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Wednesday, May 10, 2017

सतीश रावत की गढ़वाली कविताएं

Garhwali Poems by Satish rawat 
सतीश रावत की गढ़वाली कविताएं 




---1---
बितदी बिनसरि अर उठदू घाम
बिजदी डाँडी-काँठिहर्चिदि ओंसकी बूँद
कित्गा भग्यान छन तिसलि आँखी
14/07/2016
***

---2---
कुछ लोग होंदिन बड़ा खतरनाक
हाथ कि लकीर पढ़ण मा  होंदिन उस्ताद
मुट्ठी बूजि कि रख्याँ भारे !
15/07/2016
***

---3---
अदरातै फूल-फटगी जून
डाँडों का कुल़ैं का डाल़ाचौड़ु बाटु
खुटों की भौत तेज रफ्तार
15/07/2016
***

---4---
नना नौना-बाला़
गरा-गरा बस्ता
खाली खल्याण
15/07/2016
***

---5---
फूलि गे लय्यापँय्या फूल
हरि-भरि डाँडी-काँठी दुःख गेन भूल
मनिखि माचिस लेकि हुयूँ तैयार
15/07/2016
***

----6----मैँगि शिक्षा मनखि लाचार छुटि-छुटि दुकान
15/07/2016
***

---7---
ब्यखुनि को घाम अछ्लै ग्यायी
गौड़ि-भैंसि छन रमणीरुमुक पड़ि ग्यायी
घास भटि माँजी अबि नी आयी
15 July, 2016
***

---8---क्यबोलि क्यबींगि किलै
17/07/2016
***

----9----गौं s  खँद्वार शहरूँ उड्यार रचनात्मकता रूणी
19/07/2016
***

---10---रुमुक बिचsरि दर्दकी मारी फ़िर  ग्यायी
20/07/2016
***

---11---झपन्यल़ि डाल़ी
रूड़ि कु घाम कुलड़ि धार
20/07/2016
***

---12---मिंढगा टर्रराणाचिल्गs च्वींचाणा गैणों की आँखि बेचैन आज जून नि दिखेणी
21/07/2016
***

---13---डाँड्यूँ मा कुयेड़िबरखा कु झमणाट खुट्यूँ मा कादैई गयीं छन भ्याल़
22/07/2016
***

---14---झपन्यल़ि डाल़ि का छैलु बैठी जलड़ा खर्वाड़ा ना हैरा-हैरा सुपन्या त्वाड़ा ना
23/07/2016
***

---15---भुला ह्वे अकलबंदबिगल़े ग्या
जब भटी भुला कु ब्यो ह्वे ग्या म्यारु भुला स्वारु बण ग्या
24/07/2016
***

---16---कंक्रीट का जंगल डाल़ौं कू नाश कित्गा विकास
24/07/2016
***

---16A---बिवैं खुट्यूँ मा बवै पुंगडौं मा आदिम ठ्यक्कौं मा
25/07/2016
***

---17---
सूर्य अस्त ह्वेगे
किसाण घौर ऐगे
मनखि गोल़ ह्वेगे
25/07/2016
***

---18--- कुंगल़ा सुपन्या कच्ची सड़क कच्ची की भरमार
25/07/2016
***

---19---घाम अछया रौनक बढ़ि गे छोर-छवारों की खूब बार पड़िगे समाज सुधरणकि सुध कैथै
25/07/2016
***

---20---भैर लोग नौनौं तैं गढ़वळि बुन-बिँगण सिखाणा भितरा सिर्फ़ हिन्दी मा बच्याणा
26/07/2016
***

---21---हे ब्यटा जरा इना  राम बहादुर भटी जरा एक शीशि लै ब्यटा एक ढकणिरस्ता मा ही चटकै दे
27/07/2016
***

---22---मि पहाड़ ठगे ग्यों सदानि कबि काम नि आयी अपणि हि ज्वानी काम नि आयो अपणू पाणी
27/07/2016
***

---23---पिड़ा मन की कनुकै बिंगाण
भैर बरखा थमेणी नी  आँख्यूँ मा पाणि कनुकै आण
27/07/2016
***

---24---दारु  कैकी मवसि बणायी तिल-सि हँसायीताड़-सि रुलायी दा रु नाम सुदि नि पायी
28/07/2016
***

---25---डाँड्यूँ खिल्यूँ सूरज-फूल चखुलौं कु खिगताट नयु मौळयार लैगे ग्वाया लगाँदु नयु दिन ऐगे
28/07/2016
***

---26---समान शिक्षा जरूरि करि द्यावा
होनहार नौजवानू थैं वूँकु हक दे द्यावा
दगड़ सभ्यूँ थै चळण द्यावा
28/07/2016
***

---27---सामान्य वर्ग का भाग क्या वेकू भाग s  भाग ग्या
29/07/2016
***

---28---तिसळि धरती सौंणा कु मैना बादळ बणि कि  जावा
29/07/2016
***

---29---जोगी भेष मँगणौं ऐन वूँका ठाट-बाटहम छाँ बेचैन मँगणा दिन अब राजौं का ऐन
29/07/2016
***

---30---राजा बण गेन रंक बजाणा छन सूखा शंख किरम्वळौं फर  गेन पंख 
29/07/2016
***

---31---म्यारु कसूर इत्गा ही राई आँसूआँख्यूँ मा हि समै गेन दुनिया s  निष्ठुर बोलि द्यायी
30/07/2016
***

