Folk Songs from Kumaon-Garhwal, Haridwar, Uttarakhand (India)-313
(Asian, Himalayan Folk Song/Traditional Folktales/ Conventional Sayings Series)
कुमाऊं, गढ़वाल ,हरिद्वार के लोक गीत -314
British rule had a policy that whenever their administrative officers used to visit villages for official works the villagers had to do free labor in transporting necessary items of officers. Besides free labor, the officers used to insult local people.
There was a mass movement against compulsory unpaid labor policy by British in Kumaon region led by Kumaon Kesari Badri Datt Pandey, Har Govind Pant, Victor Mohan and other freedom fighters. The movement was successful and British administration had to abolish Kuli-Begar policy. The following folk song illustrates and remembers the Kuli Begar movement of Kumaon.
कुल्ली बेगारा
(सन्दर्भ :डा त्रिलोचन पांडे :कुमाउनी भाषा और साहित्य )
(इंटरनेट प्रस्तुती व व्याख्या - भीष्म कुकरेती )
ओ झकूरी यों ह्रदय का तारा , याद ऊँ छ जब कुल्ली बेगारा । . खै गया ख्वै गया बड़ी बेर सिरा , निमस्यारी डाली गया चौरासी फेरा । सुण रे पधाना यो सब पुजी गो , धान ल्या चौथाई घ्यू को । ह्यूंन चौमास , जेठ असाढ़ा नंग भुखै बाट लागा अलमोड़ी हाट।
बोजिया बाटा लागा यो छिन कानै धारा , पाछी पड़ी रै यो कोड़ो की मार ।
यो दीन दशा देखी दया को कुर्माचल केसरी बदरीदत्त नाम ।
यो विक्टर मोहना , हरगोविन्द नामा , ये पूजा तीन वीर।
सन इक्कीस उतरैणी मेला यो , ये पूजा तीन वीरा गंगा ज्यू का तीरा ।
सरजू बगड़ा बजायी लो डंका , अब नौ रौली यो कुल्ली बेगारा ।
क्रुक सन सैप यो चाये रैगो , कुमैया वीर को जब विजय है गो ।
सरयू गोमती जय बागनाथ , सांति लै सकीगे कुल्ली प्रथा ।
(सन्दर्भ :डा त्रिलोचन पांडे :कुमाउनी भाषा और साहित्य )
(इंटरनेट प्रस्तुती व व्याख्या - भीष्म कुकरेती )
ओ झकूरी यों ह्रदय का तारा , याद ऊँ छ जब कुल्ली बेगारा । . खै गया ख्वै गया बड़ी बेर सिरा , निमस्यारी डाली गया चौरासी फेरा । सुण रे पधाना यो सब पुजी गो , धान ल्या चौथाई घ्यू को । ह्यूंन चौमास , जेठ असाढ़ा नंग भुखै बाट लागा अलमोड़ी हाट।
बोजिया बाटा लागा यो छिन कानै धारा , पाछी पड़ी रै यो कोड़ो की मार ।
यो दीन दशा देखी दया को कुर्माचल केसरी बदरीदत्त नाम ।
यो विक्टर मोहना , हरगोविन्द नामा , ये पूजा तीन वीर।
सन इक्कीस उतरैणी मेला यो , ये पूजा तीन वीरा गंगा ज्यू का तीरा ।
सरजू बगड़ा बजायी लो डंका , अब नौ रौली यो कुल्ली बेगारा ।
क्रुक सन सैप यो चाये रैगो , कुमैया वीर को जब विजय है गो ।
सरयू गोमती जय बागनाथ , सांति लै सकीगे कुल्ली प्रथा ।
Whenever we remember Kuli –Begar, we shiver by pain.
The unpaid labor without clothing had to go for compulsory labor as bonded labor; people had to take heavy weight on their solders.
On top of it the officers used to beat by whip or whipping was common from officers.
The Kurmachal Kesary Badridatt Pandey felt the pain. Badridatt came ahead for movement
Victor Mohan and Hargovind also reached at Almora bazaar.
There was fair on Uttarayani (14th January) nineteen twenty one.
These three brave persons reached at poise river bank
The declared that people would refuse to take compulsory unpaid labor of British.
The British officer Crook could not anything or he declared freedom from compulsory unpaid labor policy.
By blessing of Sary-Gomati and Bagnath Kuli-Begar policy was stopped peacefully
Copyright (Interpretation) @ Bhishma Kukreti, bckukreti@gmail.com 13/8/2013
Folk Songs from Kumaon-Garhwal-Haridwar (Uttarakhand) to be continued…315
(स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी लोक गीत ; पिथौरागढ़ से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ;बागेश्वर से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ; चम्पावत सेस्वतन्त्रता स्वतन्त्रता स्वतन्त्रतास्वतन्त्रता स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ; अल्मोड़ासे आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोकगीत ; से आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ; से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ;नैनतालसे स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ; उधम सिंह नगर से स्वतन्त्रतासे आन्दोलनसबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ; से आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ; आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोकगीत ;से स्वतन्त्रतासे आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ; से आन्दोलन सबंधी कुमाऊंनी लोक गीत ; पौड़ीगढ़वाल से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी गढ़वाली लोक गीत ;टिहरीगढ़वाल से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधीगढ़वाली लोक गीत ; गढ़वाल से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी गढ़वाली लोक गीत ; चमोली गढ़वाल से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी गढ़वाली लोक गीत ; रुद्रप्रयाग गढ़वाल से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी गढ़वालीलोक गीत ; उत्तरकाशी गढ़वाल से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी गढ़वाली लोक गीत ; देहरादून गढ़वाल से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी गढ़वाली लोक गीत ; हरिद्वार से स्वतन्त्रता आन्दोलन सबंधी गढ़वाली लोक गीतश्रृंखला )
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