Garhwali Poems by Preetam Apachhyan
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३४
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रूढ़ि भर नि खाई दिदा भूखो छौं
ये चतुर चौमास दिदा सूखो छौं.
पाळानऽ फुकेंद कती तृण पात
बर्खे सौंण भादो दिदा रूखो छौं.
लमढणु रै जड्डो सैरा ह्यूंद भर
हळंकार गात दिदा दूखो छौं.
असोज की जून झणा हीटिन
मी जुन्याळै डर उड्यारू लूको छौं.
भौंरा घरूं ऐनि रितु बसंत बौड़ी
भ्वां झड़्युं सी फूल दिदा झूको छौं.
दैं सि फेरो फिर वुइ भम्माण रूढ़ी
बारामासी उमर यनी कूको छौं.
चरबरो न चलमलो घळघळो गफ्फा
रोज हि ता कोदबाड़ी सी घूळो छौं.
प्री.अ.
३४
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रूढ़ि भर नि खाई दिदा भूखो छौं
ये चतुर चौमास दिदा सूखो छौं.
पाळानऽ फुकेंद कती तृण पात
बर्खे सौंण भादो दिदा रूखो छौं.
लमढणु रै जड्डो सैरा ह्यूंद भर
हळंकार गात दिदा दूखो छौं.
असोज की जून झणा हीटिन
मी जुन्याळै डर उड्यारू लूको छौं.
भौंरा घरूं ऐनि रितु बसंत बौड़ी
भ्वां झड़्युं सी फूल दिदा झूको छौं.
दैं सि फेरो फिर वुइ भम्माण रूढ़ी
बारामासी उमर यनी कूको छौं.
चरबरो न चलमलो घळघळो गफ्फा
रोज हि ता कोदबाड़ी सी घूळो छौं.
प्री.अ.
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३५
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पैंछा आँखर लौटाणू छौं
जलमभूमि त्वे थैं गाणू छौं.
तिनै सिखै छै गढ़वाळि भाषा
शब्द गंछ्यै की दे जाणू छौं.
त्यरै रूप से मी पछ्यणेंदो
तेरो हि छैल मि लौंफ्याणू छौं.
अपणि भाषा ही मान बढ़ांदी
येऽ रैबार मि पैटाणू छौं.
कबि सुख कबि दुख आंदा जांदा
भाषा न भूला धै लाणू छौं.
शब्द मोर्यां फिर ज्यूंदा नि हूंदा
थात नि छोड़ा समझाणू छौं.
मयेड़ी सेवा फर्ज जलम कू
जती ह्वे साकी कै जाणू छौं.
प्री.अ.
३५
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पैंछा आँखर लौटाणू छौं
जलमभूमि त्वे थैं गाणू छौं.
तिनै सिखै छै गढ़वाळि भाषा
शब्द गंछ्यै की दे जाणू छौं.
त्यरै रूप से मी पछ्यणेंदो
तेरो हि छैल मि लौंफ्याणू छौं.
अपणि भाषा ही मान बढ़ांदी
येऽ रैबार मि पैटाणू छौं.
कबि सुख कबि दुख आंदा जांदा
भाषा न भूला धै लाणू छौं.
शब्द मोर्यां फिर ज्यूंदा नि हूंदा
थात नि छोड़ा समझाणू छौं.
मयेड़ी सेवा फर्ज जलम कू
जती ह्वे साकी कै जाणू छौं.
प्री.अ.
३६
.....
कै जनम तक अमर रालो यो हमारो प्यार हो
इस्कुल्या दिनूं कु गैल्या हुयूं चा करार हो.
पढ़ै छुट्गे ल्यखै छुट्गे याद बस आँखी त्यरी
सरद्यळाऽ मी भूलि ना जै रैइ मददगार हो.
प्रार्थना मा पीर्यडों मा रीटि जांदो मनमोण्यां
त्वे देखी की छपछपी सच बर्छि सी ऐत्वार हो.
हिंदी त्वी अंग्रेजी त्वी भूगोल त्वी इतिहास त्वी
फिल्मि गीतुन् कौपि भोरीं गणित चा टटगार हो.
त्वे देखणू जळकामुण्डी डैरन् झसक्यूं बि छौं
लुकिछिपी भी नजर त्वे फर वार रौं चा पार हो.
