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Tuesday, August 11, 2015

चिरयौवना भुंदरा बौ भिखारण किलै बणन चाणि च ?

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                    चिरयौवना भुंदरा बौ भिखारण  किलै बणन चाणि  च ? 


                        चबोड़ , चखन्यौ , चचराट   :::   भीष्म कुकरेती 



चिरसुन्दरी भुंदरा बौ -ये सुंदरा सूण !
मि -अरे ये बौ।  तू कख छे मीन त्यार लैंड लैन पर फोन ट्राई कार। 
चिरयौवना भुंदरा बौ -औ मि देहरादून अयुं छौं। 
मि -यु ठीक नी च हाँ , जवान छोरी देहरादून सरीका शहर मा हो।  पता च उख नारायण दत्त जी बि रौंदन। 
चिर कांत कामिनी भुंदरा बौ -अरे सुंदरा , मि मजाकौ मूड मा नि छौं। 
मि -हैं तो ?
चिर प्रफुलित भुंदरा बौ -मि आज गंभीर मूड मा छौं। 
मि -गंभीर ? क्या क्वी बीमार च ?
भुंदरा बौ -ना रे ना।  मि असल मा मेकअप का सामान खरीदणो देहरादून अयुं छौं। 
मि -हैं ! ये बौ क्या काण्ड लगाणि छे ?  तू अर मेकअप ? त्वे तै मेकअप की जरूरत ? क्या भैजि दुसर ब्यावक सुचणा छन ? 
भुंदरा बौ -अरे त्यार बि ना।  फोकट मा दिमाग लगांदि तू। मेकअपक सामान सुंदर दिख्याणो  ना गंदो दिख्याणो बान चयेणु च। 
मि -हैं ? शेरनी  बिल्ली बणन चाणि च ? बाघणी  स्याळण  बणन चाणि  च ? राहुल गांधी नरेंद्र मोदी बणन चाणु च ?
अमीर भुंदरा बौ -हाँ बुबा।  इन बता भिखारन बणनो बान क्या सामान चयेंद ? मीन भिखारन बणनाइ । 
मि -हैं ? पर गांव मा कैन नि बवाल कि त्यार दिवाला निकळ गे। 
भुंदरा बौ -अरे सवाल नि कौर बिंडी।  तू सिरफ़ इन बता कि भिखारन बणनो बान क्या क्या सामान चयेंद ?
मि -चिरीं फटीं धोती कि गंदु सि पेटीकोट बि दिखे जावो , गंदो सि बिलोज , नाक आँख , गिच से लाळ चुवो टी भौत बढ़िया , नाक  से नकधारा, आँख से कुछ पीप , कटोरा , कटोरा मा दस दस का नोट , अर शकल जरा काळी कलूटी सि  … 
भुंदरा बौ -ठीक ठीक च मीन यु सब सामन खरीद याल अर मेकअप बिचण वाळन सचमुच की भिखारन से बि मिलवै दे तो वींन कुछ टिप्स बि देन।  भौत कॉपरेटिव हूंदन  हाँ भिखारिन। 
मि -यां पर तू भिखारन बणन किलै चाणि छे ?
भुंदरा बौ -अरे बाबा पापी पेट का सवाल च।  अच्छी नौकरी च भिखारिन कु। 
मि -नौकरी भिखारिन की ? 
भुंदरा बौ -हाँ नौकरी मा तनखा बि मीललि  अर भीख मा जु बि मीलल  सो बोनस। 
मि -ये बौ तू क्या बुनि छे मेरी तो समज मा नी आणि च। 
भुंदरा बौ -अरे मीन सरकारी नौकरी कुण अप्लाई करणाइ।  भिखारिन की नौकरी। सरकारी भिखारन ! 
मि -सरकारी भिखारन ?
भुंदरा बौ -हाँ सरकारी भिखारन।
मि - सरकार अब भिखारण्यूं तै अप्वाइंट करणि च ? 
भुंदरा बौ -हां अब सरकार तै ऑफिसियल ब्यगर्स चयेणा छन। 
मि -क्यांक बान ? किलै ? सरकारौ मंगत्यौं से क्या काम ?
भुंदरा बौ -अरे क्या च सरकार जु काम करणि च ना अर अपण कामौ बखरबान टीवी , समाचार पत्रों से करणी च तो लोगुं पर वांक फरक नी पड़णु च।  लोग समजणा इ नि छन कि मोदी सरकार कुछ करणी बि च।   
मि -हाँ त भाजपा का कार्यकर्ताऊं कर्तव्य च कि वु सरकारों काम तै जनता तै बतावन कि सरकार जनहित मा क्या क्या काम करणि वह। 
भुंदरा बौ -अरे एक तो भाजपा वळ बि कॉंग्रेसी कार्यकर्ता जन ह्वे गेन।  वूंक सुचण च कि अब हमारी सरकार च तो कार्यकर्ताओं तै आराम करण चयेंद। सरकारी दाल का कार्यकर्ताओं तै जनता का बीच जाणै जरूरत नी च अर फिर   …  
मि -अर फिर क्या ?
भुंदरा बौ -फिर भाजपा का कार्यकर्ताओं तै बि कुछ पता नी लगणु च कि सरकार क्या काम करणि च तो सरकार स्वयं ही अपण कामौ प्रोपेगेंडा भिखार्युं जरिये कराण चाणि च। 
मि -तो अब भिखारी सरकारी प्रोपेगेंडा कारल ?
भुंदरा बौ -हाँ तीन हजार प्रशिक्षित भिखारी सरा भारत मा घूम घूमिक, ट्रेन मा , बस मा , गली गली जैक , गाँव गाँव भटकिक , गाणा गैक , थाळी बजैक , कटोरा फोड़िक लोगुं तै बताल कि मोदी सरकारन जनहित मा क्या काम कार अर अग्वाड़ी क्या काम कारली। 
मि -हाँ विचार तो बढ़िया च।  बिलकुल अभिनव विचार , इन्नोवेटिव स्ट्रेटेजी , नई रणनीति। 
भुंदरा बौ -चूँकि अब भाजपा का अकर्यकर्ता गौल जन अळगसी ह्वे गेन तो हम भिखारियों की फ़ौज हरेक भारतीय तै बताली कि 'अच्छे दिन अ गए हैं ' 'और आगे हौर बी अच्छे दिन आएंगे '।
मि -एक बात बतादि कि तीमा या सूचना कखन आयी ?
भुंदरा बौ -मीन नेट पर टाइम्स ऑफ इण्डिया की न्यूज पौढ़। Govt. to Now Train 3000Beggars to Sing Songs of Praise for Their Policies .
मि -एक मिनट जरा मी बि टाइम्स ऑफ इण्डिया चेक करदु कि क्या न्यूज च ?
भुंदरा बौ -हाँ हाँ चार तारीकौ सम्पादकीय लेख च। 
मि -औ।  हाँ न्यूज तो छ पर   … 
भुंदरा बौ - तो ? क्या पर ?
मि - न्यूज का साथ साथ लिख्युं च Just /Jest 
भुंदरा बौ - मतलब ?
मि - मतलब यु सम्पादकीय प्रहसन समपदकीय च। 
भुंदरा बौ - हैं कन काण्ड लगिन ? अब तो टाइम्स सरीखा पेपर बि पाठ्कुं दगड़ मजाक करण मिसे गे ? 



9/8  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India 
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
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