गढ़वाळि का प्रसिद्घ गजलकार आदरणीय श्री पयाश पोखड़ा जी (जोशी जी) कि प्रेरणा से गढ़वाली गजल/गंज्यळि गीत लिखणै कोसिस मिन बि करी | य गजल आदरणीय श्री पयाश पोखड़ा जि तैं समर्पित च : संदीप रावत, श्रीनगर गढ़वाल |
"लोग "
मुख ऐथर चिफळि गिच्ची करदन लोग
अर पीठ पैथर झूठी-सच्ची धरदन लोग |
"लोग "
मुख ऐथर चिफळि गिच्ची करदन लोग
अर पीठ पैथर झूठी-सच्ची धरदन लोग |
हुणत्यळि डाळी का मौळंदा पात देखीक
झणि किलै जलड़ौंम छांछ संग्ती डलदन लोग |
झणि किलै जलड़ौंम छांछ संग्ती डलदन लोग |
दूधौ-दूध पाण्यू-पाणि द्यिख्यें$द सब्यूं
मुख सामणि मुखसौड़ा फिर्बी मरदन लोग |
मुख सामणि मुखसौड़ा फिर्बी मरदन लोग |
सब्बि$ जगौं बण्यां रौंदन भौत पर्वाण
हैंका तैंकम झट्ट पक्वड़ी तलदन लोग |
हैंका तैंकम झट्ट पक्वड़ी तलदन लोग |
जणदा नी बल मंत्र द्येखा बिच्छी को
सर्प द्वलणी हत्थ फिर्बी कुचदन लोग |
सर्प द्वलणी हत्थ फिर्बी कुचदन लोग |
मिल्द जब हे स्याळ ददा वळो पट्टा "संदीप "
अफ्वी औतारी अफ्वी पुजारी बणदन लोग |
-------@संदीप रावत ,श्रीनगर गढ़वाल |
अफ्वी औतारी अफ्वी पुजारी बणदन लोग |
-------@संदीप रावत ,श्रीनगर गढ़वाल |
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