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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Monday, July 16, 2012

बौ सरैला लोक गीत Importance of place ‘Satpuli’ in Garhwali Folk Songs

सतपुळि बजार क्यों आंदि
 
सतपुळि बजार क्यों आंदि
मेरि ब्वारी गौमती या ?मेरि ब्वारी गौमती या ?
सतपुळि बजारै आन्दु
मी तुमारा बान या, मी तुमारा बान या
काटी च जमणि ये ब्वारि , काटी च जमणि ये ब्वारि
मी तै नि मिलणो ए ब्वारि ,
सबुकी समणि , या सतपुळि
तमाखू का कोया ए जिवरो, तमाखू का कोया ए जिवरो,
डौर छाई तुमतै त पैलि
केकु ज्वाड़ माया या
सतपुळि बजार क्यों आंदि
बामणु कि पोथी ए ब्वारि , बामणु कि पोथी ए ब्वारि ,
भली बिराज दींदि ए ब्वारि
तेरी काळि धोति या
सतपुळि बजार क्यों आंदि
स्वैरि जाली सौँळि जिवरो , स्वैरि जाली सौँळि जिवरो ,
कन बिराज दींदि जिवरो ,
बुलबुलूं कि कौंळ या
सतपुळि बजार क्यों आंदि
मेरि ब्वारी गौमती या ?मेरि ब्वारी गौमती या ?
Curtsey _ Shri Totaram dhoundiyal Dhad magazine june 1990

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