---32---दानि आँखि छुटा-छुटा सुपन्या बड़ा-बड़ा मनख्यौंसच करि द्यावा
30/07/2016
***

---33---बैख बण गेन मूसा जनना बिरळा बण गेन दूधकि पत्यलि अब  लुकैन
30/07/2016
***

---34--- त्वा !  कन दिखावटी दुनिया होटल s  लुटेकि टिप देकि आणा छन रेड़ि वळा दगड़ भुज्जि  मुल्याणा छन
31/07/2016
***

---35---दीणै शिक्षारोजगार द्यावा नना-नौना-बाळा नि रै ग्याँ हम टॉफीलैमचूसखिलौणा नि पकड़ावा
31/07/2016
***

---36---आवा सबि एक ह्वे जौला ये कॉमन्युकेशन अर जनरेशन का गैप प्यार कु गबिलु भोरि द्योला
01/08/2016
***

---37---वु दानौं कु दिल दुखाणा छन अर् अपणा सुख का वास्ता पितs पुज्याणा छन
01/08/2016
***

---38---सौंगु बाटु भरि-भरि कु भ्याळ सिंवळि लगी 
02/08/2016
***

---39---रकर्याणी आँखितंगत्याणी छन खुटि भीटा जपकै-जपकै कि जिंदगी कु रस्ता संगड़ु भौतकब तक कट्यालो
02/08/2016
***

---40---वूँ फर अयूँ जोश खुट्यूँ नी  टेक बुज्या पुड़्याँ बेहोश
02/08/2016
***

---41---घ्यू की माणी
अाँख्यूँ पाणी मनख्यूँ कु अकाळ
02/08/2016
***

---42---खड़-खुड़ु बाटु बाँजु माटु रिबड्याँ लोग
02/08/2016
***

---43---कुछ रिश्ता होंदन खून का रिश्तौं से बड़ा कु कन समझs अपणि-अपणि सोच 
03/08/2016
***

---44---बौगदा पाणी कख तक जैली बरखा बणि कि तू मेम ही ऐली जन्म-भूमि थैं कन बिसरैली
03/08/2016
***

---45---अगोळ तिमला अब नि जमावा नया जमsना थै तुम ठगै नि सकदा नयी पौध अब रोपि द्यावा
04/08/2016
***

---46---स्वर्ग से सुंदर म्यारू गौं भैर उन्दा भितs ऐनी मि भितरकु भैर उन्द छौं
04/08/2016
***

---47---काचा लखड़ा बुढड़ी आँखीं खैरि का आँसू
04/08/2016
***

---48---चौक जम्यूँ दुबुलु बंद दरवजौं देखि की चिफळि देळि फटकरे ग्या
05/08/2016
***

---49---कठिन जीवनसौंगा लोग सौंगु जीवनकठिन लोग सौंगा-कठिन फँस्या लोग
05/08/2016
***

---50---भागीरथी भटी बौगि यमुना आयी मैणा माछी तड़पी ग्यायी
05/08/2016
***

---51---पितsजि कु पुँगड़ू बण गे फाँगू जब भटी वाडु बीच आयी
05/08/2016
***

---52---कित्गा सुपन्या सियाँ रै जँदन कबि गुरु नि मिल्दा
कबि चेला नि मिल्दा
07/08/2016
***

---53---जिंदगी की बैलेंस सीट नि ह्वे साक टैली कबि सम्पत्ति जादा कबि उत्तरदायित्व जादा
07/08/2016
***

---54---स्कूल जाण दाँ भी रूँ स्कूल भटी जाण दाँ भी रूँ आँसू कु फर्क बिंगै ग्या स्कूल
08/08/2016
***

---55---आँसू भैर  गेन आँखि तिसळि रै गेन डॉक्टर बुलणा छन मोतिया बिंद पड़ि गेन
08/08/2016
***

---56---ढक्याँ दरवsजा गुड़्या मनखि
बंद विचार
08/08/2016
***


---57---वूँन चाँद ज़मीन लियाल पृथ्वी का अच्छा दिन आण वळा छन जून बिचरि कु ज्य ह्वालो तब
08/08/2016
***

---58---दथड्यूँ की छुणमुण बाँदू की गुणमुण बरखकी रुणझुण
09/08/2016
***

---59---खेल-तमsखतम ह्वे गेनि
हम बिज्याँ रै ग्यँवा सुपन्या सियाँ रै गेनि
10/08/2016
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---60---छुटि-छुटि आँखी बड़ा-बड़ा सुपन्या कड़ा-कड़ा बोझ
10/08/2016
***

---61---दिदौं !  बदला म्यारु अर्थ नौना-बाळौं थैं मे दगsड़ खिलs द्यावा मेथैं बचपन ही रैण द्यावा
10/08/2016
***

---62---हमsरि पिड़ाहमsरु सुख तुमsरु सुखतुमsरि पिड़ा तुमsरा शहरहमsरा गौं
12/08/2016
***

---63---भैजि लग्याँ छन सार पिलै दींदू क्वी द्वी घूट चल जाँदू अपणा ड्यार
13/08/2016
***

---64---सरकार दीणी सब्सिडी कागजूँ का गरीब उठाणा फैदा भूखु भूखमुरणू
13/08/2016
***

