Folklore about Indo Scythian Rule in India with reference History of Haridwar, Bijnor, Saharanpur
हरिद्वार, बिजनौर , सहारनपुर इतिहास संदर्भ में शक गाथाएं
Ancient History of Haridwar, History Bijnor, Saharanpur History Part - 161
हरिद्वार, बिजनौर , सहारनपुर इतिहास संदर्भ में शक गाथाएं
Ancient History of Haridwar, History Bijnor, Saharanpur History Part - 161
हरिद्वार इतिहास , बिजनौर इतिहास , सहारनपुर इतिहास -आदिकाल से सन 1947 तक-भाग -161
इतिहास विद्यार्थी ::: भीष्म कुकरेती
Copyright@ Bhishma Kukreti Mumbai, India 11/8/2015
History of Haridwar, Bijnor, Saharanpur to be continued Part --162
हरिद्वार, बिजनौर , सहारनपुर का आदिकाल से सन 1947 तक इतिहास to be continued -भाग -162
Ancient History of Kankhal, Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Har ki Paidi Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Jwalapur Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Telpura Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Sakrauda Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Bhagwanpur Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Roorkee, Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Jhabarera Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Manglaur Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Laksar; Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Sultanpur, Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Pathri Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Landhaur Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Bahdarabad, Uttarakhand ; Haridwar; History of Narsan Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Bijnor; Ancient History of Nazibabad Bijnor; Ancient History of Saharanpur; Ancient History of Nakur , Saharanpur; Ancient History of Deoband, Saharanpur; Ancient History of Badhsharbaugh , Saharanpur; Ancient Saharanpur History, Ancient Bijnor History;
कतिपय प्राचीन गाथाएं शक आदि विदेशी जातियों का संबंध कुणिंद जनपद के पश्चमी भाग से जोड़ते हैं जिसमे हरिद्वार , बिजनौर , सहारनपुर सम्मलित है। (महाभारत ). सभापर्व , महाभारत अनुसार कुलिंद जनपद में प्रदर , पारद , तुषार , दरद तथा खसादि जातियां बसीं थीं। इसमें प्रदर -पारद को शक , पह्लव जाति व तुषार की पहचान कुषाण जाति से जाती है (डा डबराल ) .
टोंस -यमुना संगम हरिपुर का संबंध शक राजा रिसालु से जोड़ा जाता है (देहरादून गजेटियर ) . पंजाब के शकनरेश रिसालु का राज्य यमुना घाटी तक फैला हो संभव नही है। ऐसा लगता है जब शक जाति यमुना घाटी (देहरादून , सहारनपुर व हरिद्वार का पूरा या कुछ भाग ) में आ बसी होगी तो अपने साथ रिसालू की गाथा भी साथ लायी होगी।
या हो सकता है कि इस भाग में मथुरा के शक नरेश अधीन कोई रिसालू नाम का स्थानीय शक शासक रहा होगा।
कनिंघम का अनुमान था कि मौर्य वंश अंतिम नरेश राजपाल विक्रमी पूर्व दूसरी शती में उत्तराखंड के राजा शाक्दित्य द्वारा मारा गया था।
हर्षचरित से ज्ञात होता है कि ध्रुवस्वामिनी वेष श में चन्द्रगुप्त ने जिस राजा की हत्या की थी वह शकनरेश था।
इन गाथाओं के आधार पर यह अनुमान लगाया जाता है कि शकों का कुलिंद /कुणिंद पश्चमी भाग पर अधिकार रहा होगा और जब पह्लव जाती इस पश्चमी क्षेत्र में उपद्रव , छापामारी मचाने लगी तो वे भी पूर्व की और बढ़े होंगे।
Copyright@ Bhishma Kukreti Mumbai, India 11/8/2015
History of Haridwar, Bijnor, Saharanpur to be continued Part --162
हरिद्वार, बिजनौर , सहारनपुर का आदिकाल से सन 1947 तक इतिहास to be continued -भाग -162
Ancient History of Kankhal, Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Har ki Paidi Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Jwalapur Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Telpura Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Sakrauda Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Bhagwanpur Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Roorkee, Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Jhabarera Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Manglaur Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Laksar; Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Sultanpur, Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Pathri Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Landhaur Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Bahdarabad, Uttarakhand ; Haridwar; History of Narsan Haridwar, Uttarakhand ; Ancient History of Bijnor; Ancient History of Nazibabad Bijnor; Ancient History of Saharanpur; Ancient History of Nakur , Saharanpur; Ancient History of Deoband, Saharanpur; Ancient History of Badhsharbaugh , Saharanpur; Ancient Saharanpur History, Ancient Bijnor History;
कनखल , हरिद्वार का इतिहास ; तेलपुरा , हरिद्वार का इतिहास ; सकरौदा , हरिद्वार का इतिहास ; भगवानपुर , हरिद्वार का इतिहास ;रुड़की ,हरिद्वार का इतिहास ; झाब्रेरा हरिद्वार का इतिहास ; मंगलौर हरिद्वार का इतिहास ;लक्सर हरिद्वार का इतिहास ;सुल्तानपुर ,हरिद्वार का इतिहास ;पाथरी , हरिद्वार का इतिहास ; बहदराबाद , हरिद्वार का इतिहास ; लंढौर , हरिद्वार का इतिहास ;बिजनौर इतिहास; नगीना , बिजनौर इतिहास; नजीबाबाद , नूरपुर , बिजनौर इतिहास;सहारनपुर इतिहास; Haridwar Itihas, Bijnor Itihas, Saharanpur Itihas
No comments:
Post a Comment
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments