रचना --महंत योगेन्द्र पुरी (किंकलेश्वर चौरस , टिहरी गढ़वाल 1848 -1957 )
इंटरनेट प्रस्तुतिकरण -भीष्म कुकरेती
ना जा पंछी बणाग्याँ बोण /बौण
ना जा पंछी बणाग्याँ बोण
ना जा पंछी बणाग्याँ बौण
ना जा पंछी बणाग्याँ बौण
ना जा पंछी बणाग्याँ बौण
बोण बण्यूं शमशान सि सारो
कखिम क्वीला कखिम खारो
कखिमु स्याळ लगीने रोण
ना जा पंछी बणाग्याँ बोण
ना जा पंछी बणाग्याँ बोण
शेर बाघ अर गैंडा हाथी
सब्बि फुकेगें तेरा साथी
ना जा पंछी बणाग्याँ बौण
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