बिसरि की भी कै मुंग तू जिकर ना करि मेरु हां
ब्वे बुबा त जन बि छन मास्टर छ जळ्तामार हो.
छुंयाळों की परवा कैरी भौं कखी मयळू न ह्वे
खार्युं छन रे बैरि लगु ना कैकु क्वी असगार हो.
माया की धूनी जगाईं त्येरि जोगण बणि गयूं
बदनामी ना होंण दे रै लाटि मी लाचार हो.
ज्यूंदु रौं चा मरि जऊं जब ऐड़ि खेईयालि रे
बाळि माया जामिगे अब सच करी संसार हो.
प्री.अ.
.....
कै जनम तक अमर रालो यो हमारो प्यार हो
इस्कुल्या दिनूं कु गैल्या हुयूं चा करार हो.
पढ़ै छुट्गे ल्यखै छुट्गे याद बस आँखी त्यरी
सरद्यळाऽ मी भूलि ना जै रैइ मददगार हो.
प्रार्थना मा पीर्यडों मा रीटि जांदो मनमोण्यां
त्वे देखी की छपछपी सच बर्छि सी ऐत्वार हो.
हिंदी त्वी अंग्रेजी त्वी भूगोल त्वी इतिहास त्वी
फिल्मि गीतुन् कौपि भोरीं गणित चा टटगार हो.
त्वे देखणू जळकामुण्डी डैरन् झसक्यूं बि छौं
लुकिछिपी भी नजर त्वे फर वार रौं चा पार हो.
बिसरि की भी कै मुंग तू जिकर ना करि मेरु हां
ब्वे बुबा त जन बि छन मास्टर छ जळ्तामार हो.
छुंयाळों की परवा कैरी भौं कखी मयळू न ह्वे
खार्युं छन रे बैरि लगु ना कैकु क्वी असगार हो.
माया की धूनी जगाईं त्येरि जोगण बणि गयूं
बदनामी ना होंण दे रै लाटि मी लाचार हो.
ज्यूंदु रौं चा मरि जऊं जब ऐड़ि खेईयालि रे
बाळि माया जामिगे अब सच करी संसार हो.
प्री.अ.
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३७
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सुदि रयूं मि रूणु सुवा पैलि किलै नि बोलि तिन
माया कूटी कूटि भोरीं पैलि किलै नि बोलि तिन.
ब्यो का बाद उमर भर मि समझणु रौं त्वे झुट्यारो
रुआं सि आग रै जगणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
माया की निवाति झौळ पाणि ढोळदि रौंउ मी
मेरा हि नौं तु रै फुकेणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
नौना धरे त्वे से दूर अफु बि ट्यारि ट्यारि रौं
क्यो यखुली रै मठेणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
रोक न अब बगण दे ईं आँखि मी ही अणबुधी
दिन बौड़ी नि आंदा चुची पैलि किलै नि बोलि तिन.
ज्वानि का दिन अड़ादड़ि मा खते गैनि प्यारा वो
गौळा तक छ दुख भोरेणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
खटि कमाईं तेरि मेरी नौना त खै ल्याला फुक
हम खुणे हि रै खिटेणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
गर्ब हूंदो काळ हेजी तुम बि मी बी जाणिग्यों
एक हैंकै ज्यान छां हम पैलि किलै नि बोलि तिन.
प्री.अ.
३७
.....
सुदि रयूं मि रूणु सुवा पैलि किलै नि बोलि तिन
माया कूटी कूटि भोरीं पैलि किलै नि बोलि तिन.
ब्यो का बाद उमर भर मि समझणु रौं त्वे झुट्यारो
रुआं सि आग रै जगणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
माया की निवाति झौळ पाणि ढोळदि रौंउ मी
मेरा हि नौं तु रै फुकेणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
नौना धरे त्वे से दूर अफु बि ट्यारि ट्यारि रौं
क्यो यखुली रै मठेणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
रोक न अब बगण दे ईं आँखि मी ही अणबुधी
दिन बौड़ी नि आंदा चुची पैलि किलै नि बोलि तिन.
ज्वानि का दिन अड़ादड़ि मा खते गैनि प्यारा वो
गौळा तक छ दुख भोरेणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
खटि कमाईं तेरि मेरी नौना त खै ल्याला फुक
हम खुणे हि रै खिटेणू पैलि किलै नि बोलि तिन.
