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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, August 27, 2015

चिर सुंदरी भुंदरा बौका रूप वर्णन

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                     चिर सुंदरी भुंदरा बौका रूप वर्णन 
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                  श्रृंगार प्रेमी     :::   भीष्म कुकरेती 

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ब्याळि सुंदरा बौक फोन आयी ," हैलो ! मि सुंदरा बुलणु छौं। "
मि -अरे बौजी चरणस्पर्श ! 
सुंदरा बौ -ऊँ ! स्पर्श इ करणाइ तो भुंदरा तै स्पर्श कौर। 
मि -जळणै गंद इख तलक आणि च। 
सुंदरा बौ -बिंडि ना बोल हाँ।  मीन तेरी बांठै धौर दीण अर वींक बांठै बि   …। 
मि -ह्याँ ह्वाइ  क्या च ?
सुंदरा बौ - इन बोदी बल क्या नि ह्वे।  सब बुलणा छन बल भुंदरा सबसे बिगरैली बांद च।  मेरी समज मा त भैंसीक  नाम च चाँद !
मि -भुंदरा बौ छ मयाळु माकि मायादार बांदु मा की बांद ,
सुंदरा बौ -होली वा- फुर्कली पौन 
मि -छाजा माँ खड़ी  हूंदी जन धार माँ कि सि जून 
सुंदरा बौ -वींक रंग होलु जन -लोहा गढी छेणी
मि -नही , पिंग्ळु  रंग मुखडी को नथुली नि दिखेणी
सुंदरा बौ -वींक चाल कन च ?
मि -घट को भगवाडी : रुब्सी खुट्योंन वा चलदी  अग्वाडी
सुंदरा बौ -भुंदरा बुल्दी कन च ?
मि -केळा  तोडी फली : कै  जगह सुणेली वींको  मोछंग सी गौळी 
सुंदरा बौ -होली उनि कड़कड़ी।  
मि -नही।  साग लाई तोर --- नकडंडि  टुटगे  नथुली का जोर
सुंदरा बौ -अरे अर मथि गात ?
मि -धनिया को बीज ----छाती का अनार वींका  तर्सौनिया चीज 
सुंदरा बौ - वींक यौवन कन च  ?
मि -  जवानी को धधकारु सौण सि छालू 
सुंदरा बौ - मतलब ?
मि - इख पर महान शायर मर्श अल्सियानी को यु शेर फिट बैठद -

बला है कहर है आफत है , फितना है जिंंदगानी का। 
तेरी जवानी क्या ? सैलाब है दरिया के पानी का।।

सुंदरा बौ - चल मीन नि करणै त्वे से बात। अरे एक नारी समिण हैंक नारीक इथगा अथा प्रशंसा ?
सुंदरा बौन गुस्सा मा जोर से  पटकिक फोन काटि दे। 



27/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India 
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
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