उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Thursday, June 8, 2017

छाळी आंख्युs कौज्याळ पाणी

Garhwali Poem by Sudesh Bhatt 
-
मेरी छाळी आंख्यु क
कौज्याळ पाणी मा
गदनु बसकल्या बंगणु च
जिकुडी मा उमाळ यैगे
खुद गौं की लगंणी च
मेरी छाळी आंख्यु क
कौज्याळ पांणी मा

कंदड्युं मा घुंघ्याट जंदर्यु की
घस्यांद बल्दु की घंडुली सुणेणी च
हरच्यां गोरु सी बसकल्या कुयडी मा
गोर खुज्यांण की धै सुंण्याणी च
मेरी छाळी आंख्युं क
कौज्याळ पांणी मा

बाळपन की याद जिकुडी मा
रौल्युं ढंडियुं की याद आंणी च
स्कूल नी जांण जौळ मा बैठंण कुन
ऊं दिनु की याद आंणी च
मेरी छाळी आंख्यु क
कौज्याळ पांणी मा

कबी आम की डाळी हलांण
कबी मैंणु छ्वंळ की याद आणी च
रुड्या घामु मा डबखा डबखी
हिंसर किंग्वडु की याद आंणी च
मेरी छाळी आंख्युं क
कौज्याळ पांणी .....

सर्वाधिकार रक्षित @सुदेश भट्ट"दगड्या"

No comments:

Post a Comment

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments