राजनीति विषयक गढवाली कथाएं- ३
पुराणों घी नै बरोळिउन्द
भीष्म कुकरेती
जब तलक अजय बहुखंडी रानजीति मा सिरफ नेता छया त लमडेर
कुकुर जन कखी बि घूमी लीन्दा छा, कुछ बि बकबास करी लीन्दा छा. हाँ! एक
बात छे कि जन लमडेर कुकुर ह्वेन, खजि वळ कुकुर ह्वेन, गळि क कुकुर ह्वेन
या घरपळया कुकुर इ ह्वेन - राजनीतिग्युं अर कुकुरुं मा एक समानता होंद अर
वा च अपणि अपणि 'केर' , अपणि अपणि हद्द. अपणी पार्टी क कै हैंका नेता क
टेरिटरी मा नेता लोक दखलअन्दाजी नि करदन , जु एकी पार्टी क एक नेता हैंक
नेता क केर लांघी द्याओ त राजनीतिज्ञ रूपी मनिखो मा कुकुरखेल ह्व़े जांद
या एक हैंको पर भुकण बिसे जान्दन ,एक हैंक तै कटण मिसे जान्दन. अर यदि
क्वी कुकुर हैंको कुकुर की केर तोड़ी द्याओ त वो बि राजनीतिग्यों तरां
हल्ला मचाण बिसे जान्दन. तब अजय बहुखंडी मा क्वी जुमेबारी त छे ना. अब जब
प्रदेशौ मुख्यमंत्री बणिन त कबि कबि क्या भौत दै निंद , खाण हराम ह्व़े
जांद. आज बि मुख्यमंत्री की हालत खराब छे. ऊंकी निंद हर्चीं छे. भूक-तीस
मरीं छे. मन मा ख्यळबळाण (पाणी जन उबळण ) हुणो छौ, अर पुटुक मा च्यौड़
(अजीब स्यू अण- अभिब्य्क्त पीड़ा) पड़णा छा.
.हजारो साल से हम दिखणा छंवां
बल मंत्री अर प्रशासनिक अधिकार्युं समंध कुछ अजीब होन्दन. मंत्री या राजा
अर प्रशासनिक अधिकारी एक हैंका खुणि आवश्यक बुराई छन. धृतरास्ट्रो खुणि
विदुर एक आवश्यक परेशानी छे त विदुरअ कुणि ध्रितराष्ट्र एक आवश्यक बुराई
छे. दुर्योधनो खुणि भीष्म अर द्रोणाचार्य एक आवश्यक मुंडारु छौ त भीष्म
अर द्रोणाचार्य खुणि दुर्योधन एक नेसेसरी इविल , आवश्यक अनिष्ट, जरूरी
बुराई छौ. मुख्यमंत्री- मंत्री अर प्रशासकौ अधिकारी एक हैंकौ पूर्ण पूरक
हूण से यि द्वी एक हैकाक जरूरत छन. मुख्यमंत्री अजय बहुगुणा जीन इ डिल्ली
मा जोड़ तोड़ी करीक अतुल ममगाईं जी तै चीफ सेक्रेटरी बणवाई अर मुन्ना लाल
बनग्याल जी तै अपुण प्राइवेट सेक्रेटरी बणवाई. ये हिसाब से यि द्वी
मुख्यमंत्री क ख़ास आदिम छन पण जन मुख्यमंत्री सरा राज्यौ क आदिम हूंद अर
वैको पैलि आस्था राज्य हूण चयेंद पण असल मा वैकी प्राथमिक आस्था राजनीति
होंद. उनि ममगाईं जी अर बनग्याल जी अजय जीक ख़ास छन पण असल मा उंकी
प्राथमिक आस्था प्रशासन च. अजय बहुखंडी जी तै ममगाईं जी क याद आई कि यीं
परेशानी क हाल यूँ द्वियुं मा इ ह्व़े सकद.
हालांकि मुख्यमंत्री अर चीफ सेक्रेटरी ममगाईं जीक
बीच हॉट लाइन च पण ममगाईं जी न पैलि दिन अजय जी तै अड़ाइ बल कबि बि द्वी
बड़ा बड़ा आदिम्युं तै डाइरेक्ट कबि बि बात नि करण चयेंद. इख तलक कि जब बि
अजय जी तै ममगाईं जी तै क्वी सीक्रेट बात हॉट लाइन से करण तो बि
मुख्यमंत्री तै पैल जूनियर सेक्रेटरी द्वारा चीफ सेक्रेटरी तक रैबार पौंचाण
चएंद कि मुख्य मंत्री हॉट लाइन पर बात करण चाणा छन. अजय बहुखंडी जी न
ममगाईं जीक अड़यूँ नियम क हिसाब से पैल अपण प्राइवेट सेक्रेटरी खुणि ब्वाल
कि ममगाईं जी खुणि ब्वालो कि मुख्यमंत्री हॉट लाइन पर बात करण चाणा छन.
फिर प्राइवेट सेक्रेटरी न जूनियर सेक्रेटरी न अपण सीनियर मा रैबार भ्याज,
सीनियर सेक्रेटरी न ममगाईं जीक जूनियर सेक्रेटरी मा रैबार भ्याज , ममगाईं
जीक जूनियर सेक्रेटरी न अपण सीनियर मा मुख्मंत्री क रैबार भ्याज , सीनियर
पण असल मा जूनियर सेक्रेटरी ना प्रदेश चीफ सेक्रेटरी ममगाईं जीक चीफ
प्राइवेट सेक्रेटरी मा मुख्य मंत्री जीक रैबार पहुंचाई. स्टेट चीफ
सेक्रेटरी क प्राइवेट सेक्रेटरी मातबर सिंग बिष्ट जी न तब जैक स्टेट चीफ
सेक्रेटरी तै बताई, " सर! मुख्यमंत्री हॉट लाइन पर बात कर न चाणा छन?"
ममगाईं जीन अपण प्राइवेट सेक्रेटरी तै पूछ,' मुख्यमंत्री मै से बात करण चाणा छन या आपसे ?"
प्राइवेट सेक्रेटरी मातबर सिंग बिष्ट जीन घणघणै क जबाब दे ,'सर विद यू."
ममगाईं जीन तिराण वळि भौण मा ब्वाल,"" बट यू नेवर टोल्ड सो
इन युवर संटेंस . तुम प्रिवेंसियल सिविल सर्विस वळा कबि नि सुदर सकदवां!
प्रशासनिक सेवा मा एक क्लियर लैंग्वेज हूंद . पण तीन सौ साल ह्व़े गेन
तुम पीसीएस वळा अबि बि क्लियर एडमिनिस्ट्रेटिव लैंग्वेज नि सीखा !"
मातवर सिंग बिष्ट जी उत्तर प्रदेश प्रोविंसियल सिविल
सर्विस (पी.सी. एस) कैडर का छन अर जब लखनौ मा छ्या तब बि ई आई.ए.एस वळा
पी.सी. एस. वळो तै इनी हीण भावना वळ बथुं से घैल करदा छ्या . इन माने
जांद बल जब ब्रिटिश लोगूँ न इम्पीरियल सिविल सर्विस (ICS ) शुरू कर त उखमा
सब ब्रिटीशर इ छ्या अर राज्यों मा भारतीय PCS वळ छ्या त आई.सी.एस वळ
पी.सी.एस वळो तै दनकांदा छ्या अर यू रिवाज आज बि च . इम्पीरियल सिविल
सर्विस (ICS ) अब इन्डियन सिविल सर्विस(IAS ) मा बदल त ग्याये पण जब बि
बगत आई ना कि आई.ए.एस वळ पी.सी.एस. वळो तै दनकाणा इ रौंदन. कबि कबि त
बिष्ट जी क ज्यू बुल्यांद कि नेता बौण जावन अर यूँ आई.ए.एस वळु खूब बेज्जती
कौरन पण नेतागिरी मा स्टेबिलिटी नी च त पी.सी.एस. कि नौकरी मा पूरो
स्थायित्व च पेंसन च अर फिर रिटायर हूणो बाद प्राइवेट कंपन्यूँ अच्छो
पद मीली जांद.
