काका ! जु धारा 370 पर चर्चा करिल त दांत तोड़ि द्योल।।
Copyright@ Bhishma Kukreti 3/12/2013
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक मसखरी दृष्टि से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी के जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले के पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले के भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले के धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले के वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी के पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक के विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक के पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक के सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक का सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक के राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य;सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य श्रृंखला जारी
चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
भाजापा कार्यकर्ता इन दौड़नु छौ जन वैक पैथर खदुळ कुत्ता पड्युं ह्वावो धौं !
भाजापा कार्यकर्ता पैथर कांग्रेसी कार्यकर्ता छौंपा दौड़ करणु छौ जन बुल्यां भाजापा तैं मुख्यमंत्री कुर्सी मिलण वाळ च !
भाजापा कार्यकर्ता एक स्कूलम पौंछ अर वैन मास्टर तैं पूछ ," तुम कै विषय पर चर्चा करणा छंवां ?"
मास्टर - चर्चा क्या करण ? मि त परेशान छौं कि म्यार द्वि नौन बीएड छन पर पांच साल से घौरम बेरोजगार बैठ्यां छन ।
भाजापा कार्यकर्ता- भारत इक इथगा बड़ी समस्या पर चर्चा करणु च अर तुम बेरोजगारी समस्या पर सुचणा छंवां ?
मास्टर - पर नेता जी मि मेरी समस्या पर नि सुचल त नेपाल की समस्या पर सुचल ?
भाजापा कार्यकर्ता- देखो ! आप अबि केवल धारा 370 पर ही चर्चा कारो !
भाजापा कार्यकर्ता- देखो ! आप अबि केवल धारा 370 पर ही चर्चा कारो !
मास्टर - अरे पर चर्चा कैक दगड़ करण ?
भाजापा कार्यकर्ता- इथगा बड़ी स्कूल च त विद्यार्थ्युं दगड़ चर्चा कारो। पर अवश्य ही चर्चा कारो।
भाजापा कार्यकर्ता- इथगा बड़ी स्कूल च त विद्यार्थ्युं दगड़ चर्चा कारो। पर अवश्य ही चर्चा कारो।
मास्टर - स्कूलौ इमारत बड़ी च पण विद्यार्थी पांच सालै एकि नौनि च.
भाजापा कार्यकर्ता- मि नि जाणदु तुम वींकि दगड़ धारा 370 पर चर्चा कारो। आप चर्चा कारो मि दुसर गां जाणु छौं।
भाजापा कार्यकर्ता- मि नि जाणदु तुम वींकि दगड़ धारा 370 पर चर्चा कारो। आप चर्चा कारो मि दुसर गां जाणु छौं।
इना स्कूल बिटेन भाजापा कार्यकर्ता ग्यायी कि कॉंग्रेसी कार्यकर्ता स्कूल भितर आयि।
कॉंग्रेसी कार्यकर्ता - मास्टर जी द्याखो ! धारा 370 पर कतई चर्चा नि करण हाँ
अर इथगा बोलिक कॉंग्रेसी कार्यकर्ता भाजपा कार्यकर्ता पैथर लगि गे।
भाजपा कार्यकर्ता एक सट्यड़म (धान का खेत ) पौंछ। उखम एक अदबुडेड़ अपण घरवळि दगड़ गहन विचार विमर्श करणु छौ ।
भाजपा कार्यकर्ता- द्वी झणु क्याँ पर चर्चा हूणि च ?
अदबुडेड़- चर्चा क्याँ पर हूण। वी रोजै चिंता। म्यार पांच दूणो सट्यड़ च अर म्यार चार नौन छन। अब जु सट्यड़क पैदावार चार गुण नि बढलि त हम सब्युंन भूख मोरण। मि कृषि विश्व विद्यालय मा बि ग्यों। विश्व विद्यालय वाळुन ब्वाल बल यां से जादा पैदावार नि बढ़ सकद। ऊंन ब्वाल हाँ जु सरकार अन्वेषण पर बजट बढ़ाली तो पैदावार बढ़ाणो तरीका मील जाल पर सरकार कृषि अन्वेषण पर बजेट बढाणि ही नी च। .