गर्ब हूंदो काळ हेजी तुम बि मी बी जाणिग्यों
एक हैंकै ज्यान छां हम पैलि किलै नि बोलि तिन.
प्री.अ.
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३८
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मर्खु बण्यां छन बाबा जी
गुस्सा बिजां छन पापा जी.
कंधाघोड़ि छा ब्याळि तलक
आज लत्यौणा पापा जी.
हैंस्दा खेलदा कथा सुणांदा
डांग बण्यां छन पापा जी.
माँ कु अड़ांदा मीकु पढ़ांदा
थप्पड़ मरणा पापा जी.
फोन बि नी च आयां नि आज
चुप्प हुयां छन पापा जी.
चिज्जि ल्हावो ना रसगुल्ला
खेल खिलौणा पापा जी.
चट भला कर द्या भगवान जी
इन त नि छां मेरा पापा जी.
प्री.अ.
३८
.....
मर्खु बण्यां छन बाबा जी
गुस्सा बिजां छन पापा जी.
कंधाघोड़ि छा ब्याळि तलक
आज लत्यौणा पापा जी.
हैंस्दा खेलदा कथा सुणांदा
डांग बण्यां छन पापा जी.
माँ कु अड़ांदा मीकु पढ़ांदा
थप्पड़ मरणा पापा जी.
फोन बि नी च आयां नि आज
चुप्प हुयां छन पापा जी.
चिज्जि ल्हावो ना रसगुल्ला
खेल खिलौणा पापा जी.
चट भला कर द्या भगवान जी
इन त नि छां मेरा पापा जी.
प्री.अ.
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३९
.....
करकरा ही बोल चा सै ल्हे कनै भी
प्यार को ही रूप चा रे दुश्मनै भी.
खाब खोली गिचु कताड़ी चौतरफि सब
घळ्ळ घुळणू वन टु हेरा ता जनै भी.
ईं दुन्यां मा सीधू बळ्द तु ह्वे किलै
इनै मड़कै पूँछ स्यटुगी चा उनै भी.
जनानी कू गबदायूं सी चुप्प छै क्यूं
खोलि दे मन की सुणै दे मी सणै भी.
ज्यू झुराणूऽ मन अघोरी पापि यो
नी कनू सच कू भरोंसू सच छनै भी.
ईं दुन्यां का द्वी झणों मा कब तैं रालो
खिर्तो, छोड़ी गौळापाणी हो कनै भी.
भैऽर भितनै हूंद भैजीऽ महाभारत
प्यारन् ही ह्वे सकलि रे या लड़ै भी.
प्री.अ.
.....
करकरा ही बोल चा सै ल्हे कनै भी
प्यार को ही रूप चा रे दुश्मनै भी.
खाब खोली गिचु कताड़ी चौतरफि सब
घळ्ळ घुळणू वन टु हेरा ता जनै भी.
ईं दुन्यां मा सीधू बळ्द तु ह्वे किलै
इनै मड़कै पूँछ स्यटुगी चा उनै भी.
जनानी कू गबदायूं सी चुप्प छै क्यूं
खोलि दे मन की सुणै दे मी सणै भी.
ज्यू झुराणूऽ मन अघोरी पापि यो
नी कनू सच कू भरोंसू सच छनै भी.
ईं दुन्यां का द्वी झणों मा कब तैं रालो
खिर्तो, छोड़ी गौळापाणी हो कनै भी.
भैऽर भितनै हूंद भैजीऽ महाभारत
प्यारन् ही ह्वे सकलि रे या लड़ै भी.
प्री.अ.
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४०
.....
ये कळजुग मा चा पाणी का माना बदलिगे
नौना जनातन ज्वांद जरा सब दाना बदलिगे.
मी ही रौं अर मेरा ही ह्वों बस इथगै जनहित
भक्क अभक सब खाणा पेणा बाना बदलिगे.
मयळु नि रै मन जाळसाजि मा दया दिखलौटी
सासु ब्वारे अर सैणि मैंसों की हाँ ना बदलिगे.
ओबरों अन्न मज्यूळों धन बणीगे सुपिन्यां
थौला दुकानी कोठारों का खाना बदलिगे.
