चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
किरायेदार - मेरि तुमर विज्ञापन मा रूचि च जै मा तुमन अपण टू बेड रूम हाल किराया पर दीणो जिकर कार।
मकान मालिक - अछा ! विज्ञापन मा रूचि च त विज्ञापनै कटिंग त तुमम होलि ना ?
किरायेदार -हाँ
मकान मालिक -त विज्ञापन द्याखो अर रूचि पूरि कर ल्यावो।
किरायेदार -नै नै मि तै टू बेड रूम हाल मा रूचि च।
मकान मालिक -ओ त इन ब्वालो कि तुम तैं टू बेड रूम हाल मा रूचि च !
किरायेदार -हाँ मि तैं ….
मकान मालिक -एक बात बताओ उत्तरकाशी मा मकान बणाणो बैंक लोन नि मील जु मकान किराया पर चयाणु च।
किरायेदार -नै मेरि देहरादून मा बड़ी कोठी च। मि सरकारी ट्रांसफर पर देहरादून अयुं छौं।
मकान मालिक -देखो ! जु तुम प्रोबेसन पर अंयाँ छा त डिपोजिट एक लाख रुपया , प्रमोसन पर अयाँ छा त डिपोजिट डेढ़ लाख रूप्या अर जु पनिशमेंट पर अयाँ छंवा त डिपोजिट अपराध का हिसाब से अलग अलग च।
किरायेदार -मि कार्यालय नौनी तैं छिड़णो अपराध मा पनिशमेंट पर अयुं छौं।
मकान मालिक -खाली नौनि छिड़णो कि बलात्कार करणो बि ?
किरायेदार -नै वीं छोरिन बलात्कार की कोशिस की शिकैत बि करि छे पण साबन बोलि कि इथगा कर्मचार्युं होंद बलात्कार की कोशिस नि ह्वे सकद त केस मा सिर्फ नौनि छिड़णो शिकैत दर्ज ह्वे।
मकान मालिक -नौनि तैं तंग करणों पनिशमेंट च त द्वी लाख डिपोजिट च। बस द्वी लाख भरो अर भोळ बिटेन ऐ जावो।
किरायेदार -ठीक च जरा मि दिखण चांदो।
मकान मालिक -अरे मी पर भरवस नि च ?
किरायेदार -नै नै ! भर्वस त च पण मि दिखण चांदो कि रूम कन छन।
मकान मालिक -रूम कन छन। मतबल ? हम पहाड़ी छंवां त रूम बि हमन ऊनि बणैन जन मैदानी हिस्सों मा बणदन। हम अपण रीती रिवाज तुड़ण मा एक प्रतिशत की भी कमी नि करदा।
किरायेदार -नै पर रूम मि तै पसंद बि आण चएंद।
मकान मालिक -आपकी पसंद क्या च ?
किरायेदार -जगा लम्बो -चौड़ याने स्पेसियस हूणि चएंद कि ना ?
मकान मालिक -तुम रूम क्रिकेट खिलणा लीणा छा कि रौणो लीणा छा ? टू बेड रूम हाल मा जथगा जगा होंदी उथगा ही च।
किरायेदार -अच्छा बेड रूम मा खिड़की बि च ?
मकान मालिक -नै ! मीन खिड़की इलै नि लगाइ कि क्वी किरायेदार कखि पड़ोस्यूं बेटी -ब्वार्युं पर नजर नि मार साक।
किरायेदार -क्या बेड रूम बगैर खिडक्युंक छन त मि तैं इन रूम नि चयाणा छन।
मकान मालिक -मजाक करणु छौं। हरेक रूम मा खिड़की छन।
किरायेदार -रूम कथगा बड़ा छन ?
मकान मालिक -एक रूम किचन से बडो च त बाथरूम किचन से छ्वटो च पण द्वी आदिम दगड़ी झुल्ला ध्वे सक्दन।
किरायेदार -अर रौणो कमरा ?
मकान मालिक -रौणों कमरा ? मतबल ?
किरायेदार -लिविंग रूम ?
मकान मालिक -अरे तुम चावो त बाथरूम मा बि रै सकदा। मि तैं क्या च ?
किरायेदार -म्यार मतबल असली रूम ?
मकान मालिक -असली रूम ? सब असली सीमेंट -गारा से बण्या छन।
किरायेदार -म्यार मतबल च मुख्य बेड रूम कथगा बड़ो च /
मकान मालिक -मुख्य बेड रूम हैंको रूम , किचेन , बाथरूम अर हौल तैं हर समौ टच करणु रौंद याने छूणु रौंद।
किरायेदार -अछा आस पड़ोस कन छन ?
