कैदिन
जब क्वी मन्खि
हर्चि जांदू छौ
अर
ढूंढ -खोज का बाद बि
कुछ पता
नि चल्दु छौ
तब
कुटुम्दरी का लोग
त्यलथ्वपा
करदा छया
अनुमान
लगान्दा छया
ज्यूंदु होलु कि ना
बौड़लु कि ना
आज
मनख्यात हर्चिगे
खोजि-खोजि कै बि
नि मिलदि
सांचा मन्खि
सदनि
त्यलथ्वपा कर्दिन
ईं फिकर मा कि
मनख्यात
ज्यूंदी च कि ना
मनख्यात
बौड़लि कि ना..
डॉ नरेन्द्र गौनियाल..सर्वाधिकार सुरक्षित ...narendragauniyal@gmail.com
जब क्वी मन्खि
हर्चि जांदू छौ
अर
ढूंढ -खोज का बाद बि
कुछ पता
नि चल्दु छौ
तब
कुटुम्दरी का लोग
त्यलथ्वपा
करदा छया
अनुमान
लगान्दा छया
ज्यूंदु होलु कि ना
बौड़लु कि ना
आज
मनख्यात हर्चिगे
खोजि-खोजि कै बि
नि मिलदि
सांचा मन्खि
सदनि
त्यलथ्वपा कर्दिन
ईं फिकर मा कि
मनख्यात
ज्यूंदी च कि ना
मनख्यात
बौड़लि कि ना..
डॉ नरेन्द्र गौनियाल..सर्वाधिकार सुरक्षित ...narendragauniyal@gmail.com
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