पुंड़ा छ्वट्टा पर वाड़ा सगत्त रे प्रेम पछ्याणा
जुत्तौ सैज बि अर बाटों का कांडा बदलिगे.
गुर्जि उडौणा अपणि पढ़ाईं ज्वांद कलोड़्यों
गर्भ गळौणा डॉक्टर ह्वेकी ब्वाना बदलिगे.
जोर जांठा कू न्यो निसाब की सोच म्वयीगे
दुंद मशीनूं खटपट खटपट चान्हा बदलिगे.
प्री.अ.
.....
ये कळजुग मा चा पाणी का माना बदलिगे
नौना जनातन ज्वांद जरा सब दाना बदलिगे.
मी ही रौं अर मेरा ही ह्वों बस इथगै जनहित
भक्क अभक सब खाणा पेणा बाना बदलिगे.
मयळु नि रै मन जाळसाजि मा दया दिखलौटी
सासु ब्वारे अर सैणि मैंसों की हाँ ना बदलिगे.
ओबरों अन्न मज्यूळों धन बणीगे सुपिन्यां
थौला दुकानी कोठारों का खाना बदलिगे.
पुंड़ा छ्वट्टा पर वाड़ा सगत्त रे प्रेम पछ्याणा
जुत्तौ सैज बि अर बाटों का कांडा बदलिगे.
गुर्जि उडौणा अपणि पढ़ाईं ज्वांद कलोड़्यों
गर्भ गळौणा डॉक्टर ह्वेकी ब्वाना बदलिगे.
जोर जांठा कू न्यो निसाब की सोच म्वयीगे
दुंद मशीनूं खटपट खटपट चान्हा बदलिगे.
प्री.अ.
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४१
.....
सर्ग रुसायूं गौळि उबाणी
एेंसु त आग लगैगे पाणी.
सूखि नवाळी तुरतुर मंगरी
गाड गदेरौं हरैगे पाणी.
मुंडळि खुसैगे गागर कंटर
आंतुरि, फूक सरैगे पाणी.
गाजि बाछि की खाब सुकैगे
पुंगड़्यों खारु बणैगे पाणी.
हैंडपंप क्या नळका टोंटी
भांडों खौळ करैगे पाणी.
मैलि हि रैगे झगुली ट्वपली
लटुल्यों ल्यौंज पड़ैगे पाणी.
झणि कनुकैकी काज सरेला
योज्नौं साप बुस्यैगे पाणी.
गरीबूं धौड़्या क्वोच बुना तुम
बैरि व्यवस्था हौरि छ काणी.
प्री.अ.
.....
सर्ग रुसायूं गौळि उबाणी
एेंसु त आग लगैगे पाणी.
सूखि नवाळी तुरतुर मंगरी
गाड गदेरौं हरैगे पाणी.
मुंडळि खुसैगे गागर कंटर
आंतुरि, फूक सरैगे पाणी.
गाजि बाछि की खाब सुकैगे
पुंगड़्यों खारु बणैगे पाणी.
हैंडपंप क्या नळका टोंटी
भांडों खौळ करैगे पाणी.
मैलि हि रैगे झगुली ट्वपली
लटुल्यों ल्यौंज पड़ैगे पाणी.
झणि कनुकैकी काज सरेला
योज्नौं साप बुस्यैगे पाणी.
गरीबूं धौड़्या क्वोच बुना तुम
बैरि व्यवस्था हौरि छ काणी.
प्री.अ.
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४२
.....
नौळा मंगरा बुसे गैनी रीत कनु क्वे रौलि अब
हैंडपंप हि पूजि ऐगे क्या जि कारू ब्योलि अब?
मोळा थुपड़ौंम् खळे देणा छांछ छोळीं गौं वळा
कफुलु छंछ्या टपकरों मा भांडु लुकयूं खौळि अब.
ये का नौना मिल्गे वजिफा वो तीड़्यूं वे दिन बटे
पीठ पिछनै माँ कि धी की सम्णे जैहिंद बोलि अब.
आयु कब अर गायु कब फौजी दिदौ क्वी पत्ता नी
मारि फस्का सुबदानी बी तितरि बणगे चोळि अब.
