गढ़वाली हास्य -व्यंग्य
सौज सौज मा मजाक मसखरी
हौंस,चबोड़,चखन्यौ
सौज सौज मा गंभीर छ्वीं
नगर पालिका चुनावों मा सोसल मीडिया मा तिकड़म
चबोड़्या - चखन्यौर्या: भीष्म कुकरेती
आज सुबेरि बिटेन फोन आण शुरू ह्वेन।
एक फोन आयि," पहचान कौन ?"
मीन बोलि, " तुमि बथै द्याओ तुम कौन?"
उख बिटेन बोल ऐन," कन जमानो ऐ। अपण खास आदिम अपण लोगुं नि पछ्यांणदन ?"
मीन बोलि," सचि! नि पछ्यांण मीन?"
वूंन उत्तर दे ," मि उत्तरकाशी बिटेन बुलणु छौं। तुमर कुटुंब की तुमारि छुमा बौ को मौसा को समदी को साडो भाइ क बडो जंवै छौं अर रिश्ता मा तुमर भुला लगुद। अर तुमर क्षेत्र ढांगू को इ छौं "
मीन बि बगैर रिश्ता समजी ब्वाल।" जी ब्वालो!"
ऊंन बोल," मि सत्य प्रसाद बडोला छौं। बस आज याद आयि कि हमर लोग बि मुंबई मा छन तो बात करणों ज्यू बुले गे।"
मीन पूछ," क्वी ख़ास काम ?"
सत्यप्रसाद जीन बोलि," ना ना क्वी ख़ास काम नि च बस इनि फोन कार। म्यार फोन नम्बर सेव कुरी ल्यावो हां!"
बडोला जीन फोन बंद करी दे
इथगा मा हैंको फोन आयि," अंदाज लगावो मैं कौन?"
मीन बोलि," आप ही अपुण परिचय दे द्याव कि आप कौन?"
ऊंन बोलि,"जी मि ढौंडियाळ स्यूं को तुमर ससुरासौ ल्वार गोधन लाल जी क ससुर जीक छ्वटो भुला को ममिया ससुर को नातिक गांवक मौसिक नौनु छौं अर रिश्ता मा तुमर मम्या ससुर लगुद।"
मीन ब्वाल," समनैन मम्या ससुर जी। आपक नाम?"
ऊंन उत्तर दे ," मि सुन्दर लाल आर्य छौं अर कोटद्वार रौंद।"
मीन पूछ," जी हुकुम कारो ."
आर्य जीन बोलि," कुछ ना। बस मि त ढौंडियालस्यूं का सबि रिश्तेदारों दगड़ छ्वीं बथ करणम विश्वास करदो। म्यार फोन नम्बर सेव करी दयावो हां!"
अर आर्य जीन फोन काटि दे।
इना आर्य जीक फोन कट अर उना एक हैंक फोन आई।
उख बिटेन आवाज आयि," वाह कुकरेती जी आप मि तैं पछ्याण गेवां हैं कि मि तुमर बूड ददिक ममाकोट क नजीकौ गौं क रानू बिष्ट छौं"
मि अदकचयों कि मि सरा दुन्या तैं ऊंको जातिक इत्यास बथांदु पण मि तैं अपण बूड़ ददा नाम नि मालुम अर ना हि पता कि मेरि बूड ददि कखक छै।
मीन पूछ," ह्यां पण मेरि बूड ददि कखक छे?"
रानू बिष्टन जबाबम ब्वाल," अरे तुमरि बूड ददि उदयपुर पट्टीम किमसार की कंडवाळ छे अर तुमर बूड ददिक ममाकोट ठांगर ह्वे अर जातिक रतूड़ी छा तुमर बूडददि ममा। अर मि थळधारक मिसेज रानू बिष्ट छौं "
मीन बोलि," धन्यवाद! रानू जी जु तुमन मि तैं अमूल्य जानकारी दे . ब्वालो क्या हुकुम च?
रानू बिष्टन बोलि," कुछ ना बस इनि दोस्ती बढ़ाणों खातिर फोन कार। मि ऋषिकेश रौंद। म्यार फोन नम्बर सेव करि लेन।" रानू बिष्टन फोन काटि दे।
आज दिन तलक कुज्याण क्थ्गा फोन ऐन धौं अर इनि रिश्तेदारी लगंदेरी फोन ऐन। म्यार माँ नि आयि कि अचाणचक इ फोन किलै ऐन।
उ तो दुसर दिन पता चौल कि अचाणचक फोन किलै ऐन।
सुबेर सुबर रानू बिष्ट को फोन आयि," भीष्म जी मि ऋषिकेश नगरपालिका चुनाव लड़णु छौं। तुम इंटरनेट पर इथगा लिखदा तो म्यरो एक काम करि देन। फेस बुक पर फ्रेंड्स ऑफ रानू बिष्ट च अर ट्वीटर पर बि यी अकाउंट च . आपसे गुजारिस च बल आप रोज फेस बुक अर ट्वीटर पर रोज हजारेक दें मेरी बडै करदा जा प्लीज!"
