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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, July 16, 2015

क्या इफ्तार पार्टी देकि दूसरों तै टोपी पैरे द्यूं ?

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                         क्या  इफ्तार पार्टी देकि दूसरों तै टोपी पैरे द्यूं  ?

                        चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती 

घरवळि -वी ठीक छौ।  जु ईदे मिलापक  दिन अपछ्याणकुं  दगड़ फोटो खैंचांद छौ अर अखबारों मा फोटो छपाईक  कमान्दो छौ। 
मि -कु ठीक छौ ?
नौनु - अरे देहरादून में हैं ना वो जिन्हे पार्टी अंकल कहते हैं।  

मि - हाँ हाँ जो क्रिसमस , पारसी दिवा आदि पर बि पार्टी दींदु। 
नौनु -अर देहरादून का सबसे बड़ा सेक्युलर आदमी है। 
मि -तो ?
नौनु -वैक बात ममी से चलणि छे। 
मि - तो रोड़ा क्यांमा अटग ?

घरवळि -नर्भागी सेक्युलरन राड़ घाळी दे बल ईदेमिलाप का दिन इ मंगणी दिन निकाळे जावो अर वै साल रमदान मैना मामळमास चलणा छया। 
मि -अरे वैक दगड़ त्यार ब्यौ हूंद तो ?
घरवळि -तो क्या ? मुंबई मा गढ़वळि -कुम्मय्या समाज मा नाम तो हूंद।  
मि -कनो नाम त अबि बि च म्यार।
घरवळि -क्यांक नाम च ? खनोक नाम च ? सि ऐतवारो कुण वसई मा बद्रीनाथ मंदिर निर्माण निरीक्षणों कुण तुमर ख़ास दगड्या राजाराम जखवाल, मनहर दसोनी , तुमर काका सत्यप्रसाद कुकरेतीन सब बड़ा बड़ा सामजिक कार्यकर्ताओं तै  निरीक्षणो  कुण न्यूट द्यायै  निमंत्रण नि दे। द्याख च फेसबुक की फोटूँ  मा कथगा दै मुंबई  नामी गिरामी सामाजिक कार्यकर्ता निरीक्षण करणा छया। 
मि -भई ऊं तै पता च मि तै सीमेंट की एलर्जी च तो जखवाल जीन निरीक्षणों न्यूत नि दे होलु। 
घरवळि -ऊँ ! अर मिसेज गैरोला इथगा दै उत्तराखंड महासंघ की बैठक उर्यांदि कबि बि तुम तै नि भट्यान्दि। 
मि -ह्वे सकद च मिसेज गैरोला मि तै सामाजिक कार्यकर्ता इ नि समजदी होली। 
घरवळि -समजण किलै च तुम बि सामाजिक कामुँ नाम पर क्वी प्रोग्रैम करदा अर मिसेज गैरोला तै बुलान्दा तो वा बि तुम तै भट्यान्दि।  यु स्क्रैच माइ बैक आई स्क्रैच युवर्स। 
मि -भइ मीन क्वी संस्था इ नि बणाइ तो संस्था का क्यांको कार्यक्रम ? 
घरवळि -सि परसि जोगेश्वरी मुंबई मा कैं संस्थान किताब कॉपी बंटेन अर तुम तै कैन बि सूचना नि दे जब कि ब्याळो अयाँ डा राजेश्वर उनियाल तै चीफ गेस्ट बणाइ। 
मि -डा राजेश्वर का नाम बड़ो च भै।  वु डा रमेश निशंक का दगड़ घुमण वळ व्यक्ति छन अर मि त काशी  सिंह ऐरी दगड़ बि नि घूम सकदो।
घरवळि -तुमर स्वार भार रमण कुकरेती तै बि सब सामाजिक संस्थाओं  से न्यूत आंद।  अर तुम तै क्वी नि बुलांद।  इख तलक कि तुमर पुरण दगड्या केशर सिंह बिष्ट बि अब कौथिग मा नि भट्यान्दन। 
मि -ह्यां त्यार बुलणो मतबल क्या च ?
घरवळि -जरा अफु तै उत्तराखंडी समाज मा प्रखर सामाजिक कार्यकर्ता  रूप मा स्थापित कारो। 
