चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
सन् 2114 सालम भारतम आम चुनाव होला त इंडिया की हरेक स्ट्रीट 2113 में गृह युद्ध मैदान बणि जालो । चूंकि आन्दोलनकारी , आन्दोलन विरोधी अर आम जनता तैं अयोध्या मुद्दा से बिखळाण पोड़ि जाल तो राजनैतिक लोग धर्म का नाम पर नया नया जगौं पर धार्मिक विवाद खड़ा करि द्याला अर इनि एक निसुऴजण्या विवाद फूल चट्टी मा पैदा खड़ा कर दिए जालु । उन त बकै समय पर कुत्ता बि फूलचट्टी तैं पुछणो नि आंदो पण जनि चुनाव नजीक आंदन हरेक रानीतिक दल पूंछ उठैक फूलचट्टी तैं गृह युद्ध का मैदान बणै दींदन। अब फूलचट्टी भारत का राजनैतिक दलों कारण इथगा प्रसिद्ध ह्वे ग्यायि कि अमेरिका , अफ्रीका का पाठ्यपुस्तकों मा बि फूलचट्टी विषय 'फूलचट्टी एक आधुनिक युद्ध स्थल ' नाम से पढ़ाये जांद अब यूँ देसूं मा कुरुक्षेत्र का बारा मा नि पढ़ाये जांद किलैकि हिन्दुस्तान की साख गिराणो बान फूलचट्टी जि ऐ गे ।
Copyright@ Bhishma Kukreti 24/8/2013
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक मसखरी दृष्टि से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी के जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले के पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले के भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले के धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले के वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी के पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक के विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक के पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक के सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक का सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक के राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य;सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य श्रृंखला जारी ...]
सन् 2114 सालम भारतम आम चुनाव होला त इंडिया की हरेक स्ट्रीट 2113 में गृह युद्ध मैदान बणि जालो । चूंकि आन्दोलनकारी , आन्दोलन विरोधी अर आम जनता तैं अयोध्या मुद्दा से बिखळाण पोड़ि जाल तो राजनैतिक लोग धर्म का नाम पर नया नया जगौं पर धार्मिक विवाद खड़ा करि द्याला अर इनि एक निसुऴजण्या विवाद फूल चट्टी मा पैदा खड़ा कर दिए जालु । उन त बकै समय पर कुत्ता बि फूलचट्टी तैं पुछणो नि आंदो पण जनि चुनाव नजीक आंदन हरेक रानीतिक दल पूंछ उठैक फूलचट्टी तैं गृह युद्ध का मैदान बणै दींदन। अब फूलचट्टी भारत का राजनैतिक दलों कारण इथगा प्रसिद्ध ह्वे ग्यायि कि अमेरिका , अफ्रीका का पाठ्यपुस्तकों मा बि फूलचट्टी विषय 'फूलचट्टी एक आधुनिक युद्ध स्थल ' नाम से पढ़ाये जांद अब यूँ देसूं मा कुरुक्षेत्र का बारा मा नि पढ़ाये जांद किलैकि हिन्दुस्तान की साख गिराणो बान फूलचट्टी जि ऐ गे ।
अब जन कि सन् 2114 चुनावों साल होलु त अवश्य ही 2113 उपद्रवों साल होलु । हमेशा की तरह अब फूलचट्टी मा बि युद्ध का डंका बजि गेन । इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन तैं याद आयि कि अबि बि फूलचट्टी को विवाद तो सुऴजि नी च तो यीं संस्थान फूलचट्टीम बिखोती समौ पर जो फूलचट्टी मादेव की परिक्रमा होंदी छे वीं परिक्रमा तैं सरादुं बगत करणों निर्णय ल्यायि अर राज्य सरकार तैं बतै द्यायि कि हमन सरादुं टैम पर फूलपुर मादेव की परिक्रमा करण अर इन बि बथाइ बल या परिक्रमा हिंवल उद्गम स्थान चैलुसैण से पौखाल, बगुड्या, गड़बड़ेथ, कटघर ह्वेक फूलचट्टी पौंछलि । उत्तराखंड मा समाजवादी पार्टी को राज च त मुख्य मंत्री विनोद बडथ्वाल इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन की परिक्रमा से बितकि गेन । बडथ्वालन घोषणा कार कि ईं परिक्रमा से उत्तराखंड का त ना पण हौर प्रदेश का मुसलमान भड़की जाल तो सरकार यीं परिक्रमा तै नि होण देलि ।
