भीष्म कुकरेती
संस्कृति को अर्थ होंद जैं चीज तैं बारबार दुरै (दोहराण ) जावो ढब ही संस्कृति होन्दि I
औद्योगीकरण का बाद संसार मा ब्रैंड अर विज्ञापनोंन संस्कृति बदल I
भारत मा बि भौत सा ब्रैंडून अर विज्ञापनोंन हमारी संस्कृति बदल I
लाइफ बॉय साबणन अर तंदुरस्ती की रक्षा करता है लाइफ बॉय ! विज्ञापनन पारम्परिक नयाणो माध्यम जन कि भ्यूंळ -खारो तैं हमर जिन्दगी से ही भैर करी दे I
इनि कोलगेट टूथ पावडरन अर कोलगेट को विज्ञापनन म्वास -टिमरू -नीम पर खुलेआम म्वासो घुसि दे I
सिंगर स्वीइंग मसीनन अर भारत माँ उषा सिलणै मसीनन हमर कपड़ा पैरणो अर कपड़ा सिलणो ढब ही बदल दे I
छतरीन अर छतिर्युं विज्ञापनोंन मुणक तैं इन ढक कि मुणक अब कखि नि मिल्दन I
बीड़ी सिगरेटोंन हुक्का पर इन धक्का मार कि हुक्का बीड़ी सिगरेटुं हुक्का भरण लैक बि नि राइ I
ब्लेडोंन उस्तरा पर उस्तरा फेरि अर अब जिलेट का नया रेजरोंन बेल्डों धार हि खुंडे दे I
बाम ब्रैंडुंन , सेरोडीन जन ब्रांड का विज्ञापनोंन त थैला छाप वैदुं थैला ही लूठि दे I
भारत मा ब्रुक बौंड अर लिपटन चाय का ब्रैंडोन ' सरा दिन कितलि चढ़ीं च " जन लोक गीतों तैं जनम दे I
बाटा जन जुतुं कंपन्यूंन लोगुं तैं 'जुतम जुति ' सिखाइ I
फेस पावडर का ब्रैंडून बांद बणाणो नया नया गुर सिखैन अर बिचारा हल्दी -चंदन अब खालि टीका/पिठाई जोग रयाँ छन I
अमूल क्रान्ति से गढ़वऴयूंन नजीबाबादी भैंसुं दूध चाख I अब अमूल बटर का पैकेट गावुं मा नौण धरणो खालि बरोऴयूं तैं चिरड़ाणा छन I
चंदौसी का कडुवा तेलुं कंटरूंन गढ़वळी गांवु मा कुलुड़ संस्कृति तैं खतम कार I
मिठे पैकेटुंन 'अरसा की पाक' पर कब्जा करी I
पैल मैमानो समणि जंग्या-कच्छा पैरणम शरम लगदी छे पण अब बिटेन जंग्योंन अपण धरम ही ना - नाम बि बदल अर बरमुदा ह्वेन तो मेजवान मेमानो तैं अपण घौर बाद मा दिखांद पैल अपण बरमुदा क कीसा दिखांद I
पुरण जमानो मा जब चार यार मिलदा छा तो हुक्का पर सोड़ मारदा छा पण अब धरमेदर या अजय देवगन को बुल्युं माणदन अर अब जब बि चार यार मिल्दन तो बैग पाइपर की बोतल खुल्दन I वा अलग बात च कि महेंद्र सिंह धोनी धै लगाणु च कि धरमेदर या अजय देवगन का बुल्युं नि मानो अर मल्लया की बोतल ख्वालो I
इमेल अर मोबैलुन तार -टेलीग्राम की ताकत तै तार -तार करि दे I
इनि भौत सा ब्रैंड , भौत सा प्रोडक्ट , भौत सा विज्ञापन छन जौंन हमर सुचणो ढंग बदल अर ढब बदल अर इन मा संस्कृति बदल अग्वाड़ी बि इनि दुसर संस्कृति जनम लीदी रालि I
Copyright @ Bhishma Kukreti 5/8/2013
