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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, August 22, 2013

सन् 2113 मा ब्यौ ki छ्वीं कन लगलि !

 चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती 

                सन्  2113 तक आंद आंद विवाह संस्था या मैरिज इंस्टीट्युसन प्रथा इन नि रालि जन आज च । अंतरजातीय ब्यौ ,  जब नि निभो या जब मर्जी आवो तब तलाक दे द्यावो प्रथा से जाति -पांतों भेदभाव ख़तम ह्वे जालो । हाँ नाम मातरो नामौ आखिरम पिता  की जाति लगाणो रिवाज जरुर रालो ।
  तब शहरों मा अधिकाँशत: ब्वे-बाबुं तैं अपण बच्चों बान वर -ब्योलि खुज्याणो जरुरत कमि पोड़लि , पण नई जाति व्यवस्था अवश्य ऐ जालि किलैकि वर्ग , वर्गी करण, जाति व्यवस्था कबि खतम नि ह्वे सकदी।
एक नौनु ऑफिस जांद जांद अपण बुबा जी  मा ब्वालल - डैड मि परस्यूं ब्यौ करणु छौं जऱा कै पंडितौ कुंण बोलि दियां कि अधा घंटा कुण होटल मी लार्ड मा सवा छै बजि ऐ जावो ।
बुबा - ओ त ठीक च पण नौनी खानदान (इंटरनेट कु सोसल मीडिया या फेस बुक को ग्रुप ) क्वा च ?
नौनु -डैड शी बिलौंग्स टु वीमेन लेबर क्लास सोसल ग्रुप ।
बाबु -अरे शरम नि आणि त्वे तैं लेबर क्लास ग्रुप की नौनि से ब्यौ करद ? अरे आखिर म्यार सोसल ग्रुप च -प्रोबेसनरी ऑफिसर ग्रुप , तेरि ब्वेक सोसल ग्रुप च 'खांद पींद घौरौ जनानी ग्रुप ' अर तू बि त 'प्रोमिसिंग ग्रुप' कु छे । फिर क्या जरुरत छे लेबर ग्रुप की नौनि दगड़ ब्यौ करणों ?
नौनु - डैड बेकार होलि त तिसर दिन तलाक दे द्योलु । क्या च ?
बुबा - अबे तलाक दीण क्वी मजाक बात च क्या ? तेरि पैलि मौस्याण ब्वे याने तेरो बड़ो भाइक ब्वे छे । दिख्याणम बांद छे ।  डेटिंग मा त वीन बोलि दे कि वा 'पतिव्रता नारी सोसल ग्रुप' की सदस्य च । अर ब्यौ बाद पता चौल कि असल मा वा 'घुमन्तु आत्मा ' सोसल ग्रुप की सदस्य च । तलाक लीणो बाद मि आज तक   दस लाख रूप्या मैना वींको डांड भरणु छौ अर त्यार  बड़ो भाई तैं पाळ स्यु अलग । डेटिंग कैको बि दगड़ कारो पण ब्यौ करण त नौनिक सोसल ग्रुप थोक बजैक , देखि भाळिक करण । निथर म्यार तरां पछ्तैलि अर सरा जिंदगी तलाको पैसा भरणि रैलि ! 
नौनु - नो डैड ! मि तैं भरवस च कि वा ठीक रालि । छ्वट सोसल ग्रुप की नौनि बड़ो सोसल ग्रुप का घौर आवो त वा जरा डरीं बि रौन्दि ! 
ब्वे - पण तीन दिन पैल त तू कैं हैंकि दगड़ डेट पर गै छौ ।
नौनु - हाँ मॉम ! वा 'इलिट वीमेन' सोसल ग्रुप जातिक छे अर  जब वीं तैं पता चौल कि मि 'प्रोविंसियल   क्लरिकल' सोसल ग्रुप कु सदस्य छौ त वींन होटलम डिसाणम ( बिस्तरा मा)  इ   ब्यौ करण से मना करि दे ।
ब्वै - बुबा अंक्वैक हां । इन नि ह्वावो जु लीणो -दीण पोड़ी जावन हाँ ! 
नौनु - अच्छा डैड -मॉम ! मि अब ऑफिस चलदो, उखि नेट वीडिओ कौनफ्रेंसिंग से हम  बात कौरि ल्योला ! हाँ ब्वे तू अपण तरफांन छै आदिम अर बुबा जी अपण तरफांन तुम सात आदिम ब्यौ मा बुलै देन । म्यार बजेट जादा नी  च । सी यू ऐट  नाईट ।
  तब सोसल ग्रुप से मनिख़ -मनिख्याणि औकात , सक्यात, पछ्याणक , आचार -विचार का   पता चौललि अर ब्यौ करणों आधार इन्टरनेट सोसल ग्रुप ह्वे जालो पण सरकारी कर्मचारी इन्टरनेट सोसल ग्रुपुं से अलग फैदा उठाला । जन कि -
नौनि - डैड -मौम ! मि श्याम दै ब्यौ करणु छौं ! 
ब्वे - कैक दगड़ ? सुभाशौ दगड़ ? जैक दगड़  नितरसि डेटिंग पर गे छे ? सोसल ग्रुप तो वैक भलो छौ -'हाई क्लास ऑफिसर ग्रुप' ?
नौनि - हाँ सोसल ग्रुप तो वैक  में से बड़ो छौ पण मॉम सरकारी अधिकारी ह्वेक बि वो घूस नि लींद ।  मि तैं जब पता चौल कि वू घूस नि लींद त मीन बेड  मा जाण से पैलि ब्यौव कुण ना बोलि दे।
बुबा - ठीक कार जु ना बोलि दे । अरे ! सरकारी नौकरी मा ह्वेक बि घूस नि ल्यावो तो वै से बेकार मनिख ईं दुन्याम ह्वे इ नि सकदन । रोज यूंक ट्रांसफर हूणु रौंद अर गली का कुत्ता जन जिंदगी कबि  ये शहर या कबि वै शहर डबकणा रौंदन ।
ब्वै -अच्छा ! इन बथादि कि यु नौनु कै सोसल ग्रुपौ च ?
नौनि -  'लेफ्ट विंग राइटर संघ' सोसल ग्रुप को मेम्बर  च ।
ब्वै - ये निर्भागण ! क्या करणि छे तू ? एक त लेखक अर फिर लेफ्ट विंग ! एक त करेला कु दगड्या गींठी अर फिर नीमौ डाळम  । तेरी कमाई खाण वै लेखकन । अबि बि बगत च , ना बोलि दे तै निक्कजो लेखक तैं ।
नौनि - ओ मॉम ! 'लेफ्ट विंग राइटर संघ' सोसल ग्रुप तो सिरफ एक कवर अप सोसल ग्रुप च ।
बुबा -कवर अप सोसल ग्रुप ?
नौनि - हां डैड ! असल मा उ त सेल्स टैक्स विभाग मा क्लर्क च अर वैकि अंडर द टेबल कि बेहंत कमाई च त असलियत  छुपाणो बाण वो 'लेफ्ट विंग राइटर संघ' सोसल ग्रुप को मेम्बर बण्यु च । यीं उम्र मा वैक द्वी फ़ार्म हाउस छन अर कोर्ट मैरिज करदा करदा वो एक फ़ार्म हॉउस म्यार नाम कौरि द्यालो । फिर तलाक ह्वे बि ग्यायि तो क्या ह्वाइ ! 
बुबा - हाँ फिर ठीक च । उन होशियार त तू अपणि ब्वेक तरां छे हाँ ! 
नौनि - ओ डैड ! थैंक्स फॉर कंप्लिमेंट्स  । अच्छा आइ  ऐम ग्रेटली सौरि मि तुम तैं ब्यौकुण न्यूत नि दे सकणु छौं । किलैकि ब्यौ मा केवल सेल्स टैक्स क्लर्क अर टैक्स चोर कंपन्यूं मालिक  बुलायां छन । एक फ्रॉड मा फंस्युं व्यापारी शादी स्पोंसर करणु च। रिस्तेदारुं वास्ता अगला हफ्ता फार्म हॉउस मा पार्टी च ।
बुबा - डार्लिंग चिंता नी च । हम तै याही ख़ुशी भौत च कि तीन एक कमाऊ बकरा फंसाइ ! एक बात बथादि तीन यु कमाउ बुगठ्या कनै फ़ंसाइ ?
नौनि - एक्सचेंज मा ।
ब्वै -अदला बदली मा ?
नौनि -हाँ ! वा मरी सहेली नी च गबरेली ! 
बुबा - जैंमा अपण नाना की करोड़ो की जायजाद च ?
नौनि - हाँ ! वीं तैं सत्यवादी सरकारी अधिकारी चयाणु छौ अर मि तैं कमाउ सरकारी अधिकारी । बस हमन अपण अपण डेटिंग  दोस्त बदली देन । अब हम द्वी खुस छंवां 
बुबा -ब्वै - वी आर प्राउड ऑफ़ यू ! 


      Copyright@ Bhishma Kukreti 23  /8/2013 



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