Oriental/Asian Ravanlti Folk Literature from Ravain/Rawaeen, Yamuna-Tons Valley Region, Uttarkashi, Dehradun, Garhwal -387
रवांइ, उत्तरकाशी , देहरादून गढ़वाल क्षेत्र के प्रचलित रंवाल्टी लोक गीत- 38
Translation, Interpretation by: Bhishma Kukreti
The following Ravanlti language ‘chhode’ describes death in different style.
Death is sure. However, death of mother of child and death of wife of young man are terrible.
The widow has to spend her life in terrible conditions.
रवांइ, उत्तरकाशी , देहरादून गढ़वाल क्षेत्र के प्रचलित रंवाल्टी लोक गीत- 38
मृत्यु संबंधी कुछ रवाँल्टी छोड़े ( लोक गीत)
(सन्दर्भ: महावीर रंवाल्टा, 2011, उत्तराखंड में रंवाइ क्षेत्र के लोक साहित्य की मौखिक परंपरा, उदगाता )
( इंटरनेट प्रस्तुति एवं अतिरिक्त व्याखा - भीष्म कुकरेती )
मृत्यु (Death)
मृत्यु संबंधी कुछ रवाँल्टी छोड़े ( लोक गीत)
(सन्दर्भ: महावीर रंवाल्टा, 2011, उत्तराखंड में रंवाइ क्षेत्र के लोक साहित्य की मौखिक परंपरा, उदगाता )
( इंटरनेट प्रस्तुति एवं अतिरिक्त व्याखा - भीष्म कुकरेती )
मृत्यु (Death)
एक न मर्यां बाल की बुई एक न मर्याँ तरुणा की जई बालु रूं खोली तरुणों रूं सासुरी सोई
It is terrible when mother of child dies
It is terrible when wife of young man dies
Child cries by opening mouth
Young man spends night in pain of separation
विधुर/विधवा विलाप (Pain of Widow)
उदंत बोलौं गंगाड़ हाथी गाड़ी पाथी ज्यूंक मरौं बौरील कसी बितांदल राती।
How would widow spend her life ?
Copyright Interpretation, @ Bhishma Kukreti 15/7/2013
References:
Ranvalta, Mahaveer. 2011, Uttarakhand me Ravain Kshetr ke Lok Sahitya ki Maukhik Parmapara, Udgata, page 48-56
Oriental/Asian Folk Literature from Ravain/Rawaeen, Yamuna-Tons Valley Region, Uttarkashi, Dehradun, Garhwal to be continued …39
( रवांइ क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; हर की दून, रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; जानकी चट्टी, रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; फुल चट्टी , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; मोरी रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; पुजेली , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; पुरोला , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; बनाल पट्टी ,रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषाजागर, लोक गीत ; राढ़ी डांडा, रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ;यमुनोत्री , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; हनुमान चट्टी , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; खरसाली रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; गंगनाणी , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; बडकोट , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; नौगाँव , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; आराकोट , रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; जर्मोला धार रवांइ -उत्तरकाशी क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ;लाखामंडल, रवांइ -देहरादून क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ;चकरौता रवांइ -देहरादून क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ;अनहोल रवांइ -देहरादून क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत ; त्यूणी रवांइ -देहरादून क्षेत्र के रंवाल्टी भाषा जागर, लोक गीत श्रृखला जारी)
No comments:
Post a Comment
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments