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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Monday, November 17, 2014

हत्त्याएँ कौरिक उच्च पदासीन हूणो कौंळ , कला अर दार्शनिक सूत्र

भुक्तभोगी ::: भीष्म कुकरेती 

ब्याळि मि एक सिगरेट कम्पनी सेल्समेन ट्रेनिंग क्लास दिखणौ जयुं थौ।  तथा मीन स्यु द्याख -
ट्रेनर - आज मि तैं ख़ुशी च कि मि एक अंतरास्ट्रीय वैधानिक हत्त्यारी  कम्पनी का हत्त्यारा प्रतिनिध्युं तैं हत्त्या करिक पदोन्नति करण , हत्त्या से अंदादुंद पैसा कमाण अर हत्त्या करणो परांत पाप मुक्त रौणो गुर , सूत्र , फॉर्मूला सिखौल।   मि आप सब हत्त्यारा सेल्समैनुं  हार्दिक स्वागत करदु। 
सब सेल्समैन - जुगराज रयाँ , धन्यवाद,थैंक यू वेरी मच ।   
ट्रेनर - सिगरेट बिचणो सबसे प्रथम सूत्र  या च कि तुम तैं मन मा , दिमाग मा अर अहम चित्त मा यि नि लाण कि  तुम मानव नाशी छंवां , तुम जघन्य हत्त्यारा छंवां  अर  तुम  महा पापी छंवां ! 
सबि -याने कि हम तैं अपण आत्मा की कत्तै नि सुणन अर कसम खैक सिगरेट बेचिक मानव सभ्यता कु जड़नास करण। 
ट्रेनर - एक्सलेंट ! तुम वास्तव मा  जघन्य से जघन्य हत्त्या करिक बि पैसा कमाण वळ छंवां। 
सबि -पैसा कमाण हि हमर असली धर्म च। 
ट्रेनर -जरा इन बतावो कि भारतम बीड़ी -सिगरेट अर तम्बाकू हत्त्यारा उद्यम कथगा बड़ो उद्यम च ?
सबि -भारतम तम्बाकू उद्यम बहुत बड़ो उद्यम च। सरा संसार मा सिगरेट ही 5 . 8 ट्रिलियन सालना बिकदन। हर साल चार पांच प्रतिशत विक्री बढ़णी  च। 
ट्रेनर -मतबल तुम सेल्समैनुं  वास्ता ये  वैध्य हत्यारा उद्यम मा पैसा कमाणो, पदोन्नति करणो अर करोड़ों मनिखों हत्त्या करणो सुलभ अवसर छन। 
सबि -जी हाँ ! जथगा ज्यादा मानव हत्त्या तथगा ही अधिक हमारो सेलरी पैकेज, उथगा ही अधिक हाइ स्टैंडर्ड अर तनि  समाज मा हमर जोरों का दबदबा !  
ट्रेनर -वेरी गुड। मि मानी ग्यों कि तुम अवश्य ही बड़ा हत्त्यारा बण सकदवां ! अब इन बताओ कि ये  वैध्य हत्त्यारा उद्यम मा तुम्हारी आकांक्षा क्या च ?
सबि -हम कै बीड़ी , सिगरेट , गुटका कम्पनी या तम्बाकू निर्यात कम्पनी का चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ , CEO ) बणन चांदा !
ट्रेनर -तो हरेक तम्बाकू संबंधित व्यापार का सीईओ कु एकमात्र लक्ष्य क्या च ?
सबि -हरेक तम्बाकू संबंधित कंपनी सीईओ का प्रथम एकमेव लक्ष्य हूंद वैधानिक ढंग से अधिक से अधिक मनिखों हत्त्या !
ट्रेनर -तो तुमारो प्रथम ध्येय हूण चयेंद कि बीड़ी -सिगरेट पिलैक अर तंबाकु खलैक ज्यादा से ज्यादा मनिखों वैधानिक ढंग से हत्त्या कराये जाव अर ?
सबि -अधिक से अधिक दमा का रोगी पैदा करे जावन अर वो बि संविधान का नियमों अनुसार !
ट्रेनर - एक्सलेंट ! अब बताओ तम्बाकू कम्पनी का सीईओ कु दुसर मुख्य काम क्या हूँद ?
सबि -हरेक तम्बाकू बिचण वाळ कम्पनी कु सीईओ कु दुसर मुख्य  काम हूंद कैच द्यम यंग याने बच्चों मा बचपन से ही बीड़ी -सिगरेट -तंबाकु पीणै आदत डळवाण।  
ट्रेनर -एक्सलेंट ! कनकै एक पापी , जघन्य हत्त्यारा याने सीईओ बच्चों मा बचपन से ही बीड़ी -सिगरेट -तंबाकु पीणै आदत डळवांदु ?
सबि -भौत सरल च।  परमोसन , प्रचार,  प्रसार पर अंदादुंद रुपया खर्च करिक बच्चों तैं तंबाकू  बणाये जांद।  
ट्रेनर -यांक वास्ता क्या करण पड़द ?
सबि -दुनिया या भारत की प्रभावकारी विज्ञापन एजेंसी अर जनसम्पर्क एजेंसी तैं अप्वाइंट करण अर नया नया विशेष तरीकों से बच्चों मा तंबाकु पीणो -खाणो आदत डळवाण।    
ट्रेनर -जी हाँ ! हरेक तंबाकु विक्री विभाग कु प्रथम ध्येय हूंद बच्चों तैं , युवावो तैं संविधानिक नियमों तहत बिगाड़ो अर रुपयों बिठकी अपण घौर लावो। 
सबि -जी हाँ ! हम बिधर्म्युं , बेईमान मानव हत्यारों एकी धर्म च पैसा कमाओ , सिरफ़ अर सिरफ़ पैसा कमाओ फिर चाहे मानवता जाए भाड़ में ! 
ट्रेनर -जी हाँ यदि तुम जवान सेल्समैन बुलण लग जावो कि फिर चाहे मानवता जाए भाड़ में !तो अवश्य ही तंबाकु उद्यम दिन दोगुनी और रात चौगुनी विकास करेगा ही! जै  तम्बाकू !
सबि -जै बीड़ी !  जै सिगरेट ! जै गुटका !

Copyright@  Bhishma Kukreti 14 /11 /2014       
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लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं। 

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