Areas Addressed by Tourism Policy
(Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series--35)
किसी भी पर्यटक स्थल विकास की औपचारिक नीतियों में निम्न मुख्य पक्षों का ध्यान रखा आवश्यक है।
१- पर्यटन उद्यम का स्थानीय सामाजिक आर्थिक विकास में भूमिका
२-पर्यटन का वह भाग जो मुख्य रूप से स्थानीय सामाजिक -आर्थिक विकास के लिए सम्बल का कार्य करेगा
३- पर्यटक स्थल में विभिन्न करों का प्रावाधान
४-पर्यटक स्थल के विकास में निवेश सुविधाएं व स्रोत्र
५-पर्यटक स्थल के लिए कौन कौन से प्रोडक्ट सुनियोजिय किये जायं व स्रोत्र क्या हो
६-यातायात सुविधाएं व संचार सुविधाएं
७- मुख्य इंफ्रास्ट्रक्चर
८-ट्रैवेल ऐजेंसियों जैसे कुमाऊं विकास मंडल या गढ़वाल मोटर यूनियन की भूमिकाएं
९-पर्यावरण संरक्षण नीतियां
१०- आचार संहिता के नियमा
११-उद्यम की छवि व विश्वास वर्धन
१२-स्थानीय समाज का उदयम के साथ संबंध नीतियां
१३-मानव कार्मिक स्रोत्र , मानव संसाधन सुविधाएं व प्रशिक्षण सुविधाएं
१४- केंद्र , राज्य , स्थानीय स्वायत शासन के नियम
१५- विदेस व प्रावजन नीति एवं विदेसी निवेश नीति
१६-निवेश धन प्राप्ति के लिए व्याज दर नीति
१७-श्रमिकों के लिए न्यूनतम दैनिक आय के नियम
१८-संचार, सूचना, प्रसार , प्रचार नीतियां व किन वस्तुओं के विज्ञापन पर रोक होगी
१९- शिक्षा नीति
२०- सांस्कृतिक -धार्मिक नीति
२१- न्यायिक प्रक्रिया व संवैधानिक नियम
२२- विनियम सुविधाएं
२३- वन संरक्षण नियम
२४- विशेष वनस्पति संरक्षण नीतियां व नियम
२५-विशेष पशु पक्षी संरक्षण नियम
२६-मनोरंजन साधन के नियम
२७-व्यापार व खरीदी के कोई विशेष नियम
Copyright @ Bhishma Kukreti 10 /1/2014
Contact ID bckukreti@gmail.com
Tourism and Hospitality Marketing Management for Garhwal, Kumaon and Hardwar series to be continued ...
उत्तराखंड में पर्यटन व आतिथ्य विपणन प्रबंधन श्रृंखला जारी …
1 -भीष्म कुकरेती, 2006 -2007 , उत्तरांचल में पर्यटन विपणन परिकल्पना ,शैलवाणी (150 अंकों में ) , कोटद्वार , गढ़वाल
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