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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Wednesday, April 23, 2014

ट्रैवल एजेंसी खोलने के कुछ मुख्य सूत्र

ट्रैवल एजेंसी व्यापार कैसे शुरू किया जाता है - भाग -2 


                               How to Start Travel Agency in context Uttarakhand Tourism and Hospitality Development Part -2  



                         (Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series--55  
                                                      
उत्तराखंड में पर्यटन  आतिथ्यविपणन प्रबंधन -भाग 55    


                                                  ट्रैवल एजेंसी खोलने के कुछ मुख्य सूत्र 


१- पर्यटन उद्यम को अच्छी तरह से समझना - ट्रैवल एजेंसी व्यापार में जाने से पहले पर्यटन उद्यम की आंतरिक स्थिति के बारे में ज्ञान आवश्यक है जैसे अलग अलग प्रकार के पर्यटन ; बुकिंग , ग्रुप बुकिंग , होटल , वैकेसन टूरिज्म , धार्मिक पर्यटन , जलवायु  स्थानीय पर्यटन पर प्रभाव , ग्राहकों की इच्छाएं आदि। 
 २-अपने व्यापार का निर्णय - ट्रैवल एजेंसी में कौन सा क्षेत्र चुनना है के बारे में निर्णय लेना आवश्यक है। 
३- किसी बड़ी ट्रैवल एजेंसी की डीलरशिप /फ्रैंचाइजी - ट्रैवल एजेंसी में किसी एक एक बड़ी ट्रैवल एजेंसी या अनेक एजेंसियों की डीलरशिप भी ली जा सकती है। 
 ४-किसी पर्यटक स्थल या होटल की मार्केटिंग डिस्ट्रीब्युसन - किसी पर्यटक स्थल या होटल की मार्केटिंग डिस्ट्रीब्युसन भी लिया जा सकता है। 
५-व्यापार के लिए  सभी आवश्यकताओं का चयन कीजिये। 
 ६-उचित स्थान का निर्णय भी लिया जाना आवश्यक है। कार्यालय हेतु सभी आवश्यकताएं 
७- सरकारी व गैरसरकारी लाइसेंसों का प्रबंध - ट्रैवल एजेंसी खोलने के लिए सभी तरह के सरकारी लाइसेन्स या अन्य फोर्मलिटीज पूरी की जानी चाहिए। 
८- मानव शक्ति  - मानव शक्ति का उचित प्रबंध होना चाहिए। संस्थान को कितने कार्मिक चाहिए  आकलन व किस प्रकार के प्रशिक्षण चाहिए की पूरी जानकारी हो जानी चाहिए। 
९-धन संशाधन -व्यापर के लिए कितना धन की आवश्यकता होगी व धन कहाँ से आएगा का भी आकलन आवश्यक है। 
 १०- विपणन व प्रचार रणनीति पर गहन विचार व उन्हें लागु करने की कार्यनीति बनानी आवश्यक है 
११- लघु व दीर्घ समय के के लिए नीति निर्धारण व्यापर में आने से पहले हो जाना चाहिए। 

Copyright @ Bhishma Kukreti  20/4/2014 

Contact ID bckukreti@gmail.com
Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series to be continued ...

उत्तराखंड में पर्यटन  आतिथ्य विपणन प्रबंधन श्रृंखला जारी 

                                   
 References

1 -
भीष्म कुकरेती, 2006  -2007  , उत्तरांचल में  पर्यटन विपणन परिकल्पना ,शैलवाणी (150  अंकों में ) कोटद्वार गढ़वाल

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