ममगाईं जीन फिर बोल," बिष्ट जी ! रैबार पंचाई द्याव बल मी बस थ्वड़ा देर मा बचळयांदो छौ. '
उन
ममगाईं जी बि बिष्ट जी क सौकारी इतियास से परेशान छन. बिष्ट जीक बूड खूड
ममगाईं जीक पट्टी का बड़ा थोकदार छ्या अर बिष्ट थोकदारूं न इ ममगाईं जीक
पड़ददा पंडिताई बान कुछ पुंगड़ देकी बसाई छौ.ममगाईं जी नि चांदा छ्या कि जख
मातवर सिंग बिष्ट जी ह्वावन उख उंकी पोस्टिंग ह्वाऊ, पण बिष्ट जी पैलि चीफ
सक्रेटरी क प्राइवेट सेक्रेटरी बणि गे छ्या. . ममंगाई जी जाणदा छन कि आम
गढवळि मन से हैंको गढवळि तै बॉस नि माणदो उल्टा औफ़िस का दगड्यो तै बथाणु
रौंद बल इक त यू बॉस च पण उख गां मा त एको ददा म्यार ददा क सिरतान छौ. या
इक त यू बौसगिरी झड़दो पण उख म्यार गाँ मा म्यार त तिभित्या अर
तिमन्ज्युळया तिबारिदार कूड च त एको एक भितर्या उबर इ च.
मुख्यमन्त्री जीक पुटुकुन्द त परेशानी से च्याळ
पड़णा छ्या. ऊन प्रशासनिक नियमु ऐसी तैसी कार अर ममगाईं जी कुणि फोन कार,"
क्या बात ममगाईं जी भौति बिज़ी छंवां?"
ममगाई जीन ब्वाल,' यस चीफ मिनिस्टर , नो सर !"
मुख्यमंत्री जीन पूछ," मतबल? यस अर फिर नो "
ममंगाई जीन बोली," एस माने आप तै सम्बोधन अर नो माने आपौ खुणि बिजि नि छौं पन असल मा भौत इ बिजि छौं"
मुख्यमंत्री जीन चीफ सेक्रेटरी जी तै अपण कैबिन का भैर
कौनफेरेंस रूम मा चौड़ बुलाई अर दगड मा ब्वाल बल बिष्ट जी अर पोलिटिकल
सेक्रेटरी तै बि लै येन . अब ममगाईं जी झसकी गेन कि कुछ त बात च .
कोन्फेरेंस रूम मा स्टेट चीफ सेक्रेटरी, बिष्ट जी,
अर मुख्यमंत्री क प्राइवेट सेक्रेटरी ऐ गे छ्या अर हाइयरआर्की क हिसाब से
बैठया छ्या. ममगाईं जीन चीफ मिनिस्टर कु पोलिटिकल सेक्रेटरी कुणि ब्वाल,'
टम्टा जी ! यूँ मंत्र्युं तै सिखाओ कि अर्जेंट, मोस्ट अर्जेंट, नॉन-
इम्पोर्टेंट बट अर्जेंट, वेरी इम्पोर्टेंट अर नॉन-अर्जेंट, वेरी
इम्पोर्टेंट एंड अर्जेंट ' कामू क बारा मा सोची लयवान.
अलाइड आई.ए.एस. काडर का सुबोध टम्टा जीन पूछ, " सर! ऐनी थिंग इरेपटेड रौंग ?"
