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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, September 27, 2012

काका भतिजौ खेल :गढ़वाली व्यंग्य


व्यंग्य साहित्य गढ़वाली भाषा में
चबोड़ इ चबोड़ मा , हौंस इ हौंस मा
                     काका भतिजौ खेल
                    चबोड्या: भीष्म कुकरेती
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                        काका भतिजौ खेल
 
एक- हे चलो काका भतिजौ खेल खिलला.
हैंक बच्चा - हाँ हाँ बड़ो मजेदार खेल च !
तिसरु- ठीक च मी नौरतु याने सूत्रधार बणदु . अर तु स्वाग कुणि डाईलौग लेखिक दींद जा.
नौरतु (सूत्रधार ) - बदमासो कु खेल द्याखो

         --- धुर्याओं क खेल द्याखो
             -- गरीबी मिठाणो खेल द्याखो
           ---- पैलाक मंगत्या , भिकारी अर आजौ नेता क एकी साल मा खड़ी चमकदार कोठी द्याखो
             ----- राजनीति मा
           ---छकटु (ठग) कु छकटणु (ठगुण ) द्याखो
         --- कुर्सी पर परिवार वाद कु गोंद द्याखो
                    -- भाई भतीजा वाद कु रोग द्याखो

एक- अरे बन्द कर भौत ह्व़े ग्याई. इ सौब. भलो छे कि जु तु बिहार अर बंगाल मा नि छे निथर त्यार मुख प्रजातन्त्री म्वाळ से बन्द करे जांद.

नौरतु- आओ जरा महाराष्ट्र की परुशरामी धरती मा काका भतीजों खेल खिले जौ
काका- आ ये म्यरा भतीजा जरा बेवकूफ बणाणो खेल खिले जाओ
.
भतीजा - काका सन सैंतालीस से यू खेल चलणु च अब दर्शक ब्वालो या जनता तै अब नेतौं द्वारा बेवकूफ बणाणो खेल से बिखलाण ह्व़े ग्याई
काका- त चल काका भतीजा क खेल दिखौला

भतीजा- काका यु क्या सिंचाई विभाग मा घोटालो जांच कु औडळ बीडळ आणु च
काका- अरे क्या ह्वे ग्यायि । इन त सेंट्रल महाराष्ट्रा कोपरेटिव बैंक घोटाला जांच कु ढांड बि पोड़ी छौ
भतीजा- पण काका इन लगणु च सिंचाई विभाग मा घोटालो जांच कु औडळ बीडळ खतरनाक च . जादा परेशानी वळ च.
काका- त इन कौर तू मंत्रालय जाण बन्द करि दे .अर सिंचाई विभाग मा घोटालो को ध्यान अपण 'मंत्रालय नि जाण' पर लगै दे .
भतीजा- पण काका यू स्वांग त तुमन डिल्ली मा बि कौर छौ. जनता जन ढिबरों बात त जाणि द्याओ पण अजकाल यि टी वी. चैनलुं दरबार मा पत्रकार अर विश्लेषकुं न जाणि जाण कि मी सिंचाई विभाग मा घोटालो अर सरासरी फाइल पास करणो ध्यान हटाणो बान मंत्रालय नि जाणु छौं.

नौरतु- यूँ नेताओं स्वांग , टुटबाग द्याखो
काका - त इन कौर ब्रह्माश्त्र छोडि दे

भतीजा- काका आपन त बथाई छौ कि छक कैकी खाओ पीओ अर भगार दुसर पर आण चएंद इ ब्रह्माश्त्र हुंद
काका- अरे गलती ह्व़े ग्याई . उ छक कैकी खाओ पीओ अर भगार दुसर पर आण चएंद त टुटब्याग शाश्त्र होंद.
भतीजा - त गुरु जन काका ! यू ब्रह्माश्त्र क्या हूंद ?
काका- त इन कौर तू उप मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र दे दी
भतीजा- याने लाल बहादुर शाश्त्री क तरां ?
काका - दिमाग खराब हुयूँ च त्यार अर म्यार जु अछेकी त्यागपत्र या इस्तीफा द्योला !
नौरतु- यूँ नेताओं स्वांग , टुटबाग द्याखो

             - यूँ नताओं क कुकर्मी स्वांग द्याखो
            - नेताओं क भरम फैलाणो बेशरम जाळ द्याखो
         -नेताओं क बेवकूफ बणाणो खटराग द्याखो
             --- नेताओं क इस्तीफा क स्वांग द्याखो

भतीजा- अर जु मुख्मंत्री म्यार इस्तीफा स्वीकार करी द्यालु त ?

