपण रिजॉर्ट/होटलम बैरा , भंडमजा रखणो तैयारी कौरि आल।
आज इनि भौत सा शब्दुं , मुहावरौं , जुमलौंक सही अर्थ हर्चि गेन अर यी शब्द अब राजनैतिक हथियार बणि गेन पण खुंडा हथियार ह्वे गेन। अब इन जुमला जोक्स -मजाक बणि गेन। अब यी शब्द हंसांद जादा छन।
Copyright@ Bhishma Kukreti 19 /9/2013
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