Requirement of Infrastructure for Tourism development in Uttarakhand
(Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series--15 )
(विपणन व विक्री प्रबंधन विशेषज्ञ )
उत्तराखंड ही नही किसी भी पर्यटक क्षेत्र हेतु निम्न मुख्य साधन या इंफ्रास्ट्रक्चर (भौतिक व मानसिक ) आवश्यक होते हैं -
१-परिवहन व यातायात के साधन
२- पर्यटकों हेतु ठहरने के साधन
३- पर्यटकों हेतु खान पान की व्यवस्था
४-जल व्यवस्था ,
५- ऊर्जा व प्रकाश व्यवस्था
६-संचार -प्रसार , सूचना आदान प्रदान की व्यवस्थायें
६अ - स्थल के बारे में सूचना हेतु व्यवस्थाएं
७- विभिन्न प्रकार की सफाई व्यवस्था
८- स्वास्थ्य व्यवस्था , अस्वास्थ्य कारकों को हटाने की व्यवस्था ,गंदगी निवारण , कचरा हटाने , विषैले तत्व हटाने , गंदा जल निकास आदि की व्यवस्थाएं
९-आपदा प्रबंधन व्यवस्था
१०- पर्यटक स्थलों की देखरेख व नये स्थलों, टूरिज्म प्रोडक्ट आदि की रचना व देखरेख
११ - पर्यावरण, भौगोलिक , व सामजिक -धार्मिक - सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा
१२-बैंकिंग व्यवस्थाएं
१३-मनोरंजन, आनंद प्राप्ति व्यवस्थाएं
१४- क़ानून व्यवस्था , सरकारी कर व्यवस्था
१५- विभिन्न अधिकारों की रक्षा हेतु व्यवस्थाएं
१६- आव्रजन -परिव्राजन (पासपोर्ट , वीसा ) आदि व्यवस्थाएं
१७- विपणन , प्रचार व्यवस्थाएं
१८- धन निवेश की व्यवस्थाएं
१९- नागरिकों की रक्षा , सुरक्षा व्यवस्था
२०- हैपीइकोनोमिक्स की और बढ़ने के साधन
२१- जब भी नये साधन अन्वेषित हों उन्हें समय पर पर्यटक स्थलों में उपलब्ध कराना
२१- जब भी नये साधन अन्वेषित हों उन्हें समय पर पर्यटक स्थलों में उपलब्ध कराना
२२ - अन्य सकारत्मक साधन
Copyright @ Bhishma Kukreti 13 /12/2013
Contact ID bckukreti@gmail.com
Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series to be continued ...
उत्तराखंड में पर्यटन व आतिथ्य विपणन प्रबंधन श्रृंखला जारी …
1 -भीष्म कुकरेती, 2006 -2007 , उत्तरांचल में पर्यटन विपणन परिकल्पना , शैलवाणी (150 अंकों में ) , कोटद्वारा , गढ़वाल
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