Fatalism in Rajasthani, Kumaoni-Garhwali Folk Songs Part -2
राजस्थानी, गढ़वाली-कुमाउंनी लोकगीतों का तुलनात्मक अध्ययन:भाग-14
लोक जीवन में यह दृढ धरणा है कि विधाताके प्रबल हैं। उन्हें कोई नहीं सकता। यही कारण कि लोक गीतों में में 'लेख ' करम ' शब्द प्रयोग हए हैं।
राजस्थानी लोकगीतों में भाग्यवाद -2
Fatalism in Rajasthani Folk Songs Part -1
राजस्थान में भी सुख -दुःख एवं वर्ग वैषम्य आदि के लिए भाग्य कारण माना गया है।
निम्न राजस्थानी लोक गीत के बारे में डा जगमल सिंह लिखते हैं कि जब बेटी अपने ससुराल के दुखों का वर्णन अपने पिता से करती है तो पिता संतोष देता है कि यही तेरे भाग्य में था। तेरे भाग्य में यही लिखा था।
मोटी मक्की को पीसणो , सासू धड़ियां इ तोली ए।
सरण -सरण आवे नींदड़ली , घट्टी बैरण वेगी ए।
ससुरा जी देवे ओ ळवा , सासू जी देवे गाळ।
बाबल सुणता तो रीझियो ओ
यूँ काई करूं रे बेटी ! थारा लेख लिख्योड़ा ओ राम।
कुमाउंनी- गढ़वाली लोकगीतों में भाग्यवाद -भाग 2
Fatalism in Kumaoni-Garhwali Folk Songs Part -21
निम्न रवाँइ क्षेत्र के गढ़वाली लोक गीत में भी भाग्यवाद की अभिव्यक्ति हुयी है -
मेरा दिल की प्यारी स्याली मेरा दिलै स्याली ।
भाग मंज होलू स्याली भेंट होई जाली ।।
हे मेरे रंगीला भेना भेंट होई जाली।
भाग बडो हूँदो भेना तेरा गैल नली ।।
-------------अनुवाद ----
मेरे दिल की प्यारी साली यदि भाग्य में होगा तो अवश्य भेंट होगी।
हे जीजा ! यदि मेरा बड़ा भाग्य होता तो मै तेरे साथ चलती।
हे जीजा ! यदि मेरा बड़ा भाग्य होता तो मै तेरे साथ चलती।
इस प्रकार दोनों क्षेत्रों के लोक कथनों में भाग्यवाद मिलता है ।
Copyright@ Bhishma Kukreti 30/8/2013
सन्दर्भ
डा जगमल सिंह , 1987 ,राजस्थानी लोक गीतों के विविध रूप , विनसर प्रकाशन , दिल्ली
डा जगदीश नौडियाल उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर:रवाँई क्षेत्र का लोक साहित्य का सांस्कृतिक अध्ययन [Comparison between Rajasthani Folk Songs and Garhwali-Kumaoni Folk Songs; Exclusive features of Rajasthani Folk Songs and Garhwali-Kumaoni Folk Songs; Different Style and Mood of Rajasthani Traditional Songs and Garhwali-Kumaoni Folk Songs; Differentiation between Rajasthani Customary Songs and Garhwali-Kumaoni long-established Songs; Assessment of Rajasthani Folk Songs and Garhwali-Kumaoni Folk Songs; Appraisal of Rajasthani Folk Songs and Garhwali-Kumaoni Folk Songs; Review of Rajasthani Folk Songs and Garhwali-Kumaoni Folk Songs; Analytical review of Rajasthani Folk Songs and Garhwali-Kumaoni Folk Songs; Analysis of Rajasthani Folk Songs and Garhwali-Kumaoni Traditional Songs, Fatalism in Rajashthani Folk Songs;Fatalism in Kumaoni Folk Songs; Fatalism in Garhwali Folk Songs, Fatalism in Traditional Songs From Rajasthan; Fatalism in Traditional Himalayan folk Songs; Fatalism in North Indian folk Songs, Fatalism in Asian Traditional Songs ]
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