---65---पिरपिरु मनखी पिरपिरि बात पिर्रु प्राण
13/08/2016
***

---66---मेहनत कु पसीना खैरि का आँसू पहाड़ की नारी
14/08/2016
***

---67---आजाद ह्वे गेन भारत माँ का वीर सपूत हमsरि आजादी का बाना
14/08/2016
***

---68---बोडि नीर करि चौबट्टा धोळि खिखराणअफी मोरि
14/08/2016
***

---69---ब्वाडाजी फर नरसिंग प्रकट ह्वाई गूणिबांदरूँ की बार पड़ि ग्यायी धुपsणु दिँदरु क्वी नी पायी
15/08/2016
***

---70---मिन   अपणु फर्ज निभायी माँ का दूधकु कर्ज चुकायी दगड़्यों सदनि कु यख रायी
15/08/2016
***

---71---कबि-कबि जरूरी ह्वे जाँद बीच रस्ता ढुंगु होण क्वी आसमान देखी  नि जालो
16/08/2016
***

---72---भौत तेज ह्वे गेन बाँदर रुसड़ा भटी रुठि तक ली जाणा छन मनख्यूँ देखी डरणा डराणा छन
17/08/2016
***

---73--- भै-बैणौं कु प्यार बचपन की मिठि-मिठि याद रखड़ी कु त्योहार
18/08/2016
***

---74---जख्या क्वी नि बुतs चाँदो साग-भुज्जी तुड़का देकी स्वाद हर-क्वी लीण चाँदो
18/08/2016
***

---75---बोडा-बोडी लग्या छन सारा दिल्ली भटी अयूँ वूँका नौना कु दगड्या वू सारा ही लग्या रैन
19/08/2016
***

---76---नि होंण निराश जम ही जँदिन जलड़ा डाळु ह्वा या मनखि
19/08/2016
***

---77---आवा जून हरियाळि बूति द्योला
जून थैं जून जन बणै द्योला सरगकि आँख्यूँ का गैणा बणि जौला
19/08/2016
***

---78---गिचा बुबकु क्य जाँद सुदी नि छन वु विकसित जित्गा गुड़उत्गा मिठु
20/08/2016
***

---79---काका टरकिण्यूँ रै गेन अफु नौणकि गुँदsगी भी नि चाखि घ्यू कि पाथि क्वी और ही खै गेन
20/08/2016
***

---80---हैरि धरती पिंगळि फ्योलि रँगीलो मिजाज
20/08/2016
***

---81--- जाति-भेद करी आपस लड़ै गेन अफु बण गेन सुपन्यों का राजा हमsरा सुपन्या भी चोरि गेन
21/08/2016
***

---82---मोल-भौ नि करणूँ अपणौं दगड़ कुछ चीज़ सस्तिकुछ मैंगि होंदिन पर अपणा अपणा ही होंदिन
23/08/2016
***

---83---वूँन कुंगळि डाळि कु टुक्कु चूँडि द्या द्वी-चार दिन औरि छौंका फुटि गेन डाळि और भी झपन्यळि ह्वे ग्या
23/08/2016
***

---84---रचण पोड़लि एक नयी कथा लीण पोड़लु एक नयु अवतार म्यारा प्रभु तुमथैं एक और बार
24/08/2016
***

---85---जीण अगर हमथैं  जाँदू खुस्यूँ कु ड्वारू भुर्यूँ राँदु जीवनखाली बन्ठा-सि नि हिलणू राँदु
24/08/2016
***

---86---सुख की खोज सुख ग्या सुख सुख नि मौळ
25/08/2016
***

---87---भैरऽ  कु बाटू साफ ह्वे ग्यायी भीतरऽ कु बाटू मैले ग्यायी गुज्यरु  उनि-कू-उनि रै ग्यायी
26/08/2016
***

---88---मि आम ही ठीक छौं नि हर्चाण चाणू छौं मिठास नि बणण चाणू छौं खास
03/09/2016
***

---89---इखुलि नि छ्वाडा दानौं थैं टैम  लेल्या आशीर्वाद बाद मा ही आँद औंळा कु स्वाद
03/09/2016
***

---90---कन आँद दिन कन जाँद बार-त्योहारूँ कु पता नि राँद छुटि-सी जिन्दगी कमरा पुटुग कटे जाँद
03/09/2016
***

---91---द्वी आँसु सुख
द्वी आँसु दुःख सुख-दुख मा जीवन सुख
03/09/2016
***

---92---म्यारा नौना नऽ बसयाल परिवार बणऽयाल राशन-कार्ड सदस्यवू , वेकि ब्वारि अर मेरी नातिण
03/09/2016
***

---93---उळझ्यूँ धागू इन  तोड़ा ममत्याणा छाँ कुछ करणा कु तऽ यीं उळझ्यीं गेड़ खोला.
05/09/2016
***

---94---सितराज का फूल इगास-बग्वाळ गौड़ि कु व्रत
06/09/2016
***

---95---लूण-रुट्ठि डाळा टुक्कु होटलूँ कु खाणु फीकु खुट्टा सातौं आसमान पर
06/09/2016
***

---96---सीधी बात समझ नि  डुण्डि चिफळि बात मन मा समै ग्या कैकु दोष नी गिच्चि कु फर्क रा
09/09/2016
***

