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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Monday, September 30, 2013

उत्तरी व पूर्वी भारत में उत्तराखंड से आलू की खेती शुरू हुयी

उत्तराखंड  परिपेक्ष में  अल्लु /आलू  का इतिहास 
                                     History of Potato   ( Solanum Tubersum )   in Uttarakhand context
                                           उत्तराखंड  परिपेक्ष  में  सब्जियों  का  इतिहास -   2

                                  History of Vegetables  Agriculture and food in Uttarakhand   2                        
         
                                              उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --26 
                                               History of Agriculture Gastronomy, food, recipes  in Uttarakhand 26 


 
                                                    आलेख :  भीष्म कुकरेती
   
आलू भारत में एक ऐसी सब्जी है कि जिसके बगैर रसोई घर के बारे में भारतीय सोच ही नही सकता है।  किन्तु आलू का इतिहास भारत में तीन चार सौ साल ही पुराना है। 
आलू का मूल स्थान  अमेरिका महाद्वीप के दक्षिण  पेरू है।  अनुमान है कि पेरू या आस पास 8000 -5000 BC  में आलू का उगाना शुरू हो गया था. 
सोलहवीं सदी के मध्य स्पेनी लोग आलू को यूरोप लाये और फिर यूरोप में आलू का प्रसार हुआ ।  

सत्तरहवीं सदी के प्रारम्भ में पुर्तगाली व्यापारी आलू को सूरत बन्दरगाह पर लाये।  दक्षिण भारत व पश्चिम भारत में सामन्य भासा में आलू को बटाटा (पोटेटो का अपभ्रंश ) कहते है. पश्चिम भारत में आलू को पहले बटाटा सुरता कहते हैं और सूरत से ही आलू गोवा गया।
इडवार्ड टेरी ने 1615 में अजमेर में असफ खान  द्वारा सर थॉमस रो को  भोज में  आलू परोसने की बात लिखी है (A Voyage to East India 1655) )।  
आम भारतीय भाषाओं में आलू जमीन के नीचे उगे बल्ब को कहते हैं।    सुरपाल द्वारा नागरी लिपि में लिखत  प्राचीन संस्कृत पुस्तक 'वृक्षआयर्वेद 'में आलू का उल्लेख मिलता है (नलनी साधले , 1996 )
पहले पहल आलू के प्रति आम हिन्दुओं में  विरोध जैसा व्यवहार था।  आज भी आम जैन समाज आलू (जमीन के नीचे का कंद )  नही खाता है। 
फ्रायर ने गार्डन ऑफ कर्नाटक (1875 ) पुस्तक में   कर्नाटक के उद्यानों व खेतों में आलू उगाने का उल्लेख किया है। 
तामिल नाडू में आलू की खेती 1882 ई से  प्रारम्भ हुयी। 
 

                 देहरादून से उत्तरी भारत में आलू कृषि प्रारम्भ !
मसूरी या अन्य पहाड़ियों में मेजर यंग ने अठारवीं सदी के प्रारम्भ शायद 1823 ई से पहले   आलू की खेती प्रारम्भ की और देखते देखते 1828 तक उत्तराखंड की पहाड़ियों , पंजाब और हिमाचल आदि में आलू की खेती र्प्सिध हो चली। 
आसाम में 1830 ई में डेविड स्कॉट ने आलू की खेती प्रारम्भ की। 
बंगाल में बोटनिकल गार्डन दार्जिलिंग में इंग्लैण्ड से लाये गये आलू बीज सन 1879 में बोये गए।  




Copyright Bhishma  Kukreti  29/9/2013 


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