ट्रैवल एजेंसी व्यापार कैसे शुरू किया जाता है - भाग -4
How to Start Travel Agency in context Uttarakhand Tourism and Hospitality Development Part -4
(Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series--57 )
उत्तराखंड में पर्यटन व आतिथ्यविपणन प्रबंधन -भाग 57
Copyright @ Bhishma Kukreti 27/4/2014
Contact ID bckukreti@gmail.com
उत्तराखंड में पर्यटन व आतिथ्य विपणन प्रबंधन श्रृंखला जारी …
References
1 -भीष्म कुकरेती, 2006 -2007 , उत्तरांचल में पर्यटन विपणन परिकल्पना ,शैलवाणी (150 अंकों में ) , कोटद्वार , गढ़वाल
(Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series--57 )
उत्तराखंड में पर्यटन व आतिथ्यविपणन प्रबंधन -भाग 57
ट्रैवल एजेंसी व्यापारी को निम्न लाइसेंसों की आवश्यकता पड़ती। है
१-नगरपालिका या ग्राम पंचायत के आवश्यक रजिस्ट्रेसन लाइसेंस
२-शॉप ऐंड इस्टैब्लिशमेंट जैसे लाइसेंस
३- वैट टैक्स रजिस्ट्रेसन राज्य व केंद्रीय टैक्स संबंधी रजिस्ट्रेसन
४-IATA व ASATA की सदस्यता
५-साइन बोर्ड लगाने का लाइसेंस अथवा रोड साइड नियमों का पालन हेतु आवश्यक फॉर्मुलिटी
६- म्युनिसिपैलिटी , जिला या राज्य सरकार के गुमास्ता या कर्मिक भर्ती नियमो के लिए आवश्यक शर्तों का पालन
७- यदि संस्थान बड़ा है तो प्रोविडेंट फंड , फेमिली पेंसन , ESIC , कर्मिकों के जीवन बीमा , कार्यालय बीमा आदि यदि आवश्यक हों तो लाइसेंस या अन्य सरकारी रजिस्ट्रेसन
८- इनकम टैक्स , सेल्स टैक्स , सर्विस टैक्स आदि के लाइसेंस/रजिस्ट्रेसन आदि
८- करेंसी एक्सचेंज के लिए आवश्यक रजिस्ट्रेसन , लाइसेंस आदि
उपरोक्त नियमों व अन्य जरूरी सरकारी अथवा गैरसरकारी लाइसेंस /रिजिस्ट्रेसन का प्रबंध होना चाहिए
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Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series to be continued ...
उत्तराखंड में पर्यटन व आतिथ्य विपणन प्रबंधन श्रृंखला जारी …
1 -भीष्म कुकरेती, 2006 -2007 , उत्तरांचल में पर्यटन विपणन परिकल्पना ,शैलवाणी (150 अंकों में ) , कोटद्वार , गढ़वाल
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