संस्कृति को अर्थ होंद जैं चीज तैं बारबार दुरै (दोहराण ) जावो ढब ही संस्कृति होन्दि I
औद्योगीकरण का बाद संसार मा ब्रैंड अर विज्ञापनोंन संस्कृति बदल I
भारत मा बि भौत सा ब्रैंडून अर विज्ञापनोंन हमारी संस्कृति बदल I
लाइफ बॉय साबणन अर तंदुरस्ती की रक्षा करता है लाइफ बॉय ! विज्ञापनन पारम्परिक नयाणो माध्यम जन कि भ्यूंळ -खारो तैं हमर जिन्दगी से ही भैर करी दे I
इनि कोलगेट टूथ पावडरन अर कोलगेट को विज्ञापनन म्वास -टिमरू -नीम पर खुलेआम म्वासो घुसि दे I
सिंगर स्वीइंग मसीनन अर भारत माँ उषा सिलणै मसीनन हमर कपड़ा पैरणो अर कपड़ा सिलणो ढब ही बदल दे I
छतरीन अर छतिर्युं विज्ञापनोंन मुणक तैं इन ढक कि मुणक अब कखि नि मिल्दन I
बीड़ी सिगरेटोंन हुक्का पर इन धक्का मार कि हुक्का बीड़ी सिगरेटुं हुक्का भरण लैक बि नि राइ I
ब्लेडोंन उस्तरा पर उस्तरा फेरि अर अब जिलेट का नया रेजरोंन बेल्डों धार हि खुंडे दे I
बाम ब्रैंडुंन , सेरोडीन जन ब्रांड का विज्ञापनोंन त थैला छाप वैदुं थैला ही लूठि दे I
भारत मा ब्रुक बौंड अर लिपटन चाय का ब्रैंडोन ' सरा दिन कितलि चढ़ीं च " जन लोक गीतों तैं जनम दे I
बाटा जन जुतुं कंपन्यूंन लोगुं तैं 'जुतम जुति ' सिखाइ I
फेस पावडर का ब्रैंडून बांद बणाणो नया नया गुर सिखैन अर बिचारा हल्दी -चंदन अब खालि टीका/पिठाई जोग रयाँ छन I
अमूल क्रान्ति से गढ़वऴयूंन नजीबाबादी भैंसुं दूध चाख I अब अमूल बटर का पैकेट गावुं मा नौण धरणो खालि बरोऴयूं तैं चिरड़ाणा छन I
चंदौसी का कडुवा तेलुं कंटरूंन गढ़वळी गांवु मा कुलुड़ संस्कृति तैं खतम कार I
मिठे पैकेटुंन 'अरसा की पाक' पर कब्जा करी I
पैल मैमानो समणि जंग्या-कच्छा पैरणम शरम लगदी छे पण अब बिटेन जंग्योंन अपण धरम ही ना - नाम बि बदल अर बरमुदा ह्वेन तो मेजवान मेमानो तैं अपण घौर बाद मा दिखांद पैल अपण बरमुदा क कीसा दिखांद I
पुरण जमानो मा जब चार यार मिलदा छा तो हुक्का पर सोड़ मारदा छा पण अब धरमेदर या अजय देवगन को बुल्युं माणदन अर अब जब बि चार यार मिल्दन तो बैग पाइपर की बोतल खुल्दन I वा अलग बात च कि महेंद्र सिंह धोनी धै लगाणु च कि धरमेदर या अजय देवगन का बुल्युं नि मानो अर मल्लया की बोतल ख्वालो I
इमेल अर मोबैलुन तार -टेलीग्राम की ताकत तै तार -तार करि दे I
इनि भौत सा ब्रैंड , भौत सा प्रोडक्ट , भौत सा विज्ञापन छन जौंन हमर सुचणो ढंग बदल अर ढब बदल अर इन मा संस्कृति बदल अग्वाड़ी बि इनि दुसर संस्कृति जनम लीदी रालि I
Copyright @ Bhishma Kukreti 5/8/2013
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments