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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, June 22, 2017

क्या मुझे नेवी चीफ को समुद्री डाकू कह ही देना चाहिए ?

चबोड़ , चखन्यौ , ककड़ाट  :::   भीष्म कुकरेती    

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घरवळि - सुणो ! पड्याँ पड्याँ क्या करणा छां।  कुछ तो कखला बखली  कारो। 
मि -मि त लालकृष्ण आडवाणी ह्वे ग्यों।  क्वी फेसबुक मा  Like इ नी करणु च। 
घरवळि -तो गौं मा घौर बार , पुंगड़ी बांज पड़ीं छन ' , पलायन हूणू च पर लेख लेखि ल्यावदि। 
मि - तीन लेख पोस्ट करिन , कै निर्दयीन Like नि कार।  चौथु लेख टूट्यां कूड़ो फोटो दगड़ लेख पोस्ट कार तो द्वी टिप्पणी ऐन बल बंद करो बकबास ! पिछ्ला सौ साल से तुम साहित्यकार पलायन पर लेखिक थकणा नि छावो ?  
घरवळि -तो गैरसैण राजधानी बणावो पर ही लेख लेखि ल्यावो।  
मि -अरे अयोध्या मा राममंदिर अर उत्तराखंड मा गैरसैण राजधानी विषय अब अप्रासांगिक ही ह्वे गेन।  कुत्ता बि नि सुंगणु यूँ विषयुं तैं।   
घरवळि - तो हरीश रावत पर गाळी वळु लेख इ पोस्ट कर द्यावो। 
मि - उफ़ ! हरीश रावत पर लेख तो अब भाजपा वळ बि नी पढ्णा  छन।   
घरवळि - तो मुख्यंमंत्री त्रिवेन्द्र रावत पर इ लेख ... 
मि -उंका चमचों तै बि नी पड़ी कि लेख पौड़न।  सब सुचणा छन बल चुनाव तो पांच साल बाद आण अबि त सत्ता सुख भोगे जावो। 
घरवळि - तो तुम अप्रासांगिक समाज शास्त्री तरां जनरल रावत पर कुछ लांछन हि लगै द्यावो। 
मि -यूँ कौमनास्ट्यूं तो यी हाल छन।  प्रजातंत्र का खम्बा का सहारा लेकि प्रजातंत्र को उखाड़ो वळ काम च।  अब तो बंगाल अर केरल वळ बि यूंकि चाल समझी गेन। 
घरवळि -हाँ पर पार्थ चटर्जी सरीखा मुर्दा पर जान तो ऐ गे कि ना ?
मि - नै नै नमकहरामी वळ जान नी चयेणी। 
घरवळि - तो संजय निरुपम जन बोली द्यावो कि सर्जिकल स्ट्राइक  झूटी छे। 
मि - संजय निरुपम त राहुल गांधी का पालतू कुत्ता च तो जन मालिक ब्वालल तन कुत्ता बि त भोँकल कि ना। वै पार्ट टाइम पोलिटिसियन  राहुलन बि त सर्जिकल स्ट्राइक खून की दलाली बोल छौ। लंडेर कुत्तों सरदार ! मुर्ख कंही का  !बाड्रा का साला ! 
घरवळि - तो तुम संदीप दीक्षित का कदमों पर चलिक ल्याखो कि इंडियन नेवी चीफ समुद्री डाकू च।  
मि - हे जुबान पर लगाम लगा हाँ।  में सरीखा वुद्धिजीवी अपण ही नेवी चीफ तै समुद्री डाकू ब्वालल त धिक्कार च मी तैं।  यदि मै सरीखा बुद्धिजीवी आर्मी का वास्ता इन शब्द इस्तेमाल कारल तो भारत तै दुश्मनो की क्या आवश्यकता च ? 
घरवळि -अरे आजकल अप्रासांगिक नेता,   बुद्धिजीवी , समाज सेव्युं को  नरेंद्र मोदी तै गाळी दीणो  एकी तरीका रै गे कि आर्मी कु मनोबल गिराए जावो। 
मि -मि अछेकि भारतीय छौं ना कि माँ हन्ता , मा को हत्यारा, गद्दार  संदीप दीक्षित जैन भारतीय सेनापति तै गली का गुंडा ब्वाल । 

घरवळि -ह्यां पण ! न्यूज मा रौणो बान   .... 
मि -नहीं कॉंग्रेसी अर कम्युनिष्ट न्यूज मा रौणो बान सेनापति पर आक्षेप नि लगाणा छन अपितु नरेंद्र मोदी तै कमजोर करणो वास्ता आर्मी को मनोबल काम करण चाणा छन , पाकिस्तान तै सहारा दीणा छन। अपण देस का सेनापति का वास्ता  इन भाषा तो  गद्दार ही बोल सकुद .. 
घरवळि -हाँ  राजनीति इथ्गा तौळ नरक जोग ह्वे गे।  चलो कुछ नि ल्याखो।  भारत से गद्दारी करणो जगा तो अप्रासांगिक हूण ही ठीक च।  

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Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India , 13 /6/ 2017 
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ चरित्र , स्थान केवल हौंस , हौंसारथ , खिकताट , व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
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