---97---फागुण मैना नयी-नयी ब्योली फ्योलि कु फूल
10/09/2016
***

---98---धार मा गैणू कुरमुरि बिनसर बेटी-ब्वारी किसाण
10/09/2016
***

---99---बसगळ्या औड़ौ
सँगुड़ु बाटु हैरि-हैरि खुशबू
12/09/2016
***

---100---
खैरीऽ गौं लगदन अपणा
सुख-सुविधाऽ शहर उपरि-अजाण
म्याळै-सि खुशबू कनकै लेन्टर मा आण
12/09/2016
***

---101---देवकी बणिकि फोटो खिंचै गेन कान्हा कि कुँगुळि अँगुळि हममा थमै गेन डाळौं कि बिज्वाड़ रोपिकि बँहड़ा पोड़ गेन
13/09/2016
***

---102---कित्गा भि द्या भगवान पर अपणु रूणु रूणऽ की आदत नि जाँद चुप्फा मा दलेदर हँसणू राँद
13/09/2016
***

---103---चुल्लु जगणूँ एक कूण बोडा-बोडी रँदन हैंका कूण नौना की कोठी मा अलग कमरा डॉगी खुण
13/09/2016
***

---104---लिखऽयाली वसीयत सुपन्या , सुख , खुस्यूँ की तुमऽरा नाम
14/09/2016
***

---105---हरि-भरि डाँडि-काँठि
सौन्दर्य अपार मनख्यूँ कु अकाळ
14/09/2016
***

---106--- कोफणि गौं सौ मौ कुल जनसंख्या द्वी सौ तीन बीसि से मुड़ि क्वी नि छौ
15/09/2016
***

---107---बोडी नऽ आँखौ खैड़ गड़दरु नि पायी भाभी थैं  छींक भैजी डॉक्टर ले आयी
15/09/2016
***

---108---चेला कि लगुली अळझी जाली गुरु रूपी अगर ठँकरी नि घंट्याली कखड़ि का बीजूँ नऽ दुनिया देखि याली
17/09/2016
***

---109---काँडा हँसण नि देंदा फूल रूण नि देंदा कट्वरि कि डाळि मुळ-मुळ हँसणी
17/09/2016
***

---110---कुँगळा काँडा मुरझ्याँ फूल समय बड़ु बलवान
17/09/2016
***

---111---म्यारु मुण्ड
तुमऽरु हाथ सहारा कि बरसात
17/09/2016
***

---112---गौं मा बड़ा दिन सभ्यूँ दगड़ मुलाकात शहरूँ मा झट पड़ जाणी रात
18/09/2016
***

---113---मेहनत करण वळौं कु हाथ  रोका बढ़ण द्या अगना टँगड़ि  खींचा तुम देळि कि ढुँगि चिफळि करदा रा 
21/09/2016
***

---114---सीधु-साधु पहाड़ हिसाब नि मँगणू चाणूँ हमऽरि आड
21/09/2016
***

---115---कित्गा कमायी कित्गा लुटायी काम केवल बचऽयूँ आयी
21/09/2016
***

---116---फूलूँ हँसणू काँडौं रूँणु डाळि चुट पछ्याँण ग्या
21/09/2016
***

---117---पौड़ीऽ धार मऽ सूरज आयी बरफ चाँदि-सि चमकी ग्यायी जेमोऽ मोटरौ हौरन बजि ग्यायी
21/09/2016
***

---118---तेरि मुखड़ि जूनै टुकड़ि गाळा मऽ गैणौं का गैंणा सूरज ये सौन्दर्य से दूर
21/09/2016
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---119---जब छा तब बरबाद कायी अब नी  तऽ लाळसा रै ग्यायी टैम कबि हँसै तऽ कबि रुवै ग्यायी
23/09/2016
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---120---जित्गा टैम देला उत्गा सुख पैला दुखै घड़ि मऽ बतै गेन भगवान
23/09/2016
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---121---जिकुड़ि फुक्या गाळि बण आशीर्वाद धुरपळि मऽ कैक्टस हँसणान
24/09/2016
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---122---ठुपरौं मऽ भुर्याँ सुपन्या शहरूँ मऽ खते गेन उकरि हौरी-हौर सुपन्या पतड़े गेन
24/09/2016
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---123---हिन्दी साहित्य मऽ एमकायी एक लाळसा दिल मऽ रै ग्यायी बजार मऽ गढ़वाली साहित्य उपलब्ध नि छायी
24/09/2016
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---124---ब्वे कि गाळि बुबऽ कि मार पैंछु नि लौटाँद स्वार्थी संसार
25/09/2016
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---125---दिल मऽ जहर रालो
तऽ असर जरूर दिखालो ननऽ नौना-बाळौंऽ भविष्य क्यऽ ह्वालो
26/09/2016
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---126---इत्गा बड़ि दुनियऽ मऽ  कठऽ नि ह्वे साक एक अंज्वाळ प्यार
26/09/2016
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---127---डाळा छन फुड़ेणा हर्चैकि पसीना खुजयेणू  भाग
27/09/2016
***

---128---दिल्ली भटीन चल भारी-भरकम योजना गौं मऽ आँदा-आँदा ह्वे ग्या हळ्की जौंका बान  वु हैंकि हाड़ नि फरकिन
27/09/2016
***

