मेरि बात सूणा मि,दुखियारी नारी.
रूणों छौं मि अजकाल,दिनरात भारी.
पति ह्वैगे मेरो आज,जुवारी शराबी.
कसि कैकि होलि अब,दूर या खराबी
रूंदा दिन कटदू,मि निरभगी आज.
कनु ऐ गैनी आज,यु रागस राज.
पतिजिन मेरा रोज,सुबेर चलि जाण.
लटगिंदा-फरकिंदा,पछि घौर आण.
गाळी-ढाळी तौंकी मिन,रोज सुणोंण.
नौनि-नौनों तै बि, रोज भारी डरौण.
दलकणि मारि-मारि,तौन खाणु खाण.
नौन्यालोंन डैरिकी, भुखी सेई जाण.
छैंदो साग कबी,भुयां मा ठुप्याण.
दाळी की कटोरी,मी उंदा चुटाण.
इस्कोल्या नौनों की,फीस नि दियीन्दा.
टैम पर लैरी-लत्ती,भली नि करिन्दा.
रूणों रैन्द मन मेरो,यी हाल देखिकी.
मनाणु रैन्दू मि रोज,हाथ जोड़ीकी.
कब मेरा पति तुम,होश मा ऐला.
कब ईं बुराई से,छुटकारा पैला.
डॉ नरेन्द्र गौनियाल सर्वाधिकार सुरक्षित..narendragauniyal@ gmail.com
रूणों छौं मि अजकाल,दिनरात भारी.
पति ह्वैगे मेरो आज,जुवारी शराबी.
कसि कैकि होलि अब,दूर या खराबी
रूंदा दिन कटदू,मि निरभगी आज.
कनु ऐ गैनी आज,यु रागस राज.
पतिजिन मेरा रोज,सुबेर चलि जाण.
लटगिंदा-फरकिंदा,पछि घौर आण.
गाळी-ढाळी तौंकी मिन,रोज सुणोंण.
नौनि-नौनों तै बि, रोज भारी डरौण.
दलकणि मारि-मारि,तौन खाणु खाण.
नौन्यालोंन डैरिकी, भुखी सेई जाण.
छैंदो साग कबी,भुयां मा ठुप्याण.
दाळी की कटोरी,मी उंदा चुटाण.
इस्कोल्या नौनों की,फीस नि दियीन्दा.
टैम पर लैरी-लत्ती,भली नि करिन्दा.
रूणों रैन्द मन मेरो,यी हाल देखिकी.
मनाणु रैन्दू मि रोज,हाथ जोड़ीकी.
कब मेरा पति तुम,होश मा ऐला.
कब ईं बुराई से,छुटकारा पैला.
डॉ नरेन्द्र गौनियाल सर्वाधिकार सुरक्षित..narendragauniyal@
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद
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