गढ़वाली लोक गीत
संकलन -तोता राम ढौंडियाल
इन्टरनेट प्रस्तुति - भीष्म कुकरेती
[लोक गीत; गढ़वाली लोक गीत, उत्तराखंड क्षेत्रीय भाषाई लोक गीत; मध्य हिमालयी क्षेत्रीय भाषाई लोक गीत; हिमालयी क्षेत्रीय भाषाई लोक गीत; उत्तर भारतीय क्षेत्रीय भाषाई लोक गीत; भारतीय क्षेत्रीय भाषाई लोक गीत; दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय भाषाई लोक गीत; एशियाई क्षेत्रीय भाषाई लोक गीत; लेखमाला ]
सेरा कि मि डोळयूँ , नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
द्यबतूं का सतन, नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
कूलि कि सि बेड्वळि ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
सेरा कि ढीस्वळि ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
चला दीदी भूल्यो , ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
घ्यू दूद चारि औंला, ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
एक पत्ती ह्व़े ग्याई , ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
द्वी पत्ती ह्व़े ग्याई, ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
फूटी गेनी फांकि , ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
द्यू कारो धुपणो ,,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
कै देव शोभलि ,,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
छितरपाल शोभलि ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
कवी घांडी चड़ोला, ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
निसाण चड़ोला , ,नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
द्यब्तळि भीतर , नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
को देव ल्या होलो , नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
ओ दीबा द्यूरड़ी नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
ओ नंदा भरड़ी , नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
ओ लाटु भैरव , नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
ओ हीत नरसिंग , नै डाळि पयाँ जामी , नै डाळि पयाँ जामी
जाति- थड्या, झोडा
(तोताराम ढौंडियाल संकलित , गढवाली गीत संग्र , धाद प्रकाशन , देहरादून से साभार)
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