चीफ
सक्रेटरी जीन बताई," सबि कुछ गलत हूणु च. हरेक मंत्री जीन हरेक फाइल मा
वेरी वेरी अर्जेंट अरमोस्ट इम्पोर्टेंट लेखिक डे द्याई." ममगाईं जीन रुकिक
सब्यू तरफ नजर घुमैक अगनै ब्वाल," एक मंत्री जीक फाइल च जखमा काम को ठेका
दियी जालो दस मैना बाद अर वै कामो फाइल मा बि वेरी अर्जंट अर मोस्ट
इम्पोर्टेंट च . एक फाइल च जखमा अच्काल पिथौरागढ़ मा बच्चों पर क्वी अजीब
सी रोग सौर्यु च , फैल्यु च वीं फाइल मा मंत्री जी क नॉट च
'नॉन-इम्पोर्टेंट एंड नॉन-अर्जंट. इनी सब मंत्रालय मा च हूणु ."
बिष्ट जीन हाँ मा हाँ मिलाई," जी ममगाईं जी ठीक
बुलणा छन. कुम्भो मयाळा न आण अब दस साल बाद पण ट्वाइलेट अर बाथरूमु फाइल
मा मंत्री जीक रिमार्क छन - वेरी वेरी अर्जेंट एंड मोस्ट इम्पोर्टेंट
लिख्यु च कि सी मी अर्जेंट."
टम्टा जी न बोली," क्या इ निशंक जीक च्याला छन?"
सबि मूल मूल बक्रोक्ति से इ हंसिन , ऐडमिनिस्टरेसन को एक नियम च कि इन बातू पर जोर से सुपिन मा बि नि हंसण चयेंद.
ममगाईं जीन ब्वाल," अर यि मंत्र्युं सेक्रेटरी बि ना !
इंडियन सिविल सर्विस की नाक कटवाणा छन जन मंत्री लोक बुल्दन उनि लेखी
दीन्दन सही होंद - वेरी इम्पोर्टेंट एंड मोस्ट अर्जेंट पण ...खैर . टमटा
जी अबि क्या ख़ास च ? "
टमटा जी न ब्वाल,' कुछ नई योजना अर पुराणि योजनाओं क मूल्यांकन कि बात च सैत "
बिष्ट
जी न ममगाईं जीक ज़िना द्याख मतलब बुलणो आज्ञा मांग अर ब्वाल, "मतलब ,
पुराणि सरकारौ योजनाओं तै खतम कारो अर नई योजना बणाओ. फिर सबि रूणा रौंदन
कि प्रदेशाऊ विकास नी होणु च . जब हरेक योजना मा इनी पोलिटिकल रुकावट आली त
..एक योजना पर कुछ काम होंदु नी कि वीं योजना तै पोलिटिकल राईवलरी क वजै
से स्क्रैप करे जांद ...."
टमटा जीन ब्वाल," पण सचेकी हम ऐडमिनिस्ट्रेसन वळ इनी करदवां क्या ?"
ममगाईं
जीन बताई बल," बिष्ट जी! हम इंडियन सिविल सर्वेंटूं काम च भारतीय संविधान
अर ऐडमिनिस्ट्रेटिव नियमु पालन करण अर मंत्री लोगूँ काम दिखण. म्यार
एक्स बॉस देशमुख जी जु इंडिया क चीफ सेक्रेटरी छ्या को बुलण छौ बल हम तै
मंत्र्युं बुल्यु काम दिखण चयेंद पण वी अर नॉट बाउंड टु ओबे देम एज देयर
विश एंड ह्विम्स."
इथगा मा मुन्ना लाल बुनग्याल जी ऐ गेन अर बुलण
मिसेन," आज सुबेर बिटेन सी.एम्. जीक मूड औफ़ च. बस आणा इ छन ." मुन्ना लाल
बुनग्याल जी बि उत्तर प्रदेश पी.सी.एस. काडर का औफ़िसर छन. अर या इ बात च कि
देहरादून मा उत्तरप्रदेश अर दिल्ले कि सभ्यता पनपणि च .
मुख्यमंत्री जी क प्राइवेट सेक्रेटरी मुन्ना लाल
बुनग्याल जीन बोली," कुछ प्रदेश विकास की बात होली. अर बुलणा छ्या कि वूं
तै विकास का मामला मा सचाई चयेणि च."
मंगाई जीन
ब्वाल, "मतलब मुख्यमंत्री जी तै सचाई नि चयेणि च बल्कण मा ओ सकारात्मक
प्वाइंट चयाणा छन जो ओ विधान सभा तै , अर पत्रकारों द्वारा जनता तै बथै
साकन."
मुन्ना लाल बुनग्याल जी न बोली , ' यू आर अबस्युलीटली राईट सर! सी.एम् वांट्स दोज फैक्ट्स एंड फीगर्स , स्टोरी टु टेल."
थ्वड़ा
देर मा मुख्यमंत्री जी कैबिनेट सेक्रेटरी मिश्री लाल कौशिक दगड
कौनफेरेन्स रूम मा ऐन, मिस्री लाल जी छन त हरिद्वार्क पण राजस्थान काडर का
आई.ए.एस. छन अर ममगाईं जीक क जूनियर छन.
सब्यूँ न खड़ो ह्वेक अभिवादन कार अर मीटिंग कि
शुरुवात मुख्य मंत्री जीन इन कार,' द्याखो मेरी लोकप्रिय सरकार तै चार दिन
बाद या पांच दिन बाद एक महीना हूण वळ च अर जनता चांदी बल सरकार वूकुण कुछ
कार. फिर सीक्रेट रिपोर्ट या च बल पुराणि सरकार का बारा तेरा योजना जनता
विरोधी छन. जनता चांदी बल यी योजना स्क्रैप करे जावन अर यूंक जगा जनता लैक
नई योजना आवन ."
सबि कुछ देर तलक चुपी रैन त अजय बहुखंडी जीन ममगाईं जी तै पूछ ,' आपकी क्या राय च ?"
ममगाईं
जी अर हौर औफ़िसरू तै इथगा सालू अनुभव छौ ओ समजी गेन कि पुराणी सरकार की
योजनाओं से पुराणा मुख्यमंत्री क नाम प्रसिद्ध ह्व़े अर अबि बि लोक पुराणा
मुख्यमंत्री क गीत गाणा छन अर या बात कै बि वर्तमान मुख्य मंत्री तै
बर्दास्त नि होंद कि भूतपूर्व मुख्यमंत्री का नाम प्रसिद्ध होणु रौ चाहे
भूतपूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान मुख्यमंत्री क बुबा किलै नि ह्वाओ.
ममगाईं जीन ब्वाल,' सर ! हूणो त सब कुछ ह्व़े सकुद पण इख मा द्वी बातु ख्याल करण इ पोडल."
अजय जीन पूछ,' क्या क्या ?"
ममंगाई
जीन ब्वाल,' एक त पुराणी योजनाओं तै स्क्रैप करण से भौत सा पोलिटिकल अर
सैत च ऐडमिनिस्ट्रेटिव प्रोब्लम खड़ी ह्व़े जावन! ' हालांकि ममंगाई जी अर
मुख्यमंत्री समेत सबि जाणदा छन कि पुराणि योजनाओं तै स्क्रैप करण से समस्या
पोलिटिकल नि ह्व़े सकदन बल्कण मा प्रशासनिक समस्या इ आली.
अजय बहुखंडी जीन ब्वाल,' राजनैतिक समस्या मी देखी
ल्योलू आप ऐडमिनिस्ट्रेटिव समस्याओं तै सुळझाओ . आज कबिनेट कि मीटिंग च अर
उखमा पुराणि योजनाऊ तै स्क्रैप करणो निर्णय लिए जालो अर नई योजनाओं लागू
करणो निर्णय लिए जालो आप द्याखो कि ..."