काका- अबे बेवकूफ छे तू. मुख्यमंत्री त्यार इस्तीफा स्वीकार कौरल त महाराष्ट्र अर डिल्ली मा सरकार भ्युं नि पोड़ी जालि?
भतीजा- त ठीक च मी अबि इस्तीफा दे दींदु
काका- अबे नालायक ! पैल मि तै कोलकत्ता जाणि दे अर फिर इस्तीफा दे. जां से लगो कि त्यार इस्तीफा स्वांग नी च असलियत च .
नौरतु- -- द्याखो द्याखो ! यूँ नेताओं क जंक जोड़ द्याखो

           -- यूँ नेताओं क सियीं जनता तै जौर, ज्वर कु इंजेक्सन दीण द्याखो
            --यूँ जनता जनार्दनो कु जंजाळ द्याखो.पावर कु पावर द्याखो
               - जन सेवकुं कि हिजड़ा जन , जनखा जन जंवामर्दि द्याखो

काका- हाँ मि कोलकत्ता पौंछि गयो अब तू उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दी अर घ्याळ इथगा हूण चयेंद कि महाराष्ट्र इ ना भारत का सबि भर्याँ बाँध -डामुं पाणी सूखि जाओ.
एक चानेल- ब्रेकिंग न्यूज - उप मुख्यमंत्री न इस्तीफा द्याई
दुसर चैनेल- ब्रेकिंग न्यूज- महराष्ट्र मा सरकार तै खतरा
तिसर चैनेल- ब्रेकिंग न्यूज अब हम भारत मा 'कोयाला खदानों अर महराष्ट्र मा सिंचाई विभाग मा घोटालो समाचार अर विश्लेषण दीण सद्यानो खुणि बन्द करणा छंवां अब बीस पचीस दिन सिर्फ अर सिरफ़ उप मुख्यमंत्री क इस्तीफा कु घ्याळ ह्वालो
नौरतु- द्याखो द्याखो ! भारत मा ख़ास मुद्दों से ध्यान बंटाणो खेल द्याखो
- नेताओं क भूक, तीस, रोजी रोटी क कमी से ध्यान हटाणो कमीनापंथी क हथियार द्याखो
खटकरी -अरे मि ईं दमानिया समानिया पर मान हानि क दावा करणु छौं
भतीजा - खटरागी खटकरी जी ! ये स्वांग कु स्क्रिप्ट मा त आपक रोल इ नि छयाई . आप किलै ऐ गेवां ? ये स्वांग मा त मेरो इ इस्तीफा पर चर्चा क स्क्रिप्ट छौ

खटकरी- अरे ये स्वांगक स्क्रिप्ट मा समानिया दमानिया बि त नि छेइ अर वा म्यार अर त्यार काका क खाओ पीओ अर बांटिक खाओ वळा संबंधो क बारा मा सबि टी वी चानेल अर अखबारों तै बथाणि च त मि ये स्वांग से भैर किलै रै सकदु .
नौरतु- अहा ! धुर विरोधी नेता अर सरकारी नेताओं क जुगलबंदी द्याखो. भैर दिखानो कुत्ता बिरळ कि लड़ाई अर भितर कावों क भाई बंदी द्याखो.
           ---- अर सि द्याखो जनार्दन द्विवेदी कु अपण ख़ास विरोधी खटरागी खटकरी जी तै बचाणो वकीली जिरह द्याखो
         -- खटरागी खटकरी जी क दगड्या उज्यळु जावडेकर जी कु खटरागी खटकरी जी तै दूध कु धुयुं साबित करणो कुतर्की जबाब द्याखो
              -- थैली क चट्टे बट्टों कु खिलवाड़ द्याखो
खुस पटेल- अब उप मुख्यमंती क इस्तीफा वापस नि ह्वालो . अब भतीजा क जगा बेटी उप मुख्य मंत्री होली
भतीजा - काका ! यू क्या च / मीन ट इस्तीफा इअली द्याई कि कि ..युत नियम विरुद्ध च . यू त स्क्रिप्ट मा छें इ छौ
काका- बेटा राजनीति मा स्वार्थ पूर्ती का सब चाल जायज छन . अब मी चांदो कि मेरी बेटी तेरी जगा ल्याऊ . शतरंज अर राजनीति का खेल इकजनी होन्दन
नौरतु- वाह राजनीति की शतरंज का खेल द्याखो
बीस पचीस विधायक- भतीजा क इस्तीफा वापस नि ह्वाल त हम सरकार गिरे द्योला
काका - भतीजा यू त स्क्रिप्ट मा नि छयो
भतीजा - काका यि सौब कौंळ मीन तुम मांगन इ सीखेन
काक- ओ मि बिसरी ग्यों कि च्याला बि गुरु पर भारी पोड़ सकुद . ठीक च त जन च तनी रौण दे . त्यार इस्तीफा रद्द ह्व़े जालो
नौरतु- नै नै यू स्वांग बन्द नि ह्वालू. रोज इनी स्वांग चलणा राला
जनता- अर में जनता क क्या ह्वालू?
नौरतु- जब तलक तू इनी सिंईं रैलि तब तलक भारत मा राजनैतिक- बेतुका, बदजात, बदतमीजी , बलात्कारी, लूटमारी , चोरी-जारी , बेशर्मी का स्वांग इनि चलणा राल .

Copyright@ Bhishma Kukreti 28/9/2012
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