उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Monday, August 20, 2012

उमा भट्टअ गढवळि मायादार /प्रेम युक्त गजल


(Garhwali gazals, uttaraakhandi gazals, Himalyan Gazals, North Indian language Gzals, Indian languge gazals)

तुमारि नजर का हम त वां हकदार इ नि छा
भले दुनया मा हमारा कदरदार कम नि छा ।
हार मानि हमुन अपडि जिन्दगी से अफ़्वी
निथर हमारा खरीददार दुनिया म कम नि छा ।
ये ! दगड्या त्वे मिल ण से पैल मेरी दुनिया मा
यकुलास त छै पर क्वी रंज गम नि छा ।
अब रुड्यू राति बि लम्बी लगदी
त्यरा मिलण से पालि क्वी यन बात नि छै 
काटण च पड़नि कै दोषी की सिं चार
तनै त दुनिया मा हमारा तरफदार कम नि छा ।
तुमारि नजर का हम त वां हकदार इ नि छा
भले दुनया मा हमारा कदरदार कम नि छा ।

Copyright@ Uma Bhatt Rudrprayag

प्रस्तुति भीष्म कुकरेती
Garhwali gazals, uttaraakhandi gazals, Himalyan Gazals, North Indian language Gzals, Indian languge gazals series ....

No comments:

Post a Comment

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments