"मेरी बेटुली" (Modern Garhwali Folk Songs)
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बाबा जा जरा चा बणै दे,
लाड़ी जा तौं भांडौं मजै दे।
उठ छोरी तड़तड़ू घाम ऐ गेई,
गौड़ी रामणी जरा पींडु खलै दे।।
तेरी ब्वैई मुंडारू, मुंडु दबै दे,
हे छोरी दादी कु, मुंडु कंघै दे।
पाणी कु बंठा, चम भ्वरी तैं घौर ऐई
पिस्यूँ निमड़ीगेई, तौ ग्यौं पिसै दे।।
हे छोरी दादी कु, मुंडु कंघै दे।
पाणी कु बंठा, चम भ्वरी तैं घौर ऐई
पिस्यूँ निमड़ीगेई, तौ ग्यौं पिसै दे।।
जनि बोला टुप्प टुप्प लगीं रैंदी,
तेरी चिंता मेरी लाड़ी सुखी तू चैंदी।
घुट गौऽली लगनी मेरी बटुली,
सौरास मा झणी कनी तू ह्वोली।
मेरी बेटुली, मेरी लाडुली
मेरी लाडुली, मेरी बेटुली।।
तेरी चिंता मेरी लाड़ी सुखी तू चैंदी।
घुट गौऽली लगनी मेरी बटुली,
सौरास मा झणी कनी तू ह्वोली।
मेरी बेटुली, मेरी लाडुली
मेरी लाडुली, मेरी बेटुली।।
स्वरचित/**सुनील भट्ट**
18/02/2017
18/02/2017
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