मीन बोलि," पण रानू जी मि आपक बारा मा कुछ नि जाणदो तो बडै क्या कौरुं?"
रानू जीक जबाब छौ," इखमा जाणन क्या च। बस इन समजी ल्यावो कि मि राहुल गांधी छौं तो तुम अलंकृत भाषा मा मै तैं अन्तराष्ट्रीय नेता बथावो अर ट्वीट कारो अर फेस बुक मा केंट द्याओ कि अमेरिका यूरोप की समस्याओं समाधान रानू बिष्टम च।"
मीन टोकि," पण .."
रानू बिष्ट को आदेस छौ," पण उण कुछ ना। मि जीति गे तो आपका मेलों हिसाबन आपकुण ऋषिकेश नगरपालिका मा मोफत की जमीन आबंटित ह्वे जालि। ऋषिकेशम जमीन चयाणि च तो फेस बुक अर ट्वीटर t पर मेरी प्रशंसा करदा जावो "
रानू बिष्ट को फोन खतम ह्वाइ कि सुन्दर लाल आर्य जीक फोन आयि," भीष्म जी मि सुन्दर लाल बुलणु छौं। मि कोटद्वार से नगर पालिका चुनाव लड़णु छौं। कोटद्वारम फोकट मा जमीन चयाणि च तो आप रोज सौएक दें फेस बुक अर ट्वीटर पर म्यार विरोध मा कठोर से कठोर बचनु मा ल्याखो।"
मीन बोलि," आर्य जी मि तुम तैं जाणदो इ नि छौं तो मीन तुमर विरोध कई हिसाबन करण?"
आर्य जीन बोलि," अरे इन समजि ल्यावो कि मि इ राजा , अशोक चौहाण या यदुरप्पा छौं। बस आप जथगा बड़ी सभ्य गाळी ह्वावो दींद जावो।"
मीन पूछ , " पण सोसल नेटवर्क पर मेरि गाळी से आप तैं क्या फैदा?"
आर्य जीन खुलासा कार," तुम जथगा जोर से मै तैं गाळि देल्या मि उथगा जोर से ब्राह्मण वाद तै गाळि द्योलु। बस फिर तो मि तैं नगर पालिका चुनाव जितण से क्वी नि रोकि सकदो। अर सुणो कोटद्वरम फ्री मा जगा चयेणि त मि तै सोसल मीडिया मा मै तै गाळि दींदा जावो। जथगा कैड़ी गाळि उथगा बड़ो प्लौट ..." अर आर्य जीन फोन बंद करी दे।
इथगा मा सत्यप्रसाद बडोला जीक फोन आयि," भीष्म जी मि सत्यप्रसाद बडोला बुलणु छौ। मि उत्तरकाशी बिटेन नगर पालिका चुनाव लड़णु छौं।"
मीन बोलि," विश यु औल दि बेस्ट।"
बडोला जीन बोलि," आप इंटरनेट मा प्रसिद्ध छन तो जरा म्यार एक काम करी देन। मेरा विरोधी यशपाल सजवाण च . तो ट्वीटर अर फेस बुक पर नकली इमेल अर ब्लौग 'महान राजपूत सजवाण' खोलिक जथगा जादा ह्वे साको उठ्गा जोर से फेस बुक अर ट्वीटर मा राजपूत अर ब्राम्हणों झगड़ा फैलावो ।"
मीन पूछ," पण यां से क्या फैदा?"
बडोला जीन रहस्य ख्वाल," असल मा मेरि कंस्वीटेंसी मा बामण जादा छन अर राजपूत कम तो मि चांदो कि इख ख अर ब की मार काट मची जावो। जु तुम सोसल मीडिया से इख ख अर ब याने बामण -राजपूतो जुध कराणम कामयाब ह्वे जैल्या तो उत्तरकाशीम जगा फ्री।"
अर बडोला जीन आदेस देकि फोन काटी दे।
अब मि सुचणु छौं कि फ्री की जगा कोटद्वार , ऋषिकेश या उत्तरकाशी मादे कख ठीक रालि?
