उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Monday, August 27, 2012

अग्यार


गौं का पंदेरा मा 
पैलि
रैंदी  छै
चहल-पहल
तुरतुर्या पाणि
कसेरी-गगरी
कठवळी-तम्वळी
लगीं रैंदी छै
एक हारि पर
ननि ननि भुली
खेल्दी छै बट्टा
नना नना भुला
खेलदा छा कंचा
नैं नैं ब्वारि
लगान्दी छै
मीठी-मीठी छवीं          
 झौडी काकी
 एक छ्वाड पर बैठि
लगान्दी छै
उन्का
अब सब कुछ
बदली गे
गौं-गौं मा
भितर-भैर
पाणि का नळ
न कैका बट्टा
न कैका कंचा
न कैकि छवीं
न कैका उन्का
अर न रैगे
अब
कैकि अग्यार..
       डॉ नरेन्द्र गौनियाल ..सर्वाधिकार सुरक्षित.. narendragauniyal@gmail.com

No comments:

Post a Comment

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments