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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Wednesday, January 1, 2014

साम्प्रदायक ताकतों को दूर रखने के लिए कठोर सिंग और भानुमती केंद्रीय सरकार को समर्थन देते रहेंगे !

चुगनेर,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती 


(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

(ब्याळि आपन  पौढ़ बल शिक्षा मंत्रीन मिड डे मील का वास्ता स्कूल की अपनी पट्टी से ही स्थानीय अनाज खरीदणो अर राज्य प्रकाशन को काम मेरठ की जगा राज्य मा ही करणो आदेस सबि संबंधित विभागुं कुण भेज।  अर तीन बजे प्रेस कोंफेरेंस बि करि।  घ्याळ दान अपण न्यूज टीवी चैनेलुं मा देख त भौत हि पुळेन (खुश ह्वेन ). पण काम की व्यस्तता   का कारण ऊं तैं पता ही नि चौल कि उत्तर प्रदेश का कुसपा नेता कठोर सिंह अर कैकुसपा  की नेत्याणि भानुमति न केंद्रीय सरकार से  समर्थन वापस लीणै धमकी दे दे।  रात घ्याळ दा ड्यार पौंछ  त मुख्यमंत्रीक फोन आयि कि अब्याक अबि म्यार ऑफिस आवो। ")
 मुख्यमंत्री कार्यालय मा माणावाल जी अर आश्चर्य कि करम सिंग रावत जी पैलि बिटेन छा। मुख्यमंत्री व्यस्त छा।   चीफ मिनिस्टर कु डिकोरम सेक्रेटरी घ्याळ दा तैं एक कैबन मा लीग। 
उख पार्टी क उत्तराखंड राज्य कु केंद्रीय प्रभारी चौधरी बलबिन्दर सिंग पैल इ बिटेन बैठ्यां छा।  दगड़ मा पार्टीक राज्य महामत्री पन्ना लाल टमटा बि छा। चौधरी बलविंदर सिंह हरयाणा का मुख्य्मंत्री तैं  कारन तो पार्टीन बलविंदर सिंग तै उत्तराखंड अर मणिपुर का प्रभारी बणै।  चूँकि मणिपुर दूर च त बलविंदर सिंग जादातर देहरादून मा ही पड्यां रौंदन। 
चौधरी बलविंदर सिंग - घ्याळ दा ! तुम पार्टी का वास्ता एक गौळ का फोड़ा छंवां! 
पन्ना लाल टमटा -याने पार्टी का वास्ता एक मुसीबत !
घ्याळ दान गुस्सा रोकिक  ब्वाल - क्या मतबल ?
चौंधरी बलविंदर सिंगन सुबेरक द्वी सर्कुलर की कापी दिखैक जोर से ब्वाल - इ क्या च ?
घ्याळ दा - मिस्टर सिंह ! फर्स्ट ऑफ आल आइ  डिमांड रिस्पेक्ट फ्रॉम आल बिकॉज  आइ पे रिस्पेक्ट टु अदर्स टू।
चौंधरी बलविंदर सिंगन बौळेक ब्वाल - ये  क्या   बक रिया इंग्रेजी में ?
पन्ना लाल टमटा - चौधरी जी मै समझाता हूँ शिक्षा मंत्री जी को.
चौंधरी बलविंदर - काहेका शिक्षा मंत्री ! इन्ने तो केंद्रीय सरकार ही गिराने का काम कर रिया है। 
घ्याळ दा -व्हट ! मीन त उत्तराखंड कृषि विकास अर उत्तराखंड राज्य उत्पादन उत्थान का बान सर्वोचित निर्णय ले। 
पन्ना लाल टमटा - पण घ्याळ दा ! आपका निर्णय से केंद्रीय सरकार गिरण वाळ च। 
चौधरी बलविंदर सिंग -घ्याळ दा ! तुमे यो नीतिगत फैसला लेन्ने कौन बोल्ले है ?
घ्याळ दा -इखमा क्या च ? राज्य हित मा ही मेरो निर्णय च। 
चौधरी बलबिन्दर - पर थारे उत्तराखंड राज्य हित के निर्णय से  केंद्रीय सरकार गिरने वाली है उसका क्या ?
घ्याळ दा - सर ! इन आदेशों का केंद्रीय सरकार से क्या तालुकात ?
चौधरी बलबिन्दर सिंग - ये पन्ना लाल तू इ समजा इस मंत्री को !
पन्ना लाल टमटा -घ्याळ दा ! मिड डे मील का वास्ता जो अनाज अर दाळ की सप्लाइंग ऐजेंसी च ना ?
घ्याळ दा -हाँ ! डेप्राइव्ड पीपल वेलफेयर सोसाइटी बिजनौर। 