मिठै ह्वेगे दारू यख भै ज्यूंणु मोरणू यकनसी
पैणु पातो न्यूतु पछतौ फौरमल्टी घोळि अब.
खुद पराजौ टैम कख रै घसेनि फिल्मी गीतुं मा
टीवी सीर्यल ही बतौणा बार दिन की बोलि अब.
पौल्ट अर पढ्याळ छीजे सेरा तक बंजेगी हो
बीपीएल कू कार्ड बण जौ यांकि कव्वारौळि सब.
हिटण बैठ्गे गौं बि बल विकास का बाटा जथैं
छोड़ा पंडजी महापरसाद जजमानूं कचमोळि अब.
प्री.अ.
.....
नौळा मंगरा बुसे गैनी रीत कनु क्वे रौलि अब
हैंडपंप हि पूजि ऐगे क्या जि कारू ब्योलि अब?
मोळा थुपड़ौंम् खळे देणा छांछ छोळीं गौं वळा
कफुलु छंछ्या टपकरों मा भांडु लुकयूं खौळि अब.
ये का नौना मिल्गे वजिफा वो तीड़्यूं वे दिन बटे
पीठ पिछनै माँ कि धी की सम्णे जैहिंद बोलि अब.
आयु कब अर गायु कब फौजी दिदौ क्वी पत्ता नी
मारि फस्का सुबदानी बी तितरि बणगे चोळि अब.
मिठै ह्वेगे दारू यख भै ज्यूंणु मोरणू यकनसी
पैणु पातो न्यूतु पछतौ फौरमल्टी घोळि अब.
खुद पराजौ टैम कख रै घसेनि फिल्मी गीतुं मा
टीवी सीर्यल ही बतौणा बार दिन की बोलि अब.
पौल्ट अर पढ्याळ छीजे सेरा तक बंजेगी हो
बीपीएल कू कार्ड बण जौ यांकि कव्वारौळि सब.
हिटण बैठ्गे गौं बि बल विकास का बाटा जथैं
छोड़ा पंडजी महापरसाद जजमानूं कचमोळि अब.
प्री.अ.
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४३
.....
बथौं सी सरकीगे बचपन ह्यूं सि गौळी ज्वानि रे
देळि दोब्यूं बुढ़ापो अब निमणौंदी की गाणि रे.
हैंसि ल्हे तिन बोलि छौ फेर ज्वानि की रितु औंदि नी
झरझरो मुख नरकायूं रै मिन बोल्यूं नी मानि रे.
इस्कुलै उमरिम् ड्वळेणू हौस्टिलूं की मौज मा
होण खाणौ बगत बुस्गे अब क्या पछतौ मानि रे.
पांजा पर नी लाई पैरी खै नि खै दिन ठ्यल्दु रौं
भोळा खातर आज बेची ब्याळि जन रै छानि रे.
तनौ सुख ना मनौ सुख पै फिर्ड़ा फिर्ड़ी दौड़ाभागी
बिछीं पलंगौं स्ये नि साकू बीज्युं भी कख जाणि रे.
उमर कू दै बितड़ेग्याई रात दिन की ठेक्युं उंद
नौण घ्यू कख हूणि छै जब छांछ ही नी फानि रे.
जो बि दगड़ा आई म्यारा म्येरि चार बणिगे वो
बगत सोधीऽ काम बिगड़े लाभ नी बस हानि रे.
दे नि साकू नौना नतेणौं बाब दादौं थाति ख्वे
भटकुणू रौं मायाजाळम् माया तौ बि नि जाणि रे.
प्री.अ.
.....
बथौं सी सरकीगे बचपन ह्यूं सि गौळी ज्वानि रे
देळि दोब्यूं बुढ़ापो अब निमणौंदी की गाणि रे.
हैंसि ल्हे तिन बोलि छौ फेर ज्वानि की रितु औंदि नी
झरझरो मुख नरकायूं रै मिन बोल्यूं नी मानि रे.
इस्कुलै उमरिम् ड्वळेणू हौस्टिलूं की मौज मा
होण खाणौ बगत बुस्गे अब क्या पछतौ मानि रे.
पांजा पर नी लाई पैरी खै नि खै दिन ठ्यल्दु रौं
भोळा खातर आज बेची ब्याळि जन रै छानि रे.