---129---वूँन नि करि क्वी डिमाण्ड ब्योली ओर ह्वे गेन गरीब ब्योला वळौं का  गेन ठाठबाट
27/09/2016
***

---130---कित्गा स्वाणि प्रकृति दुन्या भरौ सुख दुनिया मऽ जब जीण ही नि  क्य कन तब
28/09/2016
***

---131---जून जन जींदु जु तऽ चमकुदु कित्गा दिन हर क्वी सूरज नि होंद
28/09/2016
***

---132---राति बोडि कणाणी दिन मऽ काम-काज फर लग जाणी
"
मीन नि रै सकऽण छा दिल्लीअपणु मन व्यळमाणी
29/09/2016
***

---133---चखलौं च्वींच्याट उठाणू खिड़की रस्ता घाम बुलाणू धूळा कणूँ थैं नचदा देख ल्या
29/09/2016
***

---134---पूषौ मैना  ग्यायी दान मँगणौ म्यारु भैजि नि आयी बैंड-बाजौं जमऽनु  ग्यायी
30/09/2016
***

---135---गैणौं झिमलाट हवौ फफराट अग्यठि जगणी गुठ्यारा तीर
30/09/2016
***

---136---घाम  हवा डाळि  बोटि उजणा छाँ बंद कमरौं मऽ
30/09/2016
***

---137---नखरा विचार हमऽरा काळ अपणु हि टैम अफी खयाल
30/09/2016
***

---138---घिंडुड़ी आँख्यूँ मऽ आँसु  गेन देखी खालि गुठ्यार
30/09/2016
***

---139---वूँन द्या टेढ़ा सवालूँ
सीधु जवाब
03/10/2016
***

---140---नखरा बोल बोली नखरा कना छन अफथैं ही खूब बताणा छन
04/10/2016
***

---141--- रस्ता चल्दा-चल्दा पतेड़ दींद कई किरम्वळा हमऽरि टकटिकि धौंण
04/10/2016
***

---142--- ऊँचि डाँडि-काँठ्यूँ मऽ चाँदीऽ चदरी क्व होलि सुखाणी
04/10/2016
***

---143---हैरा-भैरा बुग्याल मऽ खिलणी ओंस घाम देखी झट लुक ग्यायी
05/10/2016
***

---144---धरति देखीऽ ढाँढु बरखि मनखि देखीऽ लुकि सचेकी कित्गा बदले ग्याँ हम
05/10/2016
***

---145---अम्यळीऽ डाँडा सफेद बरफ मऽ सूनौ पाणी कु चढ़ै गे होलु
06/10/2016
***

---146---गुँदक्यळा हिसरूँ रस्याण अँदळि लगी डाळि बौंळि कनुकै छुडाण
06/10/2016
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---147---बरखौ झमणाट भटूँ तटड़ाट बुखंदरौं किबलाट
06/10/2016
***

---148---खँतड़ि पुटुग बैठी बहस  कारा अछ्यणि मऽ जरा मुँडळि तऽ धारा फिर बौर्डरै बात कारा
06/10/2016
***

---149---दूर नी दिल्ली मंजिल नजदीक धैर द्या बस द्वी और लपाग
07/10/2016
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---150---पीठु कुटेणू घम्म-घम्म चूड्यूँ छमणाट छम्म-छम्म भैजी ब्योऽ मऽ रंगत अयीं
08/10/2016
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---151---चूनै रुठळि इन  ढकावा खैर खैयीं  तुमऽरी भारी गौड़ा बाँठै एक खँडिकि खाणि द्यावा
09/10/2016
***

---152---बरखा आयी प्रकृति नयायी चोळि तिसळि रै ग्याई
14/10/2016
***

---153---छुटि-छुटि बातूँऽ ख्याल राखा बड़ि-बड़ि बात बण जाली जीणु सौंगु ह्वे जालो
14/10/2016
***

---154---टरकऽणि कैर-कैरी पुकाण वलौं का जलड़ा ढीला ह्वे गेन वु साब बणौ शौक रखऽण बैठ गेन
18/10/2016
***

---155---ब्यखुनी घाम झट अछळे ग्याई  मिठि-मिठि खुशबू कुरै दगड़ आयी रातै राणी अंध्यरा मऽ लुकि ग्याई
18/10/2016
***

---156---कभि-कभि परदा जरूरी ह्वे जाँद कभि-कभि दूरि भि नजदीक लाँद तड़तड़ा घामौ मरुस्थल मऽ पाणि दिख्याँद
19/10/2016
***

---157---बातूँ से मुकुरण सौंगु कठिन वूँ पर डट्यू रैण बिना वसूलूँऽ क्या जिंदगी
19/10/2016
***

---158---खोल द्या ज्यूड़ा तोड़ द्या सँगुळा कैका गुठ्यारा गोर नि छाँ
20/10/2016
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---159---पिंडळू पत्ता पाणी खेल मोती म्यालौं मऽ घामै झैळ
22/10/2016
***

---160---जब गाळा-गाळा  जाँद तब बागै डैर नि राँद नयु अध्याय शुरु ह्वे जाँद
23/10/2016
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---161---भाँडि भुरे गेन बँदर्यूं नऽ अब कनकै बौगदू पाणि बचाण रूड़ी मैना दगड़्या हमन फिर तिसळु रै जाण
24/10/2016
***

