हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
घरवळि-मीन जब ब्वे से तुमर बाबत बात करी छे त ब्वेन बोलि छौ कि तुमन बार बगत पर धोखा दीण। आज ब्वे की बात सही सिद्ध हूणि च।
मि -क्या ?
घरवळि-हां ! जब बुबा जी तैं पता चौल कि मेरि मनशा तुमर दगड़ ब्यौ करणै च तो पता बुबाजीन क्या बोलि छौ ?
मि -क्या बोलि छौ ?
घरवळि-कि यु इन बल्द लगद जु उन टैम पर त खूब मेहनत करद बस दैं लगांद दैं गळया ह्वे जांद। बुबा जी हंड्रेड पर्सेंट सही था। तुमर दगड़ ब्यौ करिक पछताणु छौं
मि -ये मेरि ब्वे ! ब्यौवक सिल्वर जुबली फाइव स्टार होटलम सेलिब्रेट करणो बाद पछताणि छे ?
घरवळि-हाँ जैंकि बैक तुमर जन होलु वींन मोरद दैं बि पछताण।
मि -त्वै तैं क्यांक पछतावा च ?
घरवळि-जब तुम देहरादून नगरपालिका चुनाव मा भंडारी बिटेन खड़ा ह्वे छा तो मीन सलाह दे छे कि द्वी तीन सिम्पण्या मुसलमान बच्चा पीट द्यावो अर ब्वालो कि मुसलमान सीम्प नि पुंजदन। पर तुमन मानवीयता का नाम पर द्वी चार सिम्पण्या मुसलमान बच्चा नि पीटेन अर चुनाव हारी गेवां।
मि -बच्चों तैं पिटण क्वी अच्छी बात च क्या ? अर फिर सब्युंका बच्चा त सिम्पण्या हूंदन।
घरवळि-हाँ पर तुमर दगड्या पुरुषोत्तमन द्वी सिम्पण्या मुसलमान बच्चौ पिटाई कार अर तीन शिल्पकार बच्चोंक सीम्प पूंज अर नगर सेवक बणी गे।
मि -पर ऊ काम सामाजिक दृष्टि से बहुत ही बुरु काम छौ।
घरवळि-अब पिछला तीन साल से मि बुलणु छौ कि सोसल मीडिया मा गढ़वाल डेवलपमेंट मॉडल तैं अपण नाम से प्रसिद्द कारों , फेमस कारो पर तुमन मेरि बात पर ध्यान नि दे।
मि -ह्याँ पर …।
घरवळि-सि नरेंद्र मोदीन गुजरात मॉडल तैं प्रसिद्द कार अर प्रधान मंत्री क उम्मीदवार बणी गे। तुम बि अपण नाम से गढ़वाल मॉडल तैं प्रसिद्द करदा तो अवश्य ही तुम कॉंग्रेस का प्रधान मंत्री का उम्मीदवार ह्वे जाँदा।
मि -ह्याँ पर जब क्वी पूछद कि यु गढ़वाल मॉडल क्या च तो मि क्या जबाब दींदु ?
घरवळि-तो कौन से नरेंद्र मोदी बताणु च कि गुजरात मॉडल क्या च। मोदी बि त बस गुजरात मॉडल , गुजरात मॉडल की रट लगाणु च कि ना ? अर विरोधी बि बगैर जाण्या गुजरात मॉडल की कटु आलोचना करणा छन।
मि -ह्यां पर क्वी पूछ द्याल कि हे भीसम ! गढ़वाल मॉडल मा आय याने इनकम का क्या साधन होला ? तो मि क्या जबाब दींदु ? बता जरा गढ़वाल मॉडल मा इनकम का क्या साधन होला ?
घरवळि-यूरी डाडूस , हंट , फेरली आदि का नाम लेकि बोलि दींदा कि गढ़वाल मॉडल मा इनकम का वास्ता ईटी माध्यम सबसे प्रभावकारी माध्यम च।
मि -ईएमटी ? यु क्या च ?
घरवळि-इलेक्ट्रॉनिक मनी ट्रांसफर ।
मि -मतलब ?
घरवळि-मन्योडर इकॉनोमी कु मॉडर्न नाम च ईएमटी याने इलेक्ट्रॉनिक मनी ट्रांसफर।
मि -तो गढ़वाल मॉडल मा इंडिया की इनकम ईएमटी याने इलेक्ट्रॉनिक मनी ट्रांसफर से होली। किन्तु रोजगार ?
घरवळि-गढ़वाल मॉडल मा हरेक भारतीय तैं पढ़ाई का तुरंत बाद कम से कम दस सालो कुण विदेसुं मा नौकरी करण कम्पलसरी करे जाला।
मि -मतलब पलायन कम्पलसरी ह्वे जाल।
घरवळि-हाँ अकॉर्डिंग टु गढ़वाल मॉडल ऑफ ग्रोथ भारत से पलायन ही भारत मा आर्थिक क्रान्ति लाली।
मि -पर भारत से पलायन का वास्ता शिक्षा प्रबंधन भी आवश्यक च कि ना ?
घरवळि- गढ़वाल मॉडल अनुसार भारत मा शिक्षा का स्टैंडर्ड इथगा हीन करे जाल कि गरीब से गरीब ब्वे -बाब अपण बच्चों तैं भारत मा नि पढ़ाला अर हरेक भारतीय बच्चा केवल विदेसुं मा शिक्षा प्राप्त कारल।
मि -पर्यावरण का विषय मा गढ़वाल मॉडल क्या बुल्दु ?
घरवळि-कृषि अर पशुपालन पर तुरंत सदा का वास्ता रोक याने बैन लग जालो तो भारत स्वयमेव एक बड़ो जंगल ह्वे जाल।
मि -तो फिर अनाज सप्लाई ?
घरवळि-अनाज इम्पोर्ट होलु। अरे जब भारत मा लोग हि नि राला त अनाज या अन्य खाद्य पदार्थुं जरूरत ही नि पोड़ली।
मि -स्वास्थ्य योजना का क्या होलु ?
घरवळि-घड्यळ , अठवाड़ , मंत्र , तंत्र , भूत पूजै , मसाण पूजा तैं प्रोत्साहन दिए जाल।
मि - खेल नीति ?
घरवळि-हिन्दू मुसलमानु दंगा , जातिवादी दंगा हे हमारा स्पोर्ट्स होला।
मि -आनंद का वास्ता योग क्या करे जाल ?
घरवळि-एक दूसर से ईर्ष्या , जल्थमारी , क्रोध से लोग आनंद प्राप्त कारल।
मि -विदेश नीति ?
घरवळि-दे दे बाबा सुई तागा तू इ छे म्यार बोइ बाबा का जाप ही हमारी विदेश नीति होली।
मि -रक्षा नीति ?
घरवळि-मार हम तैं , जथगा पिटणै पीट हम तैं।
मि -आंतरिक सुरक्षा ?
घरवळि-हरेक बाहुबली तैं सांसद , विधायक , नगरसेवक या ग्राम प्रधान की गद्दी दिए जाली अर चोर को सिपाही बना दिया जाएगा त आंतरिक सुरक्षा अफिक सुधर जाली।
भौत देर तक हम द्वी झणुक गढ़वाल मॉडल पर विचार विमर्श ह्वे अर सन 2019 का लोकसभा चुनाव मा मि गढ़वाल मॉडल का नाम पर प्रधान मंत्री क उम्मेदवार बणणु छौं। Copyright@ Bhishma Kukreti 24/4/2014
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
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