तनौ सुख ना मनौ सुख पै फिर्ड़ा फिर्ड़ी दौड़ाभागी
बिछीं पलंगौं स्ये नि साकू बीज्युं भी कख जाणि रे.
उमर कू दै बितड़ेग्याई रात दिन की ठेक्युं उंद
नौण घ्यू कख हूणि छै जब छांछ ही नी फानि रे.
जो बि दगड़ा आई म्यारा म्येरि चार बणिगे वो
बगत सोधीऽ काम बिगड़े लाभ नी बस हानि रे.
दे नि साकू नौना नतेणौं बाब दादौं थाति ख्वे
भटकुणू रौं मायाजाळम् माया तौ बि नि जाणि रे.
प्री.अ.
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४४
.....
ले हम बी द्यसपल्ट करीग्यां पितरकुड़ी का ताळा रे
त्वे दगड़ी छन द्वी क्वलणौं की रौ म्वार्यूं का जाळा रे.
वन पंच्यातम् कब्जा ह्वेगे गौचर बेचे सरकारन्
रीती गोठ छ बळ्द न गोर क्याजी करला ग्वाळा रे.
इंग्लिश मीड्यम का बाना पर घळबट छिरगे नाती ब्वे
रगड़घूस मा भ्यूंळु खड़ीक केळाणौं का क्याळा रे.
पढ्याळ करणा द्वी सार्यूं मा गूणी बांदर सुंगर करां
अणमोरायां फौळ निसूड़ बांझ पोड़ीं अणस्याळा रे.
नौळा धारा नळका बुसिगे स्वजल खड्यायूं ही रायो
परधानों का गिच्चा बुजिगे मनरेगा का म्वाळा रे.
वबरा मंज्यूळों चौक डंड्याळों बस दारू की बास फ्वळीं
ईं गंवड़ी मा कन कै रौण गास न गफ्फा गाळा रे.
त्यरै भरोंसा छोड़ि गयां सब मुलुक मैत खुद पराज थैं
त्वी लटक्यूं छै द्वार द्वरों पर तैल्या मैल्या ख्वाळा रे.
प्री.अ.
.....
ले हम बी द्यसपल्ट करीग्यां पितरकुड़ी का ताळा रे
त्वे दगड़ी छन द्वी क्वलणौं की रौ म्वार्यूं का जाळा रे.
वन पंच्यातम् कब्जा ह्वेगे गौचर बेचे सरकारन्
रीती गोठ छ बळ्द न गोर क्याजी करला ग्वाळा रे.
इंग्लिश मीड्यम का बाना पर घळबट छिरगे नाती ब्वे
रगड़घूस मा भ्यूंळु खड़ीक केळाणौं का क्याळा रे.
पढ्याळ करणा द्वी सार्यूं मा गूणी बांदर सुंगर करां
अणमोरायां फौळ निसूड़ बांझ पोड़ीं अणस्याळा रे.
नौळा धारा नळका बुसिगे स्वजल खड्यायूं ही रायो
परधानों का गिच्चा बुजिगे मनरेगा का म्वाळा रे.
वबरा मंज्यूळों चौक डंड्याळों बस दारू की बास फ्वळीं
ईं गंवड़ी मा कन कै रौण गास न गफ्फा गाळा रे.
त्यरै भरोंसा छोड़ि गयां सब मुलुक मैत खुद पराज थैं
त्वी लटक्यूं छै द्वार द्वरों पर तैल्या मैल्या ख्वाळा रे.
प्री.अ.
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४५
.....
छौं मि तेरी आस मा
ऐंसु का चौमास मा.
कुयेड़ि लौंकीं चौदिशा
बर्खा दे गै प्यास मा.
बादळू की गिड़कताळी
झसकौंदी यकुलांस मा.
टप्प चूंदी धुरपळी बी
म्येसायां गिलास मा.
झणि किलैकी गड़गड़ी तू
रितु गये मळमास मा.
कबि खळे छौ पाणि त्वेउंद
रैमासी कविलास मा.
तेरि खुद मा रुफड़ांदो मन
म्ये जना ये भ्यास मा.
प्री.अ.
.....
छौं मि तेरी आस मा
ऐंसु का चौमास मा.
कुयेड़ि लौंकीं चौदिशा
बर्खा दे गै प्यास मा.