भाजपा कार्यकर्ता- द्याखो तुम किसान लोग बि ना स्वार्थी छंवां। एबरी भारत मा प्रमुख चिंता धारा 370 की च। तुम द्वी झण केवल और केवल धारा 370 पर चर्चा कारो।
अदबुडेड़- चर्चा क्याँ पर हूण। वी रोजै चिंता। म्यार पांच दूणो सट्यड़ च अर म्यार चार नौन छन। अब जु सट्यड़क पैदावार चार गुण नि बढलि त हम सब्युंन भूख मोरण। मि कृषि विश्व विद्यालय मा बि ग्यों। विश्व विद्यालय वाळुन ब्वाल बल यां से जादा पैदावार नि बढ़ सकद। ऊंन ब्वाल हाँ जु सरकार अन्वेषण पर बजट बढ़ाली तो पैदावार बढ़ाणो तरीका मील जाल पर सरकार कृषि अन्वेषण पर बजेट बढाणि ही नी च। .
भाजपा कार्यकर्ता- द्याखो तुम किसान लोग बि ना स्वार्थी छंवां। एबरी भारत मा प्रमुख चिंता धारा 370 की च। तुम द्वी झण केवल और केवल धारा 370 पर चर्चा कारो।
इन बोलिक भाजापा कार्यकर्ता दुसर छ्वाड़ निकळ गे त हैंक छ्वाड़न कॉंग्रेसी कार्यकर्ता आयि अर धै लगाण बिसे गए ," धारा 370 पर कतै बि चर्चा नि हूण चयेंद। "
इन धै लगैक कॉंग्रेसी कार्यकर्ता भाजापा कार्यकर्ता पैथर दौड़ लगाण मिसे गे।
सरा दिन भर भाजापा कार्यकर्ता लोगुं तैं धमकी दीणु राइ कि 'धारा 370 पर चर्चा कारो अर कॉंग्रेसी कार्यकर्ता बि धमकी दीणु राइ बल धारा 370 पर कतै चर्चा नि हूण चयेंद।
आखिरैं भाजापा कार्यकर्ता एक बुड्या समिण गे। आखुं कमजोरी से बुड्या तैं भौत कम दिखेंद छौ।
भाजापा कार्यकर्ता - बाड़ा क्यां पर चर्चा हूणि च ?
अन्धो बुड्या - क्यांकि चर्चा ? एकी समस्या च कि अब अगनै बुढ़ापा कनकै कटे जालो।
भाजापा कार्यकर्ता -देखो बाडा ! ध्यान रखेन कि चर्चा धारा 370 पर ही ह्वावो। जु तुम धारा 370 पर चर्चा नि करिल त मीन तुमर दांत तोड़ि दीणन ।
भाजापा कार्यकर्ता -देखो बाडा ! ध्यान रखेन कि चर्चा धारा 370 पर ही ह्वावो। जु तुम धारा 370 पर चर्चा नि करिल त मीन तुमर दांत तोड़ि दीणन ।
इथगा मा कॉंग्रेसी कार्यकर्ता आयि अर बुड्या तैं धमकाण लगी गे - काका ! जु तुम धारा 370 पर चर्चा करिल्या त मि तुमर दांत तोड़ि द्योल।।
बुड्यान बोलि - अबे हरामखोरो ! मीन चर्चा कैक दगड़ करण ? मि दिखणम लाचार छौं अर मेरि घरवळि सूणि नि सकिद तो चर्चा क्यांकि ?
दुयुंन कुछ नि सूण अर अपण रस्ता लगि गेन।
कॉंग्रेसी कार्यकर्ता - सूण हे ! या धारा 370 छ क्या च ?
भाजापा कार्यकर्ता - कुज्य़ाण क्या बबाल च धौं। मथि बिटेन आदेस आयि कि धारा 370 पर चर्चा कराओ। बस मि लोगुं कुण बुलणु छौं कि धारा 370 पर चर्चा कारो।
भाजापा कार्यकर्ता - कुज्य़ाण क्या बबाल च धौं। मथि बिटेन आदेस आयि कि धारा 370 पर चर्चा कराओ। बस मि लोगुं कुण बुलणु छौं कि धारा 370 पर चर्चा कारो।
कॉंग्रेसी कार्यकर्ता - हां मैकुण बि मथि बिटेन ऑर्डर आयि कि तुमर क्षेत्र माँ धारा 370 पर कतै बि चर्चा नि हूण चयेंद। बस मि चर्चा बंद कराणु छौं।
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[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक मसखरी दृष्टि से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी के जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले के पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले के भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले के धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले के वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी के पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक के विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक के पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक के सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक का सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक के राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य;सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य श्रृंखला जारी
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