ममगाई जीन कौशिको तरफ द्याख कि कैबिनेट मीटिंग क
अजेंडा मी तै किलै नि बताई. कौशिक जी ममगाई जीक मन्तव्य समजी गेन ऊन सफाई
अर सूचना क हिसाब से ब्वाल,' मुख्यमंत्री जीन और मन्त्र्युं से बात कौरिक
कैबिनेट मीटिंगो एजेंडा मी तै अबि इख आन्द आन्द बथाइ .."
ममगाईं जीन ब्वाल,' बट सर इट्स अ ह्यूज एक्सरसाइज .
पैल त योजानो तै स्क्राप कारो अर फिर प्लानिंग कमीसन योजना बणाल, फिर
फिनेस्नियल वाईबीलिटी आदि आदि फिर वूं योजनाऊँ नापतोल ह्वालू . दुई काम
मा द्वी साल त लगी जालो."
अजय बहुखंडी जीन ब्वाल,' ममगाई जी आज स्याम तलक
हमारि पार्टी क निर्णय च कि पुराणी पोपुलर योजना स्क्रैप हुणि चएंदन अर
हमारि पार्टी क सरकार का तीस दिनों खुसी मा जन कल्याणकारी योजना लागू हूण
चएंदन. "
इथगा मा मुख्यमं त्री जीक सेल फोन पर क्वी फोन आई , ऊन ब्वाल,' ओके टेल मैडम आई शेल काल हर विदिन वन मिनट "
मुख्यमंत्री जीन आदेस इ द्याई, बस आज पुराणि योजना
स्क्रैप हुणि चएंदन अर परस्यूं नई योजना. आप योजना तैयार करो प्लानिंग
कमीसन ओके दे दयालो." अर मुख्यमंत्री, कैबिनेट सेक्रेटरी अर ऊंको प्राइवेट
सेक्रेटरी चलि गेन.
ममगाईं जी क बुलण पर सबि ममगाईं जीक कैबिन मा ऐ गेन अर गहन चर्चा करण लगी गेन
बिष्ट जीन पूछ ,' सर आपन हाँ किलै ब्वाल कि ह्व़े जाल?"
ममगाईं जीन पूछ , "मीन कख हाँ ब्वाल ?'
बिष्ट जी न पूछ," पण इन्डियन सिविल सर्विस मा एक या बात बि च कि कुच्छ नि ब्वालो त वांको मतलब हां हूंद . छ कि ना?"
ममगाईं जीन ब्वाल,' पण कुछ नि बुलणो अर्थ इन बि होंद कि सर आई नेवर सबस्क्राईब्ड युवर थियोरी ."
बिष्ट जीन पूछ, " त इखम ?"
सुबोध टमटा जीन ब्वाल,' ममगाईं जी !मेरी फजीत ह्व़े जाली जु .."
ममगाई जी , ; ओके . फिर त फेस लिफ्टिंग , वर्ड्स एंड फ्रेज रिप्लेसमेंट का काम इ करण पोडल."
टमटा जीन ब्वाल,' मतलब ?"
बिष्ट
जीन ब्वाल,' जु आप तै याद ह्वाऊ त पांच साल पैली बि य़ी सरकार से पैल्याकी
सरकारन अंदो आन्द अफु से पैल्याकी सरकारक योजना स्क्रैप करी छौ अर नई नई
योजना कि घोषणा करी छौ, अर वां से पैल्याक सरकारन बि अंदो आन्द अफु से
पैल्याकी सरकारौ योजनाऊ तै स्क्रैप करी थौ अर अपणी योजना लागू करी छौ '
टमटा जीन ब्वाल," हां ! पुराणी योजनाओं कि क्रिया
अर सम्बोधन कारक शब्द छोड़िक अर जख तक ह्व़े साको बाकि शब्दू पर्यायवाची
शब्द नई योजना क पोथी मा डाळी दे छौ. अर व्यक्तिवाचक संज्ञाओं मा नया नाम
बदली दे छौ जु नाम सरकारी राजनैतिक दल तै मंजूर ह्वाओ.'
ममगाई जीन ब्वाल,' वेल त बिष्ट जी ! सबि विभागुं क
सेक्रेटरयुं कुणि मुजवानी बोली द्याओ कि एकै पुराणी योजनाओं तै स्क्रैप
कारो अर पुराणी योजनाओं का शब्द बदली द्याओ अर बिल्कूक नया शब्द डाळि
द्याओ ।"
बिष्त जीन ब्वाल्,' सर ! इन बी किलै करणाइ . हमम जो बि उत्तर प्रदेशौ टैमक
योजना छन ऊँ तै नया रंग अर नया पुट्ठों से सजैक पेश करी लींदवां. हमन त
एक दै मुलायम सिंग जीक टैम पर चन्द्र भानु गुप्ता जीक बगतौ योजनाओं तै
पेश करी छौ. "
ममगाईं जीन ब्वाल, " पण इखम हम नि चाँदवां असल मा
सचेक इ पुराणि योजना स्क्रैप ह्वाओ. बस जु बि योजना स्क्रैप करण ह्वाओ वीं
योजना क शब्द बदली क नै योजना क नाम दे द्याओ. "
बिष्ट जीन ब्वाल," हां त ठीक च बस टाइपिंग मा टैम लगल .'
ममगाईं जी न पूछ," टमटा जी ! आप स्याम तलक बथै
द्याओ कि योजनाऊ नाम क्या हूण चयेंद परस्यूं स्याम तक सी.एम् जी तै चौदा
नई योजना मीलि जाली'
टमटा जीन पूछ, ' त मी जौं ?"
ममगाई जीन ब्वाल," हाँ आप मुख्य मंत्री जी तै बथाई द्याओ बल
आज स्याम पत्रकार समेलन मा पुराणी सरकारो बारा योजना स्क्रैप करणै घोषणा
करी सकदन"
सुबोध टमटा जीन धन्यवाद दे , ' जुगराज रयां ! '
ममगाई जीन ब्वाल, " अर पर्स्यु चौदा नई योजनौ घोषणा बि होली."
.टमटा जीक जाणो बाद ममगाई जीन बिष्ट जी तै जरूरी हिदायत देन . अर ब्वाल
बल वार फूटिंग बेसिस पर काम हूण चयेंद मतबल युद्ध स्तर पर टाइपिंग हूण
चयेंद.
अर इख्मा बथाणै जरुरात नी च कि मुख्यमंत्री न पैल क
दिन पत्रकार सम्मलेन मा पुराणि सरकार की योजनाओं तै गाळी देन अर बारा
योजनाओं तै स्क्रैप करणै घोषणा करी
फिर अपणि
सर्कारौ की एक मैना हुणो उपलक्ष मा चौदा नै योजनाओं घोषणा कार , बारा
योजना त पैलाक सरकारौ योजनाओं बिलकुल नया शब्दों अर नया नामो से से भर्याँ
रूप छ्या अर द्वी योजना चन्द्र भानु गुप्ता जीक टैम पर पर्वतीय मंत्रालय
मा बणी योजना छे.
मुख्यमंत्री बहुखंडी जी खुश छ्या कि अब पुराणो
मुख्यमंत्री कि प्रसिधी रुक जाली अर चौदा नयी योजनाओं क विज्ञापनों से अजय
बहुखंडी अब 'द टाल मैन फॉर उत्तराखंड डेवेलपमेंट' का नाम से जाणे जाला.
अब उंकी निंद आर भूक वापस ऐ गे छे. .
प्रशासनिक सेवा का लोग खुश छन कि सिरफ़ टाइपिंग करण पोड़ अर कुछ नि करण पोड़.
योजना रुपी पुराणों घी बि खुस च कि पुराणों घी तै नई बरोळि मीली गे .
मातबर
सिंग बिष्ट जी नया नया ट्रेंड हुंयाँ पी.सी.यस. अधिकारी तै समझाणा छ्या
कि ये इ तरां से पुराणि योजनाओं क फेस लिफ्टिंग करे जांद
copyright@ Bhishma Kukreti 15/6/2012
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद
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