बादळू की गिड़कताळी
झसकौंदी यकुलांस मा.
टप्प चूंदी धुरपळी बी
म्येसायां गिलास मा.
झणि किलैकी गड़गड़ी तू
रितु गये मळमास मा.
कबि खळे छौ पाणि त्वेउंद
रैमासी कविलास मा.
तेरि खुद मा रुफड़ांदो मन
म्ये जना ये भ्यास मा.
प्री.अ.
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४६
.....
चिठ्यूं मा न खौत माया गिचन् बोलि दे
कंदुड़्यों सेळि पड़ी जालि उंठड़ि खोलि दे.
लाल गल्वाड़ि नाक पसिन्यां कब तक शर्माली
तैं उलर्या पराणै कि शरम छोळि दे.
झळकां देखी करळि नजर भौं उच्याणु छोड़
सळसळा ये मन का पाग मिसरि घोळि दे.
गळा भेंटीक् हात्वी माळा मुख इथैंइ मोड़
माया राळी राळी खौला लिम्बा च्वोलि दे.
तेरि सराईं बिमारीन् झरझुरूऽ बुखार
गदगदा हातूम् ल्हेकि मिट्ठि गोळि दे.
रूड़ि सेळ्वाणी को पाणि ह्यूंद आग चैंदा
रुफड़ायूं सरेल ढंड्युं मा चफोळि दे.
बर्सुं ह्वेग्या माया सैंति हाँ नि सूणि अज्यों तक
दिवड़ो बाळि जादि आज ताळो खोलि दे.
प्री.अ.
.....
चिठ्यूं मा न खौत माया गिचन् बोलि दे
कंदुड़्यों सेळि पड़ी जालि उंठड़ि खोलि दे.
लाल गल्वाड़ि नाक पसिन्यां कब तक शर्माली
तैं उलर्या पराणै कि शरम छोळि दे.
झळकां देखी करळि नजर भौं उच्याणु छोड़
सळसळा ये मन का पाग मिसरि घोळि दे.
गळा भेंटीक् हात्वी माळा मुख इथैंइ मोड़
माया राळी राळी खौला लिम्बा च्वोलि दे.
तेरि सराईं बिमारीन् झरझुरूऽ बुखार
गदगदा हातूम् ल्हेकि मिट्ठि गोळि दे.
रूड़ि सेळ्वाणी को पाणि ह्यूंद आग चैंदा
रुफड़ायूं सरेल ढंड्युं मा चफोळि दे.
बर्सुं ह्वेग्या माया सैंति हाँ नि सूणि अज्यों तक
दिवड़ो बाळि जादि आज ताळो खोलि दे.
प्री.अ.
======================
४७
.....
ब्याळि जब तू ऐ हि गै छै स्वीणों मा मेरा
छ्वीं लगांदी हुंगरा देंदी रात भर सैरा.
तेरा मन की आँखि बोलिगे गिचन् वंठुड़ी खोलि नी
आस मा रौं चीणी जाली माया का पैरा.
हात पकड़ी रोकि तिन मी द्वार ढकदो निंद मा
गौळा भेंटी अब जि देली भुक्यूं का फेरा.
मेरि पसंदा रंग पैरी गैणा पाता सजि धजी
मुलमुलू मलकीनि तेरी उंठड़्यु का घेरा.
मेरो अडासो ल्हेकि चुप्प बैठिं रैई तू सुवा
समळौण्यां सौंपी सगोर्या सांसोंन् तेरा.
मिन त समझी बैठिं रैली बिनसिरी तक जैलि तू
भच्च भिचोळी निंद तोड़ी घौ दे गै ग्हैरा.
प्री.अ.
.....
ब्याळि जब तू ऐ हि गै छै स्वीणों मा मेरा
छ्वीं लगांदी हुंगरा देंदी रात भर सैरा.
तेरा मन की आँखि बोलिगे गिचन् वंठुड़ी खोलि नी
आस मा रौं चीणी जाली माया का पैरा.
हात पकड़ी रोकि तिन मी द्वार ढकदो निंद मा
गौळा भेंटी अब जि देली भुक्यूं का फेरा.
मेरि पसंदा रंग पैरी गैणा पाता सजि धजी
मुलमुलू मलकीनि तेरी उंठड़्यु का घेरा.