---162---चला अपणू कद बढ़ौला छुटि सोच त्यागी द्योला जरऽसि बड़ा बण जौला
27/10/2016
***

---163---काफुळ पाका मीन नि चाखा कन खैरि खै की भोरि छा काण्डी खैरीऽ भौ मा बिक नि साका
29/10/2016
***

---164---यूँकि मुण्डळि इन हुँच्याई कखड़ि तऽ खाई-खाई लगुलि भि उपाड़ द्यायी
29/10/2016
***

---165---उरख्यळाऽ पाणी घिंडुड़ि नयेणी घामै झैळ आणी-जाणी
31/10/2016
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---166---छुँय्यौ पाणी अँज्वळ्यूँन प्यायी सरैल बगछट पर मन नि भुर्याई खारू पाणी आँख्यूँ मऽ आयी
31/10/2016
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---167---जिकुड़ि मऽ राला भला विचार भला रौला अफुघौरसंसार अबटा लिजाँदा बुरा विचार
01/11/2016
***

---168---बगऽत आण पर जवाब मिल जाँद सबतैं जवाब बगऽत दे जाँद प्रभु ! सभि बुल्याँ मिठा-मिठा बोल
01/11/2016
***

---169---लिच्चा कुमुर चिपकी गेन विचऽरा कित्गा खुद्'या रैन जब धुळिन फुंडु दणमुण र्'वेन
01/11/2016
***

---170---मुंडळि हिलाणी ग्यूँ की डाळी मिठि-मिठि छ्'वीं-बथा हवा दगड़ लगाणी दगड्या वींकी दाथि पळ्याणी
01/11/2016
***

---171---कटे जँदिन खैरी बाटा कदम  र्'वाका मौळि जालि खुटि छाळा  द्याखा
03/11/2016
***

---172---मशीनूँ पर ह्वे ग्या  भर्'वँसु
पास ह्वे गेन रोबोट मनखि ह्वे गेन फेल
04/11/2016
***

---173---बोल-बाला तऽ बड़ा कु हि राँद सब जगा  छ्'वटु  हि मरे जाँद बड़ु माछु  छ्'वटि  माछि तैं घूळि जाँद
05/11/2016
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---174--- सूरज घबराँद  जून घबराँद द्वी घड़ीऽ  जीवन मऽ ग्रहण आँद
05/11/2016
***

---175--- ड्वारा रै गेन रीता च्यूला ह्वे गेन ढिल्ला बटुवा ह्वे गेन टैट
06/11/2016
***

---176---साफ-सफै राली नयी तकनीक आली सदनि इनि जीण क्या
12/11/2016
***

---177---घैणा रुप्याघैणि कड़ऽकताळ घैणागैंतिसबळा हँसणान सियाँ सुपन्या कुबळाणान
12/11/2016
***

---178---एक इन मशीन बण जाँदि सुख-शांतीऽ रैबार फैलाँदी दुख-दर्द तैं थमथ्याणी राँदि
13/11/2016
***

---179---गुरुजी पिड़ा चेला नि जाणी चेलैऽ पिड़ा गुरुजी नऽ  पछ्'याणी सूनाऽ गुरुजीचेला सूनौ पाणि
13/11/2016
***

---180---बादळूँऽ टोली खिलणी होली सूरज दगड़ सतरंगी होली दगड्या धार मा घाम तपणा होला
15/11/2016
***

---181---लीसाऽ आँसू डाळी  र्'वाई हैरू-भैरु जंगळ फुक्याई कुळैंऽ डाळीऽ टुक्कु उल्लू  र्'वाई
16/11/2016
***

---182---उकळी बाटुथक्यूँ सरैल ज्वान खुज्याँदा रै गेन बुढ़डी़ डाळी-बोट्यूँऽ छैल
18/11/2016
***

---183---कब आला बादऽळकब बरखा आली मैला डाळा-बोटों तैं कब नवाली तिसऽळि चोळि कब चुप ह्वाली
23/11/2016
***

---184---अजाण पराण कबि फीकुकबि मिट्ठु बणी जिन्दगीऽ कड़ु सच बताँद
23/11/2016
***

---185---बादळूँ बीच मुखड़ि लुकाई जून छुईमुई-सी सरमै ग्याई मनखी मन ढुँगु किलै ह्वाई
23/11/2016
***

---186---मंगसीर मैना फूल घाम तपणौ ऐना चटकताळा घाम मऽ हीटर चलणा रैनऽ
26/11/2016
***

---187--- फूलूँन पूछी किलै छाँ उदास आवा घाम तापाछ्'वीं-बथा लगावा खास वु बैठ नि सकिन व्यस्तताऽ बाना
26/11/2016
***

---188---दिमाग नि लगाभकळाण  गैन अपणऽ हि खुटौं पर कुलऽड़ि चलैन चकडे़त स्याळ धार मऽ र्'वेन
27/11/2016
***

---189---खेल-खेल मा रुमुक ह्वे जाँण माँजीऽ चौका तीर भटी धै लगाण कन डैर जाँदु छायु बाळु प्राण
Copyright © 
सतीश रावत
27/11/2016
***

---190--- माँ रखऽद छुटि-छुटि बातूँऽ ख्याल बड़ि-बड़ि बात सौंगि ह्वे जँदिन माँ  पछ्'यणदि   छुटा मनैऽ बड़ि बात
28/11/2016
***