Copyright @ Bhishma Kukreti 11/4/2013
सौज सौज मा गंभीर छ्वीं
नगर पालिका चुनावों मा सोसल मीडिया मा तिकड़म
चबोड़्या - चखन्यौर्या: भीष्म कुकरेती
(s = आधी अ )
आज सुबेरि बिटेन फोन आण शुरू ह्वेन।
एक फोन आयि," पहचान कौन ?"
मीन बोलि, " तुमि बथै द्याओ तुम कौन?"
उख बिटेन बोल ऐन," कन जमानो ऐ। अपण खास आदिम अपण लोगुं नि पछ्यांणदन ?"
मीन बोलि," सचि! नि पछ्यांण मीन?"
वूंन उत्तर दे ," मि उत्तरकाशी बिटेन बुलणु छौं। तुमर कुटुंब की तुमारि छुमा बौ को मौसा को समदी को साडो भाइ क बडो जंवै छौं अर रिश्ता मा तुमर भुला लगुद। अर तुमर क्षेत्र ढांगू को इ छौं "
मीन बि बगैर रिश्ता समजी ब्वाल।" जी ब्वालो!"
ऊंन बोल," मि सत्य प्रसाद बडोला छौं। बस आज याद आयि कि हमर लोग बि मुंबई मा छन तो बात करणों ज्यू बुले गे।"
मीन पूछ," क्वी ख़ास काम ?"
सत्यप्रसाद जीन बोलि," ना ना क्वी ख़ास काम नि च बस इनि फोन कार। म्यार फोन नम्बर सेव कुरी ल्यावो हां!"
बडोला जीन फोन बंद करी दे
इथगा मा हैंको फोन आयि," अंदाज लगावो मैं कौन?"
मीन बोलि," आप ही अपुण परिचय दे द्याव कि आप कौन?"
ऊंन बोलि,"जी मि ढौंडियाळ स्यूं को तुमर ससुरासौ ल्वार गोधन लाल जी क ससुर जीक छ्वटो भुला को ममिया ससुर को नातिक गांवक मौसिक नौनु छौं अर रिश्ता मा तुमर मम्या ससुर लगुद।"
मीन ब्वाल," समनैन मम्या ससुर जी। आपक नाम?"
ऊंन उत्तर दे ," मि सुन्दर लाल आर्य छौं अर कोटद्वार रौंद।"
मीन पूछ," जी हुकुम कारो ."
आर्य जीन बोलि," कुछ ना। बस मि त ढौंडियालस्यूं का सबि रिश्तेदारों दगड़ छ्वीं बथ करणम विश्वास करदो। म्यार फोन नम्बर सेव करी दयावो हां!"
अर आर्य जीन फोन काटि दे।
इना आर्य जीक फोन कट अर उना एक हैंक फोन आई।
उख बिटेन आवाज आयि," वाह कुकरेती जी आप मि तैं पछ्याण गेवां हैं कि मि तुमर बूड ददिक ममाकोट क नजीकौ गौं क रानू बिष्ट छौं"
मि अदकचयों कि मि सरा दुन्या तैं ऊंको जातिक इत्यास बथांदु पण मि तैं अपण बूड़ ददा नाम नि मालुम अर ना हि पता कि मेरि बूड ददि कखक छै।
मीन पूछ," ह्यां पण मेरि बूड ददि कखक छे?"
रानू बिष्टन जबाबम ब्वाल," अरे तुमरि बूड ददि उदयपुर पट्टीम किमसार की कंडवाळ छे अर तुमर बूड ददिक ममाकोट ठांगर ह्वे अर जातिक रतूड़ी छा तुमर बूडददि ममा। अर मि थळधारक मिसेज रानू बिष्ट छौं "
मीन बोलि," धन्यवाद! रानू जी जु तुमन मि तैं अमूल्य जानकारी दे . ब्वालो क्या हुकुम च?
रानू बिष्टन बोलि," कुछ ना बस इनि दोस्ती बढ़ाणों खातिर फोन कार। मि ऋषिकेश रौंद। म्यार फोन नम्बर सेव करि लेन।" रानू बिष्टन फोन काटि दे।
आज दिन तलक कुज्याण क्थ्गा फोन ऐन धौं अर इनि रिश्तेदारी लगंदेरी फोन ऐन। म्यार माँ नि आयि कि अचाणचक इ फोन किलै ऐन।
उ तो दुसर दिन पता चौल कि अचाणचक फोन किलै ऐन।
सुबेर सुबर रानू बिष्ट को फोन आयि," भीष्म जी मि ऋषिकेश नगरपालिका चुनाव लड़णु छौं। तुम इंटरनेट पर इथगा लिखदा तो म्यरो एक काम करि देन। फेस बुक पर फ्रेंड्स ऑफ रानू बिष्ट च अर ट्वीटर पर बि यी अकाउंट च . आपसे गुजारिस च बल आप रोज फेस बुक अर ट्वीटर पर रोज हजारेक दें मेरी बडै करदा जा प्लीज!"