मेरो अडासो ल्हेकि चुप्प बैठिं रैई तू सुवा
समळौण्यां सौंपी सगोर्या सांसोंन् तेरा.
मिन त समझी बैठिं रैली बिनसिरी तक जैलि तू
भच्च भिचोळी निंद तोड़ी घौ दे गै ग्हैरा.
प्री.अ.
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४८
.....
कनुक्वे रंचू पैलि जरा मन उमाळ औ त सै
बरछि सी लगिनी दुख, सुख जरा पिड़ौ त सै.
माया की मिठै का गीत मन न मुख मि गौं कनै
मी क्य पता स्वाद पैली वीं मिठै चखौ त सै.
क्वा वा बांद भांडि सी भ्वरीं तलबल मायान्
अणदेखीं अंध्यराम् खड़ी वीं मुखड़ि दिखौ त सै.
नांगा खुटौं हिट्दि रौं मि गारों मा कबि कांडौं मा
मौळण दे घौ बिंवयूं लीसु च्यप लगौ त सै.
घामुं मा फुकेणै रीत बर्खा मा रुझांदो गात
तैलि ह्वेजा चांदणा ह्यों निवातो औ त सै.
हिमालान् पाणि दबै कुयेड़ान् क्वांसो मन
अथको विचार रे तु धर्ति सी रिंगौ त सै.
कथा घालि कतपती त गीत बथा ब्यांदि रै
टुक्कु टंगी रंचणा तैं गेळ उंद रड़ौ त सै.
नर्किं रै सदानि स्याणि भकायीं रै सरद्यळी
आंसु पोंछि भुक्कि प्येकि मन्यूळों मनौ त सै.
प्री.अ.
.....
कनुक्वे रंचू पैलि जरा मन उमाळ औ त सै
बरछि सी लगिनी दुख, सुख जरा पिड़ौ त सै.
माया की मिठै का गीत मन न मुख मि गौं कनै
मी क्य पता स्वाद पैली वीं मिठै चखौ त सै.
क्वा वा बांद भांडि सी भ्वरीं तलबल मायान्
अणदेखीं अंध्यराम् खड़ी वीं मुखड़ि दिखौ त सै.
नांगा खुटौं हिट्दि रौं मि गारों मा कबि कांडौं मा
मौळण दे घौ बिंवयूं लीसु च्यप लगौ त सै.
घामुं मा फुकेणै रीत बर्खा मा रुझांदो गात
तैलि ह्वेजा चांदणा ह्यों निवातो औ त सै.
हिमालान् पाणि दबै कुयेड़ान् क्वांसो मन
अथको विचार रे तु धर्ति सी रिंगौ त सै.
कथा घालि कतपती त गीत बथा ब्यांदि रै
टुक्कु टंगी रंचणा तैं गेळ उंद रड़ौ त सै.
नर्किं रै सदानि स्याणि भकायीं रै सरद्यळी
आंसु पोंछि भुक्कि प्येकि मन्यूळों मनौ त सै.
प्री.अ.
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४९.....
कबि त मन कि हूण दे हे दाळ रोटी
ह्यूं बुग्याळूं छूण दे हे दाळ रोटी.
फजल उठी रस्वड़ा मा बिनसिरि बटे
खड़बड़ऽ मठ्यूण दे हे दाळ रोटी.
चर्चरो चल्मलो मैणु चिलकिन्यां बस
सळसळो अलूण दे हे दाळ रोटी.
छोळि द्यूं समोदर मि लांघु परबतूं
मणसूबा गंठ्यूण दे हे दाळ रोटी.
झम्का तोड़ी गीत गौं कि फिरकणी चौंफुला
साबळ न सै त स्यूण दे हे दाळ रोटी.
सौ सिंगार लत्ता कपड़ा पैरूं कबी
धुरपळि सी चूण दे हे दाळ रोटी.
सैर बजारै चाट चाखूं खटिमिठि खौं
गोळागरी ल्ह्यूंण दे हे दाळ रोटी.
चान्हा रैगे गौळा बिल्किं गुन्दु सी
द्वी घड़ी त ज्यूण दे हे दाळ रोटी.
गरीबी का टल्लों न् बचाये लाज
अब त छक्वे रूण दे हे दाळ रोटी.
प्री. अ.
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