खुचरट्या , चबोड़्या , हंसोड्या ::: भीष्म कुकरेती
अजकाल इंटरनेट मा एक हंसोड्या छ्वीं बड़ी जोर से इना ऊना चलणि च बल नरेंद्र मोदीक काम देखिक ब्याळै प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह जी सोनिया मेम साब से पुछणा रौंदन बल ," सोनिया जी मैडम जी ! क्या मि अछेकी प्रधान मंत्री छौ ?"
मीन घड्याइ , स्वाच , कल्पना कार कि मनमोहन जीन सोनिया मैडम से कन , कै तरां अर कथगा बात करि होलि।
सोनिया गांधी - हैं मनमोहन जी ! पार्टी संगठन से आपक क्वी लीण -दीण नी च। अब तो आप प्रधान मंत्री नि छंवां तो सुबेर सुबेर क्यांक आदेश लीणो अयाँ छंवां ?
मनमोहन सिंह -सोनिया जी कुछ प्रश्न छन जौंक जबाब आप ही दे सकदन।
सोनिया मैडम -मनमोहन जी ! कॉंग्रेस्यूं से मि प्रश्न पुछुद ना कि सवालुं समाधान करद।
मनमोहन सिंह -ना ना ! असल मा फेसबुक मा लोग म्यार मजाक उड़ाणा छन कि क्या मनमोहन सिंह प्रधान मंत्री था ?
सोनिया मैडम - चलो प्रश्न पूछो !
मनमोहन सिंह -क्या मीन कबि सुपिन मा बि तुम तैं , राहुल बाबा या प्रियंका बैणि बाड्रा जी तैं नराज कार ?
सोनिया मैडम -नही , कभी नही आप मनसा , बाचा , कर्मणे से नेहरू-गांधी परिवार का बफादार ही रैन।
मनमोहन सिंह -क्या मीन कबि आपक कुत्ता , बिरळ , घवाड़ों आलोचना कार च ?
सोनिया मैडम -नै नै ! तुमन त म्यार कै बि चमचा की बुराई नि कार। उल्टां जब बि दिग्विजय सिंह सरीखा आपकी आलोचना करदा छा , आप तैं गाळी दींदा छा आप मौनी बाबा की तरह चुप रौंदा छा।
मनमोहन सिंह -जै बि नेता तैं मंत्री बणाण छौ मीन कुछ नि ब्वाल। सभी कॉंग्रेसी मंत्री आपन ही अप्वाइंट करिन कि ना ?
सोनिया मैडम -मंत्री तो क्या , सेक्रेटरी अप्वाइंटमेंट मा बि आप स्वामिभक्त ह्वेक चुप ही रैन।
मनमोहन सिंह -जब कैबिनेट मीटिंग मा म्यार आण पर स्व. अर्जुन सिंह खड़ा नि हूंदा छा तो क्या इथगा बेज्जती हूणों बाद बि मीन क्वी शिकैत कार ?
सोनिया मैडम -नै नै ! अर्जुन सिंग क्या राहुल बाबा द्वारा बेज्जती करण पर बि तुम भयंकर बेज्जती सौणा ही राओ ! इखमा द्वी राय नि ह्वे सकद कि कुत्ता बि तुम से बड़ा स्वामिभक्त नि ह्वे सकद ।
मनमोहन सिंह -क्या मीन आपक परिवारौ शक्ति बचाणो बान मंत्रिमंडल मा अपराध्युं तैं जगा नि दे ?
सोनिया मैडम -बिलकुल ! मंत्रिमंडल मा अपराध्युं तैं जगा दीणै बात तो छवाड़ो आपन नेहरू -गांधी परिवार का वास्ता मंत्र्युं तैं अपराध करणै खुली छूट दियीं छे। तुम तो राणा प्रताप का चेतक से बि बड़ा स्वामिभक्त साबित हुवाँ जी !
मनमोहन सिंह -क्या मीन UPA I याने पैल पैल कम्युनिस्टों का चप्पल नि उठैन ?
सोनिया मैडम -बिलकुल ! तुमन कम्युनिस्टों क खुट ध्वेन अर ऊंक जायज -नाजायज, कामक -बेकामक अर सड्या -गळयां बातों तैं सिरोधार्य कार।
मनमोहन सिंह -UPA II मा मीन ममता बनर्जी का खैड़ा जन कटांग, जुत्तुं जुत्याण अर बेवजह गुस्सा सहन नि कार ?
सोनिया मैडम -बिलकुल तुमन तो ममता बनर्जी का चमचों गाळि तक खैन। नेहरू -गांधी परिवार का वास्ता तुमन ही मयावती , मुलायम आदि की आलोचना भी सहन कार।
मनमोहन सिंह -क्या कॉंग्रेस का मंत्री जब कैबिनेट फैसला फ़ाइल तुमम लिजाँद छा तो मीन क्वी खिचरोड़ , अवरोध , बाधा खड़ी कार ?
सोनिया मैडम -नै नै ! तुमन तो हर अन्याय, हर चोरी , हर भ्रष्टाचारी कृत्य का समिण हमेशा आँख बंद करिन।
मनमोहन सिंह -जब इण्डिया तैं रिफॉर्म माँ तेजी की अत्यंत आवश्यकता छे तो मीन आपक बुलण पर रिफॉर्म पर ब्रेक नि लगाई ?
सोनिया मैडम - हाँ हाँ !म्यार बुलण पर आपन भौत सी रिफॉर्मि योजनाओ तैं रोक लगै। क्वी बि जानवर तुम से बड़ो स्वामिभक्त ये संसार मा नी च।
मनमोहन सिंह -तो फिर यी लोग मेरी मजाक किलै उड़ाना छन कि मनमोहन सिंह प्रधान मंत्री थे ही नही
सोनिया मैडम -यी सब बेवकूफ छन।
मनमोहन सिंह -एक बात सच्ची बताओ जी !
सोनिया मैडम -क्या ?
मनमोहन सिंह -वास्तव मा , सच्ची मा मि प्रधान मंत्री छौ ?
सोनिया मैडम -मि अपण आत्म कथा लिखणु छौं जखमा मि लेखी द्योलु कि संवैधानिक तौर पर मनमोहन सिंह जी ही प्रधान मंत्री छया। संवैधानिक तौर पर ! कंस्टिट्यूसनली, दिखाणो वास्ता ही सही यूं वर प्राइम मिनिस्टर ! दैट इज फाइनल !
Copyright@ Bhishma Kukreti 6/10 /2014
*लेख में घटनाएँ , स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख की कथाएँ , चरित्र व्यंग्य रचने हेतु सर्वथा काल्पनिक है
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