---191---डाळि सुख पर आस नि गाई सेवा-भक्ति मऽ क्वी कमि नि ह्वाई छौंका फुटिननयु मौळ्यार आयी
02/12/2016
***

---192---शॉर्टकट इत्गा पसंद आई अपणा ढंग से परम्परा चलाई पाथु बिचऽरुमाणु ह्वाई
04/12/2016
***

---193---शहरैऽ मुँगरि मळमळि ह्वाई पुटुगु भुर्या पर मन रीतु राई गौं का माटौऽ स्वाद नि आई
05/12/2016
***

---194---गरीब जखा-तखी चकड़ेतूँऽ बार योजनौंऽ पकड्ँयू रा सदनि कपाळ
05/12/2016
***

---195---रँगिला-पिंगला फूल छाँ.हम नऽकलम बुलणी.हम सब्बि समाजाऽ अंग छाँ.
06/12/2016
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---196---डॉलरऽन उगड़िन भीटा रुप्यऽन मरिन फळ्ळि कैशौऽ बैलेंससीट मऽ जगा नि रा ह्वलि
06/12/2016
***

---197---प्रकृति जन स्वाणा हम ह्वे जाँदा हमऽरु भि जीणु सफल ह्वे जाँदु हम भि मनखि बण जाँदा
08/12/2016
***

---198---जमीन छोड़ी आसमान लँफ्याँण जमीन भटी आसमान लँफ्याँण जमीन आसमानौऽ फरक
08/12/2016
***

---199---माटु उड़ नि जा कखिडाळि लगौला पुँगडौंऽ तीर ऊँचि डिमडाळ बणि जौला कब तक बीजौऽ बि पैंछु मँगणा रौला
12/12/2016
***

---200---रात बिजि ग्या दिनऽ बाना घाम अछे ग्या जूनऽ बाना हम लड़णा रै ग्यों अपणऽ बाना
18/12/2016
***

---201---बरखा हूणी धुरपळि चूणी स्वारा बाँठु मँगणान
24/12/2016
***

---202---तुम छाँ डाळि-बोटिगाड-गद्न्यूँ मा तुम छाँ उचि-निसि डाँडि-काँठ्यूँ मा हम राँका लेकि खुज्याणा छाँ मैदानूँ मा
24/12/2016
***

---203---हळतुडै़   कारा परम्परा निभावा म्यारु ससुराल परदेश वखौ लड्डु अरसा बणावा
24/12/2016
***

---204---ढुँगु प्राण रूँदि आँखि हँसदा लोग
30/12/2016
***

---205---हैरि पुँगड़ि पिंगळि ह्वेन लय्याऽ फूल फूलि गेन खुटौंऽ काँडा निकळि गेन
02/01/2017
***

---206---पूषौऽ मैना लय्या फूलि अफार रंगिला-पिंगला फूलूँ पड़ि बार फूलूँ मुखड्यूँ मा तुमरि अन्द्वार
03/01/2017
***

---207---स्वाळि-भूड़िपूरि-पक्वड़ि पकै दिंया जरा अपणु भि त्योहार मनै दिंया अपणि परम्परा पर भी कुछ कृपा कैर दिंया
13/01/2017
***

---208---प्रदूषण तैं दवऽयूँन मिटाणा छाँ
घिंडुड्वी आँसु देखी दया खाणा छाँ अफु तैं अफी मारीअफी बुथ्याणा छाँ
15/01/2017
***

---209---चोळि ! तेरि खैरि बींगऽलु कु सुदि नऽ  हैंस अछेकी नऽ रू
16/01/2017
***

---210---टैम-टैमै बात उबरीऽ गुरुजी मार आज लगऽद प्यार
24/01/2017
***

---211---फ्योलि-सि मुखड़ी ह्यूँ-सि दँथुड़ी
कित्गा नैसर्गिक छन डाँडि-काँठि
25/01/2017
***

---212---बोल कड़ा कभी ब्वला ना रिश्ता-नातौं तैं तर्वऽजू मा त्वाला ना टुटी माळै मेल्यूँ पत्याड़ा ना
28/01/2017
***

---213---फूल हर्चिनफल ऐन फौंका निसऽ हूँदा गैन मनखि तखणेंणा रैन
29/01/2017
***

---214---बाछी मोळजौ कि हरियाळिल मोड़सँगारूँ तैं प्रकृति-सि सजौला वसंत पंचमी त्योहारौआवा प्राकृतिक बण जौला
01/02/2017
***

---215---हम कर्करा ढुंगऽ प्रकृति नौण-सी सै नि सकद हमऽरऽ पापूँऽ ताप
07/02/2017
***

---216---क्वी कैथै सुदि नि खलाँद यु सुचणौ कलियुग मजबूर कैर जाँद मनखि बिचऽरु टपराणू राँद
10/02/2017
***

---217---ह्यूँ पड़िह्यूँद आयी हैरि मुखड़ि गोरि ह्वाई काजऽळौ टीका किलै नि लगाई
10/02/2017
***

---218---हर्चण भि पुड़दपाणा बाना
हरऽण भि पुड़दजितणा बाना जितऽण ही पुड़दजीणा बाना
13/02/2017
***

---219---पत्तौं नऽ माँग बाँठु अलग ह्वेन डाळ्यूँऽ आँख्यूँ मा अँसऽधरि ऐन मुंडाऽ मुकुट खुटौं मुड़ि पतड़ेन
13/02/2017
***

