चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
अब जब सब जगा राजनीती मा परिवारवादै खज्जी फैलीं च त ईं छूत की बीमारिन उत्तराखंड मा सौरण ही च।
जब सरा भारत मा डिल्ली से आंध्र प्रदेश ह्वेक लेकि चेनाइ तलक, डिल्ली से हरियाणा ह्वेक मध्य प्रदेश तलक , डिल्ली से लेकि पंजाब अर हिमाचल ह्वेक जम्मू -कश्मीर तलक , डिल्ली से लेकि छतीसगढ़ ह्वेक उड़ीसा तक , डिल्ली से लेक उत्तरप्रदेश ह्वेक बिहार तलक , राजनीती मा परिवारवाद कु खौड़ (खुजली केई बीमारी ) सौर्युं हो तो उत्तराखंड पैथर किलै रावु।
खबर च बल हर दल उत्तराखंड मा परिवारवाद कु HIV Positive आयत करणु च।
प्रजातंत्र मा परिवारवाद अधिनायकवाद कु शंखनाद च।
जम्हूरियत मा वंशवाद राजशाही कु बिगुल च , राजशाही लाणो एक सीढ़ी च , राजशाही लाणो एक पुळ च।
डेमोक्रेसी मा आम कार्यकर्ताओं की अवहेलना करिक परिवारवाद का आधार पर वंशवादी परम्परा लाण प्रजातंत्र तै उजाड़णो बान एक सबुळ च , कारतूस च।
डेमोक्रेसी मा हेरिडेटरी का बल पर विधायक -सांसद लाण माने डिमोक्रेसीक पौ /नींव खपचाण याने डेमोक्रेसी की फाउंडेसन कु तहस -नहस करण।
वैदिन एक आमसभा मा भाजपा का नया बादशाह (अबि ह्वाइ नी च ) नरेंद्र मोदी देहरादून मा नेहरू -गांधी परिवार पर मिसाइल चलाणु छौ बल कॉंग्रेस परिवारवाद या वंशवाद या हेरिडेटरी सिस्टम की पोषक च। अर अवश्य ही वीं आम सभा मा सबसे जोर की ताळी अगर कैन बजै होली तो वा टिहरी की सांसद राज्य लक्ष्मी शाह ही रै होली। मै लगद कि जब नरेंद्र मोदी कॉंग्रेस कु बंशवाद तै भड्याणु , जळाणु रै होलु तैबरी मोदी का आंख्युं मा खिन्न या तिमलौ चोप पड़ी गे होलु कि भाजपा का बादशाह नरेंद्र मोदी तै टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह नि दिखे होली कि वा तो परिवारवाद कु कोढ़ की जीती जागती, बोल्दी मूर्ति च।
नरेंद्र मोदी तैं त पता ही नि होलु कि लैंसडाउन क्षेत्र से भाजपाई विधायक दिलीप सिंह रावत भूतपूर्व विषयक भारत सिंह रावत कु सपूत च।
नरेंद्र मोदी ! जरा बता त सै क्या राज्य लक्ष्मी शाह हेरिडिटरी डेमोक्रेसी की निशाणी नी च ?क्या दिलीप सिंह रावत वंशवादी प्रजातंत्र कु चिन्ह नी च ?
नरेंद्र मोदी तैं त पता ही नि होलु कि लैंसडाउन क्षेत्र से भाजपाई विधायक दिलीप सिंह रावत भूतपूर्व विषयक भारत सिंह रावत कु सपूत च।
नरेंद्र मोदी ! जरा बता त सै क्या राज्य लक्ष्मी शाह हेरिडिटरी डेमोक्रेसी की निशाणी नी च ?क्या दिलीप सिंह रावत वंशवादी प्रजातंत्र कु चिन्ह नी च ?
जैदिन भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह उत्तराखंड का महान राजनैतिक संत सतपाल महाराज तै भाजपा की टोपी पैराणु छौ तो विदिन राजनाथ सिंह का आँख -कान पर तब अवश्य ही चिपुड़ माटो बकुळ लेप लग्युं लग्यां रै होलु कि राजनाथ सिंह तै नि दिख्याई कि उत्तराखंड का महान ऋषि सतपाल महाराज तो हेरिडेटिरि डेमोक्रेसी की तपस्या मा लीन रौंद। राजमहर्षि की पत्नी अमृता रावत उत्तराखंड सरकार मा मंत्री अर नौनक ताजपोशी का वास्ता रेलपुरुष अच्छु दिन की प्रतीक्षा मा च।
सोनिया गांधी -राहुल गांधी तो कॉंग्रेस का अर्थ डेमोक्रेसी समजदन। किन्तु विजय बहुगुणा , साकेत बहुगुणा , हरीश रावत की पत्नी या सगा संबंध्युं तैं टिकेट दीण मा हेरिडेटरी डेमोक्रेसी का उन्नायकुं तै क्वी शरम -ल्याज नी च। अर अब तो मर्दों का मर्द नारायण दत्त तिवाड़ी बि हेरिडेटरी डेमोक्रेसी तै विकसित करणो बान अपण बेटा शेखर तैं पहाडुं गौळ चढ़ाण सिखाणा छन।
उत्तराखंड मा हेरिडेटरी डेमोक्रेसी याने परिवारवादी प्रजातंत्र का बगीचा लग गेन अर भोळ आप तैं आम जनता बिटेन अयाँ प्रतिनिधि चुनाव लड़दा नि दिख्याल बल्कि खंडूड़ी , निशंक , कोशियारी , बहुगुणा , रजवाड़ा खानदान , रावत खानदान का चिराग या राजकुमारी ही चुनाव लड़दा दिख्याल।
उत्तराखंड वासियों तैं हेरिडेटरी डेमोक्रेसी कु कोढ़ तैं खतम करणो जतन करण पोडल।
उत्तराखंड वासियों तैं बंशवादी प्रजातंत्र का HIV Positive का कीटाणु तै अबि ही रुकण पोड़ल।
उत्तराखंड वासियों तैं बंशवादी प्रजातंत्र का HIV Positive का कीटाणु तै अबि ही रुकण पोड़ल।
वंशवाद डेमोक्रेसी तैं जड़ नाश करणो खतरनाक बीमारी च अर यीं बीमारी तैं रुकणो सब तरह का प्रयत्न हूण चयेंद।
Copyright@ C Bhishma Kukreti 4 /4/2014
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
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