याद में बस
सुख की घड़ियाँ
दुःख की कोई
राह नहीं
युग-युगों तक
मिल सकेगी
प्रेम की कोई
थाह नहीं
कोई ग़म नहीं
कोई दुःख नहीं
किसी पीर में
कोई आह नहीं
मेरे मीत
तेरी प्रीत में
किसी सुख की
कोई चाह नहीं
डॉ नरेन्द्र गौनियाल सर्वाधिकार सुरक्षित narendragauniyal@gmail.com
सुख की घड़ियाँ
दुःख की कोई
राह नहीं
युग-युगों तक
मिल सकेगी
प्रेम की कोई
थाह नहीं
कोई ग़म नहीं
कोई दुःख नहीं
किसी पीर में
कोई आह नहीं
मेरे मीत
तेरी प्रीत में
किसी सुख की
कोई चाह नहीं
डॉ नरेन्द्र गौनियाल सर्वाधिकार सुरक्षित narendragauniyal@gmail.com
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