गढ़वाळि व्यंग्यकोष -भाग -21
Garhwali Satirical Dictionary part 21
आपमा यदि तौळौ गुण छन तो अवश्य ही आप अध्यापक बणन लायक छन -
१- यदि केवल शनिवार अर स्वांरो (सोमवार ) कुण आपक ज्यु हौळ लगाणो बुल्यांद हो तो आप आज बि गढवाळौ गांवुं मास्टर बणन लैक छन।
२- यदि आपक ज्यु शनिवार से सोमवार तलक कोटद्वार या ऋषिकेश जन कस्बों माँ रौणो हो तो समझ ल्यावो आप ग्रामीण गढ़वाल का अध्यापक की गद्दी संभाळण लैक ही छंवां।
३- यदि कै बच्चा का नाकक सीम्प देखिक आपक हथों पर बच्चा तैं पिटणो खज्जी लगदी तो अवश्य ही आप पैलाक जमाना मा मास्टर रै ह्वेल्या !
४- यदि शादिका एकदम बाद आपक इच्छा अपण कज्याणि कु रिपोर्ट कार्ड बणाणो हो तो इख मा क्वी शक नी च कि आपक जनम अध्यापक हूणों कुण ही ह्वे।
५-यदि आपकी इच्छा हो कि हरेक दम्पति तैं बच्चा पैदा करण से पैल सही बच्चा पैदा करणो बान सरकारी आज्ञा लीण चयेंद तो आप कै स्कूलम अध्यापक बण ही जावा ! अबेर नि कारा !
६-यदि कै बि ब्वे -बाब तैं आपक प्रश्न पुछणो इच्छा हो - आपक बच्चा इन किलै च ?
७-रस्ता चलद कै अजाण बच्चा व्यवहार बदलणो इच्छा हो तो आप शिक्षा विभाग का लायक ही छन।
८-आप घड़ी देखिक ही हंसदा होंवा तो इन मानि ल्यावो कि आपसे बढ़िया अध्यापक यीं दुनिया मा नि ह्वे सकद।
९- आप बगैर भैर अयाँ बोलि दींदा कि आज पूर्णमासी च तो आप मास्टर ही ह्वेल्या
१०- जनि क्वी ब्वालो कि नई ट्रांसफर नीति आण वाळ च तो आपक मुखन सटाक से , फटाक से , झटाक से इ लफ्ज अफिक ऐ जावन - "सालों को देख लूंगा जो मेरी बदली करवाते "है , तो इख्मा द्वी राय नी छन कि आप ग्रामीण गढ़वाल मा अध्यापक छन।
व्यंग्य शब्दकोश जारी रहेगा ……।
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