सरा दुन्या का हिन्दू परेशान छन कि फूलचट्टी मा सरादुं मा क्यांक परिक्रमा ? अर हिन्दुस्तान का मुसलमान परेशान कि कैन ब्वाल कि हिन्दुस्तान का मुसलमान फूलचट्टी मादेव की परिक्रमा से भड़की जाल ? मुसलमानों नेताओंन बयांन बि देन कि पौड़ी गढ़वाल की ढांगू -उदयपुर , अजमेर , डबराल स्यूं , लंगूर पट्टीयूं मा क्वी बि मुसलमान नि रौंद त हिन्दू लोग जु चावन सि कारन । पण समाजवादी पार्टी का विनोद बडथ्वाल तैं धार्मिक विवाद बढ़णो खतरा लग तो ऊंन सबि इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन का नेताओं तैं जेलम बंद करि दे अर अब वास्तव मा माहौल तनावपूर्ण ह्वे ग्यायि । इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन का नेता त चांदा हि इ छा कि समाजवादी पार्टी की सरकार वूंकी परिक्रमा रोकन अर समाजवादी पार्टी बि चांदी छे कि इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन परिक्रमा अर फूलचट्टी की बात उठावन जां से समाजवादी पार्टी मुसलमानों खैरख्वाव पार्टी माने जावो । सब तैं पता च अब ऐ साल फूल चट्टी का नाम पर बहुत सा जगा धर्म का नाम पर अग्यौ अर उपद्रव जरूर होला ।
पण ढांगु -उदयपुर का लोग आहत छन कि वूंकी ज्वा समस्या च वा तो पिछला पचास साल से जख्या -क तखी च । असल मा जब बिटेन मोटर सड़क बणिन त ढांगू -उदयपुर , अजमीर , डबरालस्यूं , लंगूर पट्टीयूं लोग अपण मुर्दा जळाणो फूलचट्टी आण बिसे गेन । पण फूलचट्टीम हमेशा से लखडु कमी रौंद त लोगुंन निर्णय ले कि इलेक्ट्रिक चिता दहन कक्ष बणये जावो । यूं पट्टीयूं लोगुंन अपण गेडिन रूप्या देकि इलेक्ट्रिक चिता दहन कक्ष की पौ (आधार ) खोदि दे । यांकि खबर इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन अजमीर पट्टी शाखा प्रभारी ऋषि कंडवाल तैं लग तो ऊँन घोषणा करी दे कि एलेइक्ट्रिक दहन कक्ष याने हिन्दू धर्म को नाश ! अयोध्या आन्दोलन अब चलदो नि छौ अर कृष्ण जन्म भूमि या बाबा विश्वनाथ मंदिर आन्दोलन मा कबि बि गर्मी नि आयि तो इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन निराश बैठ्या छा । ये ऑर्गेनाइजेशन तैं फूल चट्टी माँ संभावना नजर आयि अर वूंन घोषणा कौरि दे कि वो औंसी रात इलेक्ट्रिक चिता दहन कक्ष की पौ (आधार ) तै ध्वस्त कौरि देला अर वै बगता मुख्य मंत्री सचिदा नन्द बडथ्वाल (विनोद बडथ्वाल का बुबा जी ) न घोषणा करी दे कि इलेक्ट्रिक चिता दहन कक्ष की पौ (आधार ) तै ध्वस्त करणों अर्थ च कि अल्प संख्यकों की धार्मिक भावना को ठेस ! अर सचिदा नन्द बडथ्वाल की सरकारन इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन का आन्दोलन कार्युं पर गोली चलवाइ दे । बस हिन्दू अर अल्प संख्यक समाज का मध्य तनाव पैदा ह्वे ग्यायि । तनाव न अंतर्राष्ट्रीय रूप ले ल्यायि अर पाकिस्तान का चार हिंदू परिवार पकिस्तान छोड़ि भारत ऐ गेन । अब फूल चट्टी राजनैतिक अर धार्मिक अखाड़ा बौणि गे ।
जब बि आम चुनाव नजीक आंद इन्टरनशनल हिन्दू ओर्गेनाइजेसन फूल चट्टी मा कुछ ना कुछ आन्दोलन करद अर विरोध मा इन्टरनशनल अल्प संख्यक ओर्गेनाइजेसन हैदराबाद , अलीगढ आदि जगा सरकारी बस फुकण मिसे जांदन ।
बाइसवीं सदी मा असंख्य बदलाव ऐ गेन पण स्वार्थी राजनैतिक अर धार्मिक नेताओं को कुचक्र , कुचाल, कागरी (हीन ) रस्ता , कुराही , कुजंत्र , कुचर्या , नि बदल अर जनता यूँका जाळ मा फंसणि रौंद ।
Copyright@ Bhishma Kukreti 24/8/2013
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक मसखरी दृष्टि से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी के जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वाले के पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले के भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले के धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले के वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी के पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक के विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक के पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक के सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखक का सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक के राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य;सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य श्रृंखला जारी ...]
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