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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Sunday, September 9, 2012

चला गैरसैण मा पिकनिक मनौला !

गढ़वाली हास्य व्यंग्य साहित्य
चबोड़ इ चबोड़ मा, हौंस इ हौंस मा
 
            चला गैरसैण मा पिकनिक मनौला !
                        चबोड्या- भीष्म कुकरेती

गैरसैण पर हास्य व्यंग्य; गैरसैण पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गैरसैण पर उत्तराखंडी हास्य व्यंग्य;गैरसैण पर मध्य हिमालयी हास्य व्यंग्य;गैरसैण पर हिमालयी हास्य व्यंग्य;गैरसैण पर उत्तर भारतीय हास्य व्यंग्य;गैरसैण पर भारतीय हास्य व्यंग्य;गैरसैण पर भारतीय उप महाद्वीपीय हास्य व्यंग्य;गैरसैण पर दक्षिण एशियाई हास्य व्यंग्य;गैरसैण पर एशियाई हास्य व्यंग्य]
- ह्यां मीन ब्वाल, मंत्री जी ! सुणणा छंवां !
- अरे टौमी की ब्व़े ! अब कै कैक जी सूणु ! हाई कमांड कि सूणु , मुख्यमंत्री क सूणु , विपक्षियुं सूणु , जनता क सूणु या ब्यापारियुं क सूणु या तेरी ?
- ह्यां पर टौमी क बुबा जी ! तुमि त बुलणा छया बल हाई कमांड जादा नि सुणाओ का बान तुमन चापलूसी अर मखनबाजी क परमानेंट लेप लगायुं च अर कबि कबि पार्टी छोड़णो धमकी क गोळि बि तुम खांद इ छंवां .
- टौमी क ब्व़े फिर बि कबि कबि यि चापलूसी का लेप अर धमकी क गोळि बि आउटडेटेड ह्व़े जान्दन भै !
- पण मंत्री जी अर आपन मुख्यमंत्री जादा नि सुणाओ क बान छै एम्.एल.ए यूँ पैरायीं रखड़ी बि त पैरीं च. विपक्षियुं क बान तुमन घात प्रतिघात का कुखुड़ मार्यां इ छन अर फिर घाट-प्रतिघात का कुखुड़ मारणा इ रौंदवां .
-हाँ पर !
- अर जनता क रूणो - किराट, ऐड़ाट भुभ्याट नि सुण्याओ त तुमन अपण कंदुड़ो पर लोखारो कनपट्टा ल्गायाँ इ छन फिर क्यांक मै फर इथगा जोर से रुस्याणा छंवां ?
- अच्छा अछा ! क्या बुलणि छे, चौड़ बोल . मीम टैम नी च . ओ विधान सभा क सेसन गैरसैण मा हूणु च वांकी तैयारी मा लग्युं छौं .
- ह्यां भलो ह्वाई मीन बि त गैरसैणै बात इ करण छे.
- हैं ! मंत्री क कज्याण्यु तैं गैरसैण से क्या लीण दीण ?
- हाँ उ ठीक च कि हमर भान गैरसैण क्या कखी बि बजुर पोड़ जैन धौं ! पण वु क्या च कि
- अरे भै चौड़ बोल मी मा टैम नि च .मीन एक पहाड़ी औरतुं सम्बन्धी मीटिंग मा जाण
- हाँ त मी बुलणु छौ बल हम मंत्र्युं अर कुछ विधायकूं कज्याण्युन निर्णय ले कि हम बि गैरसैण दिखणो जौंला
- ओहो पण तुमन क्या करण उख ?
- उ क्या च कि जरा दिखदां कि गढ़वाली अर कुमाऊं का पहाड़ क्या हुन्दन .कन खड़ा रौंदन इ कुमाऊं अर गढवाल का पहाड़
- पण तु त पहाड़ का नाम से इ चिरडे जांदी छे.
- हाँ पण कबि कबि बडी बेज्जती ह्व़े जांदी जब कवी मैदानी मंत्री क कज्याण पुछदी कि मी पहाड़ी मंत्री क वाइफ छौं त जरा पहाड़ क बारा मा कुछ बतौं .अर मै तै पहाड़ क बारा मा अ ब स बि ज्ञान नि छ.
- या त भली बात च कि तुम लोग पहाड़ का ज्ञान का खातिर गैरसैण जाण चाणा छंवां
- धत्त ! हम गैरसैण पहाड़ का ज्ञान क बान थुका जाणा छंवां. हम त पिकनिक मनाणा जाणा छंवां . पिकनिक क दगड्या दगड़ पहाड़ क्या हुन्दन यि बि देखी ल्योला
- क्या क्या प्लान च पिकनिक का बारा मा ?
-पैल त हम ख़ास ख़ास जगा मा वीडियोग्रैफी करौंला अर फिर वोमन पत्रिकाओं मा लेख छपवोंला
- फिर हमन उख द्वी किटि पार्टी बि उरायीं छन .
-इंट्रेस्टिंग ! किटि पार्टी मा क्या प्रोग्रैम छन ?
- पैलाक दिन त बस ताश पार्टी च . हाँ दुसर दिन हमन उख स्पेनी खाणक बणवान .
- पण गैरसैण मा स्पेनी खाणक बणाण वळ कख मीलल ?
- नै नै हमन दिल्ली क एक पिकनिक सर्विस कम्पनी तै ऑर्डर दि आल.
- अरे वाह यू त भौत इ बढिया प्रोग्रैम च
- अर अलग अलग रात्यूं कुण हमन संगीत प्रोग्रैम धर्याँ छन
- एक रात अफ्रीकी जाज संगीत संध्या , हैंकि रात रसियन बैले डांस अर म्यूजिक अर तिसरी रात आयरिश फोक म्यूजिक अर डांस कु प्रोग्रैम च
- अर यांको इंतजाम ?
- दिल्ली क एक प्रसिद्ध इवेंट मैनेजमेंट कम्पनी यि सौब इंतजाम कौरली
- पण क्वी गढ़वाली अर कुमाउनी फोक म्यूजिक ..?
- तुम बि ना अबि बि गुफा मनुष्य क ज़माना मा छंवां . मुख्य मंत्री क कज्याणि ठीकि बुलणि छे क्या धर्युं च वै पहाड़ी म्यूजिक मा .वींक बुलण सै च कि हम तै विदेसी म्यूजिक अर डांस कु ज्ञान जरुरी च
-अर फिर तीसर दिन मा ?
- वै दिन हम एक वार्ता करला. वार्ता क विषय च ' पहाड़ी औरतों की पीड़ा'
- त तुम लोगुं न उखाकी जनन्यु दगड संपर्क कौरी याल कि ना ?
- तुमर बि दिमाग खराब हु यूँ च . हम मंत्र्याणियूँ क इख ड्याराडूण मा इके दु दु स्त्री सम्बंधित संस्था त खुल्यां छन ऊँ मादे द्वी चार अच्छा स्पीकर ली जौंला . यू प्रोग्राम त हमन टैम काटणो खातिर धार. हम तै बोरियत नि आओ त यांक बान यू प्रोग्राम धार.
- अर हौरी क्या क्या च ?
- बस तीनि दिन त हमन गैरसैण मा पिकनिक मनाण . चौथो दिन हम इना ऐ जौंला . ये मेरी ब्व़े मीन त ब्यूटी क्लिनिक बि जाण . मी त जांदो छौं
- ये मेरी ब्व़े ! मीन त अबि 'पहाड़ो में औरतों के लिए कामगार शिक्षा ' क प्रोग्रैम मा जाण

Copyright@ Bhishma Kukreti 8/9/2012
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