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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, November 13, 2014

सुट्टा मारण एक ककटरपंथी धर्म च

 सिगरेटबाज चबोड़्या : भीष्म कुकरेती 
             बीड़ी - सिगरेट पीण , हुक्का -पतब्यड़ि पीण , गुटका तंबाकु खाण एक पंथ च , एक दर्शन च,  एक धरम च। 
                बीड़ी -सिगरेट पिन्देर तंबाकु का सदाब्रति प्रेमी हूंदन अर यूँ तैं कथगा बि डरावो , धमकावो , चिरड़ावो यी व्यसनी सोड़ मारण नि छुड़दन। यूँ तमख्यौं तैं कथगा बि तमाखु से  धन नुकसान , तन  नुकसान, आजीविका हानि का बारा मा समझावो यी सिगरेट प्रेमी सिगरेट प्रेम नि छुड़द। उल्टां यूं सुट्टाबाजूं विश्वास तमाखु   पर हौर बि बढ़ जांद। यी तमख्या बड़ा ढीठ विश्वासी हून्दन।  यूं सोड़ प्रेम्युं तैं पक्का विश्वास हूंद कि ठीक च  बुबा बिचारो!  तंबाकु से खांसि खांसिक, सुसकरी भरिक , स्वासक रोग से मोर किंतु येन रेल इंजिन जन धुंवां उड़ैक बि निरोगी हि रौण। बीड़ी -सिगरेट प्रेमी धार्मिक अंधभक्तों तरां , कट्टरपंथ्युं तरां , अलकायदा का जिहाद्यूं तरां   निश्चित रौंदन  कि यी धुंवारोळि करिक बि रोग , महारोग अर मृत्यु तैं धोका दे सकदन।  सुट्टाबाज कु विश्वास धार्मिक विश्वास से अधिक बलशाली, शक्तिशाली, गाढ़ो  विश्वास हूंद। 
 धर्मशास्त्रों मा बताये जांद कि कुछ ख़ास जगह जन कि शौचालय , जनानखाना या वेश्यालयों मा प्रार्थना नि करण चयेंद किन्तु बीड़ी -सिगरेट का ऐबी -कुटैबि दवाखाना , मयखाना , पाखाना कखिम बि बगैर शरम -ल्याजौ बीड़ी सुलगै दींद। 
तमख्या ता जिंदगी तंबाकुक  गुलाम रौंद किलैकि तमख्यौं तैं दुसर रस्ता पता ही नि रौंद। 
                 तुम यदि तमाखू का तलबी छंवां तो सुबेर उठिक भगवानो नाम याद कारो या नि करो पर सबसे पैल बीड़ी -सिगरेट सुलगाण नि बिसरदा।  सिगरेट पीण फिर नमाज पढणो जन  च। चाय पीणो बाद , नास्ता - लंच -डिन्नर करणो बाद या टट्टी जाण से पैल बीड़ी -सिगरेट पीण आवश्यक हूंद।  रात तुम तैं याद हो कि ना कि सुबेर ल्याखम बच्चा तैं दूध चयेंद किन्तु तुम तैं यु अवश्य याद रौंद कि झाड़ा जाण से पैल तीन बीड़ी चयेंदन। तम्बाकू व्यसनी बड़ो धार्मिक हूंद तबि त  व्यसनी अपण बालबच्चों से अधिक तम्बाकू की चिंता करद। 
           बिचारा तमखुका   चिलमची  हमेशा यीं गलतफहमी मा रौंद कि तमाखू पीण माने स्वतंत्रता।  असल मा सामजिक बंधन का हिसाब से बीड़ी -सिगरेट पीण  गुनाह च।  अर अधिकतर गुनाह करण मा जु  मजा आंद वु कै बि कर्म -मा नि आंद तो गुनाह करणो आनंद का खातिर मनिख बीड़ी पीणो गुनाह करद। 
  चिलम पर सोड़ मरण , हुक्का पर सोड़ मरण या सिगरेट जळाण एक सरोण्या ,  छुवाछूत की बीमारी च।  जरा एकान बीड़ी जळाइ ना कि हैक पर बि बीड़ी जळाणो खजी लग जांद। तमाखू की भक्ति बड़ी ताकतवर हूंद।  तम्बाकू व्यसनी हमेशा एक दुसर तमाखु व्यसनी तैं तयार करणो हर समय तयार रौंद।
                 मनिख अफु से अधिक धनी से जळद  किंतु औसतन तमाखू व्यसनी चेनस्मोकर से कबि बि ईर्ष्या नि करद , कबि बि डाह नि करद , कबि बि नि जळद।  
  बीड़ी सिगरेट सिगरेट सिखण माने भांग -चरस पीणो द्वार खुलण। 
  बीड़ी सिगरेट पीण वाळ बि मूर्ति पूजक , छवि पूजक , दिव्ता पूजक हून्दन।  अब मीन फोर  स्क्वायर सिगरेट   पीण इ इलै इ शुरू कार कि फोर स्क्वायर सिगरेट पीण वाळ Live Like  the King Size Life . मीन राजशी ठाट बिताणो वास्ता सिगरेट शुरू कार।  कुछ लोग कैमेल सिगरेट इलै पींदन  किलैकि More Doctors smoke Camel than other cigarets कुछ लोग इलै पींदन किलैकि शेर छाप बीड़ी Is not Cool।. या  कुछ घ्वाड़ा छाप बीड़ी इलै पींदन किलैकि You are not Alone . 

स्मोकर्स माँ भाईचारा बड़ो हूंद।  तमख्या एक हैंक की तरफदारी , सहायता , मौ मद्त करणो सदा तयार रौंद।  तुम तीन दिनों भूक लगीं हो पर तुम कै अपरिचित से खाणो मांगणम शर्मांद छंवां किंतु जरा सिगरेट बीड़ी की तलब लगीं हो तो तुम भिखारी से बि बीड़ी -सिगरेट मांगण नि शर्मांदवां। 
    तम्बाकू  ऐसी बीनी चीज जिसके लम्बे पात
     लाख टके  का आदमी जाय पसारे   हात



Copyright@  Bhishma Kukreti 13 /11 /2014       
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लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं। 


                                                                  
                                                     
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