Oriental/Asian Ravanlti Folk Literature from Ravain/Rawaeen, Yamuna-Tons Valley Region, Uttarkashi, Dehradun, Garhwal -44
रवांइ, उत्तरकाशी, देहरादून गढ़वाल क्षेत्र के प्रचलित रंवाल्टी लोक गीत- 44
Translation, Interpretation by: Bhishma Kukreti
Inflation had been the problem after British rule when coins came in more practices for selling and buying. The following initiating lines of a folk song criticize inflation effectively.
मंहगाई पर कटाक्ष के लोक गीत
(सन्दर्भ: मूल -डा. जगदीश 'जग्गू' नौडियाल)
( इंटरनेट प्रस्तुति एवं अतिरिक्त व्याखा - भीष्म कुकरेती )
रूप्या पाथों चौंळ ह्वेगी गेंहूँ की नि दाणी जी,
पांच पांच सौ का भैंस ह्वेन दूध की नि माणी जी I
भैंस का मोल गौड़ा ह्वेगीन गौड़ा मोल बखरा जी,
सौदा खाणक पैसा नीन कनि होई बकरी जी I
Now rupee a kilo is rice grain.
Now, I don’t have a wheat grain.
Now, Buffalo is five hundred rupees per buffalo
Now, there is guarantee of milk from buffalo
Now, Cows are available at the buffalo price of yesterday.
Now, goats are available at the cow price of yesterday.
Copyright Interpretation, @ Bhishma Kukreti 20/7/2013
References:
Dr Jagdish Prasad ‘Jaggu’ Naudiyal, 2011, Uttarakhand ki Sanskritik Dharohar
Oriental/Asian Folk Literature from Ravain/Rawaeen, Yamuna-Tons Valley Region, Uttarkashi, Dehradun, Garhwal to be continued …45
( रवांइ क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; हर की दून, रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; जानकी चट्टी, रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; फुल चट्टी , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; मोरी रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; पुजेली , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; पुरोला , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; बनाल पट्टी ,रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषाजागर, लोक गीत ; राढ़ी डांडा, रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ;यमुनोत्री , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; हनुमान चट्टी , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; खरसाली रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; गंगनाणी , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; बडकोट , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; नौगाँव , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; आराकोट , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; जर्मोला धार रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ;लाखामंडल, रवांइ -देहरादून क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ;चकरौता रवांइ -देहरादून क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ;अनहोल रवांइ -देहरादून क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; त्यूणी रवांइ -देहरादून क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत श्रृखला जारी)
Notes on Ranvanlti Folk Song Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Arakot Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Tyuni Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Anhol Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Har ki Dun Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Naitwad Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Mori Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Jarmola Dhar Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Ringali danda Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Purola Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Lakhamadnal Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Naugaon Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Gangnani Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Hanuman Chatti Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Ful Chatti Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Janki Chatti Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Kharsali Garhwal Criticizing Inflation; Ranvanlti Folk Song from Yamunotri Garhwal Criticizing Inflation;
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