मकान मालिक -उन त कुछ साल पैल जब इन्डियन कल्चर नि ऐ छौ त ठीकि छौ पण अब बदलाव ऐ ग्यायि।
किरायेदार -कन बदलाव ?
मकान मालिक -हर साल कथगा इ अपण किरायेदारो बेटी लेक भाग जांदन या किरायेदार कैकि बेटि ब्वारि लेकि भाग जांदन। अर जु भाग नि सकदन वूं माँ लडै -झगड़ा हूणु रौंद। बकै तुम पुलिस चौकी जैक पता लगै ल्यावो।
किरायेदार -नै नै ! मी तै यांसे क्वी फरक नि पड़दों कि कु कैकि बेटी भगांदु।
मकान मालिक -हां तुम तै क्या। सरकार पर हि जब फरक नि पड़णु च त ….
किरायेदार -अच्छा कूड़ा उठाण वाळ रोज आंदन कि ना ?
मकान मालिक -सुणो ! सि गंगा जि इख बिटेन कथगा दूर च ?
किरायेदार -होलि क्वी बीसेक हाथ दूर !
मकान मालिक -त कचरा सीधा अफिक गंगा जी मा नि चुलै सकदा क्या ?जु कचरा उठाण वाळै जरूरत पोड़ल ?
किरायेदार -हाँ। या मौलिक सोच त मेरो मगज मा आयि नि च कि पैल गंगा जी पाप धूंदी छे अर अब कचरा साफ़ करदी।
मकान मालिक - हाँ अब समझी गेवां ना कि …
किरायेदार -ठीक च त मि भोळ बिटेन ऐ जौलु
मकान मालिक -मीन यु रूम सुबेरि किराया पर दे आल।
किरायेदार -अरे पर इथगा देर बिटेन तुमन बताइ इ नि कि तुमन रोम किराए पर दे आल
मकान मालिक -तुमन बि कख पूछ कि रूम खालि च कि ना? तुमन त शुरुवात इ मा पूछ कि तुम तै रूम मा रूचि च।
किरायेदार -हाँ
मकान मालिक -त विज्ञापन द्याखो अर रूचि पूरि कर ल्यावो।
किरायेदार -नै नै मि तै टू बेड रूम हाल मा रूचि च।
मकान मालिक -ओ त इन ब्वालो कि तुम तैं टू बेड रूम हाल मा रूचि च !
किरायेदार -हाँ मि तैं ….
मकान मालिक -एक बात बताओ उत्तरकाशी मा मकान बणाणो बैंक लोन नि मील जु मकान किराया पर चयाणु च।
किरायेदार -नै मेरि देहरादून मा बड़ी कोठी च। मि सरकारी ट्रांसफर पर देहरादून अयुं छौं।
मकान मालिक -देखो ! जु तुम प्रोबेसन पर अंयाँ छा त डिपोजिट एक लाख रुपया , प्रमोसन पर अयाँ छा त डिपोजिट डेढ़ लाख रूप्या अर जु पनिशमेंट पर अयाँ छंवा त डिपोजिट अपराध का हिसाब से अलग अलग च।
किरायेदार -मि कार्यालय नौनी तैं छिड़णो अपराध मा पनिशमेंट पर अयुं छौं।
मकान मालिक -खाली नौनि छिड़णो कि बलात्कार करणो बि ?
किरायेदार -नै वीं छोरिन बलात्कार की कोशिस की शिकैत बि करि छे पण साबन बोलि कि इथगा कर्मचार्युं होंद बलात्कार की कोशिस नि ह्वे सकद त केस मा सिर्फ नौनि छिड़णो शिकैत दर्ज ह्वे।
मकान मालिक -नौनि तैं तंग करणों पनिशमेंट च त द्वी लाख डिपोजिट च। बस द्वी लाख भरो अर भोळ बिटेन ऐ जावो।
किरायेदार -ठीक च जरा मि दिखण चांदो।
मकान मालिक -अरे मी पर भरवस नि च ?
किरायेदार -नै नै ! भर्वस त च पण मि दिखण चांदो कि रूम कन छन।
मकान मालिक -रूम कन छन। मतबल ? हम पहाड़ी छंवां त रूम बि हमन ऊनि बणैन जन मैदानी हिस्सों मा बणदन। हम अपण रीती रिवाज तुड़ण मा एक प्रतिशत की भी कमी नि करदा।
किरायेदार -नै पर रूम मि तै पसंद बि आण चएंद।
मकान मालिक -आपकी पसंद क्या च ?
किरायेदार -जगा लम्बो -चौड़ याने स्पेसियस हूणि चएंद कि ना ?
मकान मालिक -तुम रूम क्रिकेट खिलणा लीणा छा कि रौणो लीणा छा ? टू बेड रूम हाल मा जथगा जगा होंदी उथगा ही च।
किरायेदार -अच्छा बेड रूम मा खिड़की बि च ?
मकान मालिक -नै ! मीन खिड़की इलै नि लगाइ कि क्वी किरायेदार कखि पड़ोस्यूं बेटी -ब्वार्युं पर नजर नि मार साक।
किरायेदार -क्या बेड रूम बगैर खिडक्युंक छन त मि तैं इन रूम नि चयाणा छन।
मकान मालिक -मजाक करणु छौं। हरेक रूम मा खिड़की छन।
किरायेदार -रूम कथगा बड़ा छन ?
मकान मालिक -एक रूम किचन से बडो च त बाथरूम किचन से छ्वटो च पण द्वी आदिम दगड़ी झुल्ला ध्वे सक्दन।
किरायेदार -अर रौणो कमरा ?
मकान मालिक -रौणों कमरा ? मतबल ?
किरायेदार -लिविंग रूम ?
मकान मालिक -अरे तुम चावो त बाथरूम मा बि रै सकदा। मि तैं क्या च ?
किरायेदार -म्यार मतबल असली रूम ?
मकान मालिक -असली रूम ? सब असली सीमेंट -गारा से बण्या छन।
किरायेदार -म्यार मतबल च मुख्य बेड रूम कथगा बड़ो च /
मकान मालिक -मुख्य बेड रूम हैंको रूम , किचेन , बाथरूम अर हौल तैं हर समौ टच करणु रौंद याने छूणु रौंद।
किरायेदार -अछा आस पड़ोस कन छन ?
मकान मालिक -उन त कुछ साल पैल जब इन्डियन कल्चर नि ऐ छौ त ठीकि छौ पण अब बदलाव ऐ ग्यायि।
किरायेदार -कन बदलाव ?
मकान मालिक -हर साल कथगा इ अपण किरायेदारो बेटी लेक भाग जांदन या किरायेदार कैकि बेटि ब्वारि लेकि भाग जांदन। अर जु भाग नि सकदन वूं माँ लडै -झगड़ा हूणु रौंद। बकै तुम पुलिस चौकी जैक पता लगै ल्यावो।
किरायेदार -नै नै ! मी तै यांसे क्वी फरक नि पड़दों कि कु कैकि बेटी भगांदु।
मकान मालिक -हां तुम तै क्या। सरकार पर हि जब फरक नि पड़णु च त ….
किरायेदार -अच्छा कूड़ा उठाण वाळ रोज आंदन कि ना ?
मकान मालिक -सुणो ! सि गंगा जि इख बिटेन कथगा दूर च ?
किरायेदार -होलि क्वी बीसेक हाथ दूर !
मकान मालिक -त कचरा सीधा अफिक गंगा जी मा नि चुलै सकदा क्या ?जु कचरा उठाण वाळै जरूरत पोड़ल ?
किरायेदार -हाँ। या मौलिक सोच त मेरो मगज मा आयि नि च कि पैल गंगा जी पाप धूंदी छे अर अब कचरा साफ़ करदी।
मकान मालिक - हाँ अब समझी गेवां ना कि …
किरायेदार -ठीक च त मि भोळ बिटेन ऐ जौलु
मकान मालिक -मीन यु रूम सुबेरि किराया पर दे आल।
किरायेदार -अरे पर इथगा देर बिटेन तुमन बताइ इ नि कि तुमन रोम किराए पर दे आल
मकान मालिक -तुमन बि कख पूछ कि रूम खालि च कि ना? तुमन त शुरुवात इ मा पूछ कि तुम तै रूम मा रूचि च।
Copyright@ Bhishma Kukreti 16 /9/2013
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक मसखरी दृष्टि से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी के जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले के पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले के भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले के धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले के वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी के पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक के विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक के पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक के सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक का सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक के राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य;सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य श्रृंखला जारी ...]
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