मीन बोलि," पण रानू जी मि आपक बारा मा कुछ नि जाणदो तो बडै क्या कौरुं?"
रानू जीक जबाब छौ," इखमा जाणन क्या च। बस इन समजी ल्यावो कि मि राहुल गांधी छौं तो तुम अलंकृत भाषा मा मै तैं अन्तराष्ट्रीय नेता बथावो अर ट्वीट कारो अर फेस बुक मा केंट द्याओ कि अमेरिका यूरोप की समस्याओं समाधान रानू बिष्टम च।"
मीन टोकि," पण .."
रानू बिष्ट को आदेस छौ," पण उण कुछ ना। मि जीति गे तो आपका मेलों हिसाबन आपकुण ऋषिकेश नगरपालिका मा मोफत की जमीन आबंटित ह्वे जालि। ऋषिकेशम जमीन चयाणि च तो फेस बुक अर ट्वीटर t पर मेरी प्रशंसा करदा जावो "
रानू बिष्ट को फोन खतम ह्वाइ कि सुन्दर लाल आर्य जीक फोन आयि," भीष्म जी मि सुन्दर लाल बुलणु छौं। मि कोटद्वार से नगर पालिका चुनाव लड़णु छौं। कोटद्वारम फोकट मा जमीन चयाणि च तो आप रोज सौएक दें फेस बुक अर ट्वीटर पर म्यार विरोध मा कठोर से कठोर बचनु मा ल्याखो।"
मीन बोलि," आर्य जी मि तुम तैं जाणदो इ नि छौं तो मीन तुमर विरोध कई हिसाबन करण?"
आर्य जीन बोलि," अरे इन समजि ल्यावो कि मि इ राजा , अशोक चौहाण या यदुरप्पा छौं। बस आप जथगा बड़ी सभ्य गाळी ह्वावो दींद जावो।"
मीन पूछ , " पण सोसल नेटवर्क पर मेरि गाळी से आप तैं क्या फैदा?"
आर्य जीन खुलासा कार," तुम जथगा जोर से मै तैं गाळि देल्या मि उथगा जोर से ब्राह्मण वाद तै गाळि द्योलु। बस फिर तो मि तैं नगर पालिका चुनाव जितण से क्वी नि रोकि सकदो। अर सुणो कोटद्वरम फ्री मा जगा चयेणि त मि तै सोसल मीडिया मा मै तै गाळि दींदा जावो। जथगा कैड़ी गाळि उथगा बड़ो प्लौट ..." अर आर्य जीन फोन बंद करी दे।
इथगा मा सत्यप्रसाद बडोला जीक फोन आयि," भीष्म जी मि सत्यप्रसाद बडोला बुलणु छौ। मि उत्तरकाशी बिटेन नगर पालिका चुनाव लड़णु छौं।"
मीन बोलि," विश यु औल दि बेस्ट।"
बडोला जीन बोलि," आप इंटरनेट मा प्रसिद्ध छन तो जरा म्यार एक काम करी देन। मेरा विरोधी यशपाल सजवाण च . तो ट्वीटर अर फेस बुक पर नकली इमेल अर ब्लौग 'महान राजपूत सजवाण' खोलिक जथगा जादा ह्वे साको उठ्गा जोर से फेस बुक अर ट्वीटर मा राजपूत अर ब्राम्हणों झगड़ा फैलावो ।"
मीन पूछ," पण यां से क्या फैदा?"
बडोला जीन रहस्य ख्वाल," असल मा मेरि कंस्वीटेंसी मा बामण जादा छन अर राजपूत कम तो मि चांदो कि इख ख अर ब की मार काट मची जावो। जु तुम सोसल मीडिया से इख ख अर ब याने बामण -राजपूतो जुध कराणम कामयाब ह्वे जैल्या तो उत्तरकाशीम जगा फ्री।"
अर बडोला जीन आदेस देकि फोन काटी दे।
अब मि सुचणु छौं कि फ्री की जगा कोटद्वार , ऋषिकेश या उत्तरकाशी मादे कख ठीक रालि?
Copyright @ Bhishma Kukreti 11/4/2013
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