---220---मंगसीरा मैने घामै झैळ जेठा मैने आमै डाळी छैल पैंछु त्यारु प्रकृति लौटा कैल
13/02/2017
***

---221---बिरऽणि संस्कृति बचाअपणि डुबाई अपणि ताकत अफी लूछि द्याई खलि बंठा इना-उना लटकेणू राई
14/02/2017
***

---222---
मुळमुळ हँसणू बुराँस
खित-खित हँसणू बथौं
टूरिस्ट रकरे गेन देखी खालि गौं
17/02/2017
***

---223---
टुट्याँ फूलूँ आँखि हँसणी रैन
हँसणै पिड़ा जाण नि कैन
आँखि-हि-आँख्यूँ मा आँसु समैन
17/02/2017
***

---224---
डाळि नि पचै साकि इत्गा प्रदूषण
ऑक्सीजनौऽ भंडार मँगणू जीणौ ऑक्सीजन
मनखीऽ मन मा जमणू कार्बन
19/02/2017
***

---225---
छैंदा पाणि कब तक तिसऽळा रौला
हमऽरा टैक्साऽ पैंसा कख जाणा होला
कनकै विकासाऽ गीत लगौला
21/02/2017
***

---226---
हमऽन का पलायन अपणौंऽ बाना
सुपन्य दिखिन दुनिया दगड़ चलणा बाना
खैरि खाखैरि खतम करणा बाना
23/02/2017
***

---227---
कर्मूंऽ फल पैलि चितै जाँदा
पापाऽ घाड़ा रीता राँदा
हम भी मनखि बण जाँदा
26/02/2017
***

---228---
स्वाणि डाँडि-काँठिरौंतेला गौं
अपणा बाँठै हवापाणिबिजली बँटणू छौं
फिर भि खैरीऽ जोग सरणू छौं
05/03/2017
***

---229---
हँसदा-ख्यलदा बरखा आयी
प्रकृति नऽ स्वाणि धुन बणायी
मनखि रा सूखुमन भिज ग्याई
10/03/2017
***

---230---
रंगिला-पिंगळा रंग बण जौला
मुखड़्यूँ मा मुस्कान लौला
द्वी घड़ि अफुतैं बिसरि जौला
11/03/2017
***

---231---
माटौऽ मनखि खट टुट ग्यायी
ढुंगौऽ मनखि करकुरु राई
आँसु तऽ मनखि नऽ ही बौगाई
13/3/2017
***

---232---
मंगसीरा मैना घाम बणी औलू
जेठा मैना छैल बण जौलू
पितरूँ तैं मनल्या तऽ दगड़ु निभौलु
13/3/2017
***

---233---
सुबेर गुठ्यार मा  जाँदि
सुख-दुखैऽ छ्वीं-बथा लगाँदि
घिन्डुड़ि ! कब तेरि याद नि आँदि ?
20/3/2017
***

---234---
बिनसिरि ह्वे प्रकृति बिजि ग्यायी
मनखीऽ निंद पूरि नि ह्वायी
सुन्दर सुबेर हर्चै द्यायी
21/3/2017
***

---235---
तुमतैं पैलि पछ्याण जाँदा
सबसे अगनै हम राँदा
क्वीलाहीरा बण जाँदा
23/03/2017
***

---236---
फूलूँ नऽ ब्वाली हँसणा रावा
काँडौं नऽ ब्वाली चुभणा रावा
डाळि नऽ ब्वाली दगड़ु निभावा
23/03/2017
***

---237---
मिमि नि राँदु
तूतु नि राँदि
मनख्यातै लगुलि बढणी राँदि
25/03/2017
***

---238---
जिन्दगी मुळमुळ हँसदि बिंडि बार
कित्गै दाँ जीत मिल्दकित्गै दाँ मिल्द हार
कित्गा स्वाणु  संसार
16/04/2017
***

---239---
ज्यूँदा रौला तऽ ऑक्सीजन द्योला
मोरि जौला तऽ ठँकरा बण जौला
मनख्यूँ जन मनख्यात निभौला
19/04/2017
***

---240---
माटाऽ खेल अब नि दिखेंदा
तिड़ी गल्वड़ि अब नि दिखेंदी
बचपन सँयणु होण बैठ ग्या
22/04/2017
***

---241---
जरा मि निसु ह्वे जाँदु
जरा तु निसु ह्वे जाँदि
मनख्यातै सग्वड़ि हैरि-भैरि राँदि
28/04/2017
***

---242---
द्वी लपाग तुम बढ़ावा
द्वी लपाग हम बढ़ौला
दुनिया से अगनै निकळ जौला
30/04/2017
***

---243---
साँस मठु - मठु चलणी राली
जीवन तैं सर-सर पळणी राली
ग्लेशियरूँऽ जिकुड़ि पिघऽळणी राली
03/05/2017
***

---244---
क्वी साथ द्यानि द्या
मेहनत रंग जरूर लाँद
खैरिऽ जोग कैकु नि आँद ?
05/05/2017
***

---245---
अब  चिट्ठी पार्सल आँद
जिकुड़ि सारा अब नि लगी राँद
समाज मा  रौंस अब नि दिख्याँद
09/05/2017
***

Copyright © सतीश रावत 
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