मि -स्थापित करणो कुण कुछ तो करण पोड़ल कि ना ?
घरवळि -हाँ इफ्तार पार्टी द्यावो। 
मि -क्या गढ़वळि सामाजिक कार्यकर्ता स्थापित करणो बान इफ्तार पार्टी ?
घरवळि -हाँ सब उत्तराखंडी संस्थाओं का परधान अर सचिओं तै इफ्तार पार्टी मा बुलावो। फलुं रस पिलाओ , शाकाहारी -मँशाहारी भोजन खलाओ , लुकैक दारु पिलावो अर हरेक तै टोपी पैनावो। 
मि -टोपी पैरावो ?
घरवळि -हाँ द्याख नी तुमन दिल्ली का मुख्यमंत्री  केजरीवाल उपराज्यपाल तै कन टोपी पैराणा छया। 
मि -हैं ?
घरवळि -हाँ भैर जनता मा पगड़ी उछालो अर इफ्तार पार्टी मा टोपी पैरावो। 
मि -ह्यां पण ?
घरवळि -द्याख नी तुमन बीस सालों से लालू यादव अर नीतीश कुमार एक हैंकाक इज्जत का फालूदा करणा रैन अर अब इफ्तार का नाम पर एक दुसर तै फालूदा खलैक खुले आम एक दुसर तै टोपी पैराणा छया। 
मि -ह्यां पर मि राजनीतिज्ञों तरां बेशरम नि छौं कि अब तक एक दुसर की पगड़ी उछालुं अर फिर इफ्तार पार्टी का नाम पर जनता तै बि टोपी पैरावुं। 
घरवळि -कार्य सिद्धि का वास्ता सब कुछ जायज च। 
मि -अरे इफ्तार पार्टी एक धार्मिक संस्कृति च ना कि टोपी पैरैकि दुसर तै टोपी पैरावो अर पैल इज्जत का फालूदा कारो अर फिर दिखलौटी इफ्तार पार्टी मा फालूदा खलावो। 
घरवळि -द्याखो व्यवहारिक सामाजिक कार्यों मा बि इफ्तार पार्टी अपण उल्लू सीधा करणो सबसे बड़ो हथियार च। 
मि -मि इफ्तार पार्टी से अपण उल्लू सीधा करण से मुस्ल्मानियत , मुसलमानुं अर इस्लाम की बेज्जती नि कर सकुद।
घरवळि -बड़ा आइन इस्लाम अर इस्लामियत की इज्जत करण वाळ।  तुमन द्याख नी च सोनिया गांधी अर तृणमूल का डेरिक ओबराय दगड़म नीतीश कुमार एकी मेज मा बैठिक कन एक दूसर तै टोपी पैराणा छया। 
मि -मि बेहसराम राजनीतिज्ञ नि छौं जु एक मेलमिलापौ, पवित्र  धार्मिक अनुष्ठानौ उपयोग अपण राजनीतिक फैदा बान कौरु।
घरवळि -ह्यां पर जब तृणमूल वाळ भैर कॉंग्रेस तै गुनाहगार पार्टी समजदी अर इफ्तार पार्टी मा सेक्युलर का नाम पर छक्का पंजा कर सकदी अर इनि कम्युनिस्ट बि इफ्तार का नाम पर टोपी पैर सक्दन तो किलै इफ्तार पार्टी का नाम से बड़ा सामाजिक कार्यकर्ता का पद हासिल नि करदा ? 
मि -किलैकि मि एक सच्चु हिन्दू छौं अर सच्चा हिन्दू या सच्चो मुसलमान अपण या दूसरों मजहबी कर्मकांड , धार्मिक अनुष्ठानुं से इरादतन या गैर इरादतन राजनैतिक फैदा नि उठाया करदन।  सच्चो धार्मिक व्यक्ति वी च जु दुसर या अपर धर्म से दूसरों शोषण , दोहन या बेज्जती नि कारो।
घरवळि -मतलब यी सबी राजनैतिक दल इफ्तार पार्टी देक हिंदु अर इस्लाम धर्मक बेज्जती करणा छन ?
मि -बिलकुल जब बि कै धरमक अनुष्ठान या मजहबी कर्मकांड से राजनैतिक फायदा उठाये जावो तो वु कुछ नी अपितु वै धर्म की बड़ी बेज्जती च।




15/7  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।

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