पन्ना लाल - अर उत्तराखंड प्रकाशन का काम कख हूंद 
घ्याळ दा - वीं कम्पनीक नाम च दीनहीन दुनिया प्रकाशन , मेरठ। 
बलबिन्दर -जाणे है डेप्राइव्ड पीपल वेलफेयर सोसाइटी, बिजनौर का मालिक कौन है ?
घ्याळ दा - नहीं 
पन्ना लाल - बहिन भानुमती जी की बहिन दयावती डेप्राइव्ड पीपल वेलफेयर सोसाइटी, बिजनौर की मालिकिन च 
घ्याळ दा - ये मेरी बवे !
पन्ना लाल -अर दीनहीन दुनिया प्रकाशन , मेरठ का मालिक कठोर सिंग जीकी समदण श्रीमती कौशल्या च। 
घ्याळ -औ अब आइ मेरि समज मा।  तो बहिन भानुमती और कठोर सिंह चाहते हैं कि उनके व्यापार में कोई छेड़ -छाड़ ना हो। 
बलबिन्दर -हाँ ! उनके पेट में लात मारोगे तो वो सरकार गिराएंगे ही !
घ्याळ दा -पण उत्तराखंड का हित भी  त  महत्वपूर्ण च। 
बलबिन्दर - पार्टी बचेगी तो ही उत्तराखंड का हित होगा कि नही ?
घ्याळ दा - अब क्या करण ?
बलबिन्दर -इस आदेस को अबि का अबि खारिज करना है। 
घ्याळ दा -पन्नालाल जी  ! ह्रदय से ब्वालो !   क्या यु सै च कि उत्तराखंड का हित की बलि चढ़ाये जाव ?
पन्ना लाल - अब दिल्ली मा पार्टी क सरकार बचाण त उत्तराखंड हित तैं कचरा पेटी मा डाळण ही पोड़ल। 
घ्याळ दा - ठीक च।  मिस्टर बलवबिन्दर जी ! आइ शयल टेक बैक दोज ऑर्डर्स बैक। 
बलबिन्दर -मै दिल्ली फोन करता हूँ। 
बलबिन्दर सिंह (फोन पर ) -महामंत्री जी ! बहिन भानुमती और कठोर सिंग जी के  पास  फिलर्स भेज दो कि उनके बिजिनेस पे कोई फर्क ना पड़  रिया है। हाँ हाँ आदेस वापस ले लिए हैं। कनि भर बी फिकर ना करो।  थैंक्स कोनो बात।  यो तो म्हारो काम है। 
बलबिन्दर - अब उन दोनों आदेशों को वापस लो।  भाई ओ दोनों सचिवों को भेजो
करम सिंह रावत अर माणावाल भितर आंदन। 
बलबिन्दर -घ्याळ दा मै जा रिया हूँ।  दोनों आदेस अबि वापस लो 
बलबिन्दर सिंग भैर जांद अर राज्य चीफ सेक्रेटरी भितर आंद ,
चीफ सक्रेटरी -मिस्टर रावत ! व्हट इज हैपेनिंग ? यू डोन्ट नो वी आर बाउंड बाइ रूल्स ऐंड रेगुलेशन्स 
रावत -सॉरी सर !आइ वाज ऑन लीव। 
चीफ सेक्रेटरी - व्हट अबाउट यू ?
माणावाल -सर ! मिस्टर मिनिस्टर इंसिस्टेड टु डु सो। 
चीफ सेक्रेटरी - इंसिस्टेड ! नॉनसेंस।  अब द्वी आदेस की कॉपी हरेक विभाग से वापस मंगवावो। मि मुख्यमंत्री जी से बोलि दींदु कि सुबेर  दस बजी तक सब आदेस वापस ह्वे जाल। 
(चीफ सेक्रेटरी भैर जांद )
करम सिंह रावत -माणावाल जी ! सी दैट द वर्क इज कंप्लीटेड बाइ टेन। 
माणावाल - सर एक गलती ह्वे गयाइ 
रावत -क्या ?
माणावाल - वु क्या च।  दिन भर विभागीय कम्प्यूटर अर प्रिंटर सब होल्ड ह्वे गे छा 
घ्याळ दा - तो ?
माणावाल - तो अबि तलक आदेस की एक कापी बि दुसर विभागों मा नि गे साक। 
घ्याळ - हे भगवान ! तीन बचै दे !
माणावाल - सौरी सर ! गलती ह्वे गे। 
घ्याळ दा - नै नै ! हम सब मनुष्य छंवां त हरेक से गलती होंदी च। 
रावत -एस मिनिस्टर !
माणावाल -जी मंत्री जी
उना मुख्यमंत्री टीवी मा  न्यूज दिखणा छा - ब्रेकिंग न्यूज - अभी अभी सूत्रों से पता चला है कि श्री कठोर सिंह और बहिन भानुमति ने सांप्रदायक ताकतों को बहार  रखने हेतु केंद्रीय सरकार को बाहर से समर्थन देते रहने का फैसला लिया है 


Copyright@ Bhishma Kukreti  28/12/2013 


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