चबोड़्या , चखन्यौर्या, घपरोळया ::: भीष्म कुकरेती
मीन सोची छौ , संकल्प करी छौ , सुपिन देख छौ बल कॉंग्रेस की चबोड़ नि करण , मजाक नि उड़ान , कॉंग्रेस तैं नंगी नि करण। बात बि सै च कि मरे को मारे शाही मदार , कॉंग्रेस तैं भाजपा अफिक कुटलि , थींचलि , इकछ्वाड़ करिक तिरालि तो इखमा गढवळि साहित्यकारौ राहुल गांधी तैं कमजोर बताणो क्या तुक ?
व्यंग्यकारों कुछ नियम -धियम हूंदन , कुछ संयम हूंदन। म्यार बि नियम च कि नया नया प्रधान मंत्री , नौलि नौलि ब्वारी अर पैल दफैं बियायिं गौड़ी क सुदि -मुदि विश्लेषण नि करण चयेंद। अब देवीगौड़ा , इंद्रजीत गुजराल अर देन्द्र फड़नवीस की बात अलग च हाँ ! तो मि छोड़िक बीड़ी -सिगरेट वाळु धत्त लीणु छौ पर जब कॉंग्रेस का जोग मा नरेंद्र मोदीक राज मा बि असगुन्यागाळि खाणो जोग छन लिख्यां तो मी बि क्या कौर सकुद , अर करणो तो नारायण दत्त तिवाड़ी या दिग्विजय सिंग बि क्या कौर सकुद ?
अब तुमन क्या, तुमर दगड्या क्या , उत्तराखंड कॉंग्रेस की प्रवक्ता शिल्पा अरोड़ान बि बुलण कि मि चूँकि नरेंद्र मोदीक प्रशसक छौं तो मीन कॉंग्रेस की याने राहुल गांधीक काट करण इ च। जन कि लालू यादव बुलणा छन कि असादुद्दीन ओवैसी अर राष्ट्रीय स्वयं संघ की आपस मा मिलीभगत च ऊनि भौतसा मेरी बिल्डिंगौ अर गांवक कॉंग्रेसी समजदन कि नरेंद्र मोदीक बुल्युं मानिक मि कॉंग्रेसक छांछ छुळणु छौं।
चलो मि जु झूठ बुलणु हों त तुमि न्याय निसाब कारो हाँ !
अब जन कि क्वी गाँव वाळ इख मुंबई आंद त हम वूं तैं इख मुंबई मा दारु से तर्र करदां त उख गांवाळ खुस हि हूंदन तो उनि ब्याळि बिज्बेन ऑस्ट्रेलिया मा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदीक स्वागत ह्वे तो अमूनन हरेक भारतीय खुस ही ह्वे ह्वाल कि भारत का प्रधान मन्त्रीक इज्जत ऑस्ट्रेलिया मा बि हुणि च। चाहे वा इज्जत भारतीय ही करणा ह्वावन पर भैरमुल्कम इज्जत पाण बड़ी बात च।
इना टीवी वाळ रैबार -खबर दीणा छा कि ब्रिजबेन ऑस्ट्रेलिया मा 78 भारतीयों दगड़ हथ मिलाइ त ऊना भूतपूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद अपण विदेशी ब्रैन्डकी कार से विदेशी लहजा (कैंब्रिज लहजा ) मा बयानबाजी करणा छा कि ब्रिजबेन मा या भीड़ भाजपा द्वारा भारत से भिजीं च। अब जब क्वी वरिष्ठ कॉंग्रेसी इन उलजलूल बयान द्याल तो निश्चित ही वै कॉंग्रेसी तैं त शाही इमाम सय्यद अहमद बुखारी, शबान बुखारी अर मस्जिदे चारमीनार का इमाम बि गाळि हि द्याला। सलमान खुर्शीद तैं कु समजाल बल भौत सा समय , ईर्ष्या हूण पर बि संयम से चुप रौण मा हि फायदा हूंद बजाय कि लण्डेर कुकरौ तरां लप लप जीब भैर लटकै द्यावो !
फिर नरेंद्र मोदी द्वारा रोमा स्ट्रीट मा महात्मा गांधीक पुतला अनावरण पर कॉंग्रेसी प्रवक्ता संजय झा कु बयान ऐ बल नरेंद्र मोदीन सन 2002 मा दंगा नि रोकिन अर अमेरिकान नरेंद्र मोदी तैं वीसा नि दे छौ। संजय झा तैं पुछणो ज्यु बुल्यांद कि यु अमेरिका कु हूंद ह्यूमन राइट्स की बात उठाण वाळ ? जैक अमेरिकाक हथ पर लाखों लोगुं निर्मम ल्वैखत्री क ल्वै लगीं हो ऊ हम तैं मानव अधिकार का सर्टिफिकेट दीण वाळ को च भै ? क्या अब हम हिन्दुस्तान्यूं तैं कंस सिखाल कि बच्चों जिंदगी कन बचाण ? संजय झा जन कॉंग्रेसी इन बेबसी बयान किलै दींद ह्वाल जाँसे लोग नरेंद्र मोदीक विरुद्ध हुणो जगा कॉंग्रेस विरोधी ह्वे जांदन।
फिर अबि बि दिल्ली -लखनऊ का कॉंग्रेसी नरेंद्र मोदीक काट करणो वास्ता सन 2002 का दंगौं छ्वीं लगाणा रौंदन अर यी लाटा -काल कॉंग्रेसी नि जाणदन कि अबि बि आम गुजराती नरेंद्र मोदी तैं 2002 का हीरो जन पूजा करदन। मि इलै बुलणु छौं कि मि 2002 का बाद गुजरात का कूण्या -कूण्या घुम्युं छौं अर बिचारो संजय झा तो जाणदो बि नि हो कि अहमदाबादमा रिलीफ रोड कखम च।
इनि एक कॉंग्रेसी ब्याळि बुलणु छौ कि नरेंद्र मोदी या भाजपा इवेंट मैनेजमेंट या मार्केटिंग बढ़िया करदी। अब मि मार्केटिंग कु आदिम छौं अर जाणदो छौं कि मार्केटिंग कु अर्थ हूंद सूचना दीण अर छवि वर्धन या दुस्मनो छवि मर्दन। अर पॉलिटिक्स /राजकरणी मा बि सूचना दीण अर छवि वर्धन या दुस्मनो छवि मर्दन करे जांद तो यूँ कॉंग्रेस्यूं तैं बोले जाव कि भै तुम बि मार्केटिंग कारो ; तुम तैं इवेंट मनिजमेंट करण से कैन रोक ? अरे जु नेहरू की 125 वीं जयंती तैं नि भुनै सकिन वूँ तैं इवेंट मैनेजमेंट या मार्केटिंग पर छींटा कसी करणो क्वी अधिकार नी च !
महाभारत मा कुरुक्षेत्र युद्ध मा एक वर्णन च कि बड़ी आतुर्दि मा कौरवोंन नारायण शस्त्र छोड़ी दे छौ अर नारायण शस्त्र का विरुद्ध क्वी बि अस्त्र -शस्त्र चलाये जाव तो योद्धा को ही नुकसान हूण छौ , नारायण शस्त्र कु उज्यळ असह्य छौ। तब महान रणनीतिकार कृष्णन पांडवों तैं सलाह दे कि ये बगत सब शांत ह्वेक भगवान की याद कारो, युद्ध हथियार भीम धरि द्यावो अर जब नारायण शस्त्र सळै (ठंडो ) जाव तो फिर लड़ाई शुरू कारो। इनि अबि भाजपा का नारायण शस्त्र नरेंद्र मोदी प्रयोग मा च तो कॉंग्रेस्यूं तैं बयान दीणो जगा चुप रौण चयेंद अर जब नरेंद्र मोदी क्वी गलती कारो तो ही लगावो तब घौणै जोरकी चोट !
Copyright@ Bhishma Kukreti 17 /11 /2014
*लेख की घटनाएँ , स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने हेतु उपयोग किये गए हैं।
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