विचार -विमर्श -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
म्वळकीड़ु (मोळ कीड़ु )- ये भै क्वाच रै ? तू अट्टा छे कि चिंचुड़ छे ?
चिंचुड़ (अट्टा )- अरे मि कुछ दिन पैल चिंचुड़ से गौड़ी खून पेक बड़ो अट्टा बौण गे छौ।
म्वळकीड़ु-ह्यां पर तु ना त चिंचुड़ो गाणी (शरीर ) मा छे अर ना ही अट्टा की शकल मा छे। कुछ अजीब पितक्यूँ -पिचक्यूं सि कनफणि सि शकलौ कीड़ु सि दिखेणु छे।
चिंचुड़ (अट्टा )- हाँ बोली लेदि , मजाक उड़ै लेदि। जब मैनो तलक भूकि रैलि त तब पता चौलल कि निखालिस अट्टा से अजीब पितक्यूँ -पिचक्यूं सि कनफणि सि शकलौ कीड़ु कनकै बौण !
म्वळकीड़ु-ह्यां रुस्याणु किलै छे। मीन त भौत मैना पैलि अट्टाऊँ तैं देखि छौ त निलण अर कुछ कुछ लल्यण -भूरिण रंगक अट्टा देखि छौ अर त्यार रंग अब कल्यण सि हुयुं च।
चिंचुड़ (अट्टा )- ह्यां मि तैं त तू पुछणी छे। इन बतादि कि तू कु छे ?
म्वळकीड़ु-मि म्वळकीड़ु याने गोबर मा पैदा हूण वाळ मनिखों लाभकारी कीड़ु छौ।
चिंचुड़ (अट्टा )- हा -हा -हा ! म्वळकीड़ु! सरासर झूट !
म्वळकीड़ु-ये तू इथगा जोर से किलै हंसणु छे ? साला मीन प्रधान मंत्री मनमोहन सिंगौक क्वी जोक सुणै जु तू इथगा जोर से अट्टहास करणु छे ?
चिंचुड़ (अट्टा )- हा -हा -हा ! हंसणो बात च। एक किदलु से बि जयुं बित्युं कळसणु सि रंगक कीड़ु ब्वाल कि मि म्वळकीडु छौं त हंसण नी च त क्या करण ?
म्वळकीड़ु-अरे मि सचमुच मा म्वळकीड़ु छौं।
चिंचुड़ (अट्टा )- चल झूट नि बोल म्वळकीड़ु त सफेद -कुछ कुछ पीलु रंगक म्वाट सि कीड़ु हूंद। त्यार तरां चिपक्युं कीड़ थुका म्वळकीड़ु हूंद।
म्वळकीड़ु-अरे सचमुच मा मि म्वळकीड़ु छौं।
चिंचुड़ (अट्टा )- फिर झूट ! जब मि अपण गुस्याणि गौड़ी काँध मा लटलुं बीच रौंद छौ त मि रोज म्वळकीडु दिखद छौ।
म्वळकीड़ु-अरे जब ये गढ़वाल बिटेन मोळ ही हर्चि जाल तो मीन भूकन इन कमजोर नि हूण ? मैंनो भूक रैली ना त तब पता चौलल कि म्वळकीड़ो इथगा बुरी हालात किलै हूंद ?
चिंचुड़ (अट्टा )- अरे मी बि त मैंनो से भूक छौं। जब ये गढ़वाल बिटेन गोर -भैंस -ढिबर -बखर सब निबटी गेन त हम चिंचुड़ भूकि छंवां अर अब हमन त अट्टा बणणो आस ही छोड़ याल।
म्वळकीड़ु-ये मेरि ब्वे त्यार हाल बि म्यार इ तरां च ?
चिंचुड़ (अट्टा )- हाँ !
म्वळकीड़ु-जब ये गढ़वाल मा गोर भैंस-ढिबर -बखर हूंद छौ त खूब मोळ हूंद छौ अर हम मोळ कीड़ूं पौबारा हूंद छौ। गुठ्यारम खूब मोळ हूंद छौ अर हम सैकड़ों की तादाद मा हूंद छा अर खर -पतवार याने वीड्स खैक मौज मस्ती से जिंदगी का मजा लींद छा।
चिंचुड़ (अट्टा )- अरे जब गढ़वाल मा गोर -बछर -भैंस -ढिबर -बखर हूंद छा तो हम चिंचुड़ -अट्टों बि मजा हूंद छा अर हम गोरुं लटल तौळ रैक जिंदगी का आनंद लींद छा।
म्वळकीड़ु-इ राम दा ! अर अब ? सि छै मैना पैल ये गां मा एक गौड़ी छे , स्या बि वै परिवरन बेचीं दे। अर अब जब गौं मा मोळ हि नी रयुं च त हमर मरणो दिन ऐ गेन। गढ़वाळम गोर बखर नि हूण से हमर जनरेसन ही खतम हूण वाळ च ।
चिंचुड़ (अट्टा )- यी हाल हमर छन। जब गढ़वाळम गोर -बछर ही नि छन तो हम त बेसहारा ह्वे गेवां अर हमर स्पेसिेज ही खतरा मा पोड़ि गे।
म्वळकीड़ु-ये ये ! लुक जा !
चिंचुड़ (अट्टा )- ह्यां क्या ह्वाइ ?
म्वळकीड़ु-सि देख करैं याने टिटहरी की आवाज आणा छन।
चिंचुड़ (अट्टा )- अरे हाँ हम अट्टों क जानी दुश्मन Red -Wattled -Lapwing की करै करैं की आवाज आणि च।
म्वळकीड़ु-पर इन लगणु च जन कि यी जीवन -मृत्यु का द्वार पर खड़ा छन. लुक जा हाँ ! सुणदा छंवां कि यी टिटहरी याने करैं क्या बात करणा छन धौं !
चिंचुड़ (अट्टा )- मी बि लुक ग्यों अर हाँ हाँ ! सुणदा छंवां कि यी द्वी करै क्या क्या बात करणा छन धौं !
एक करैं - ये ब्वै ! इखमी बैठ्या रौला। में से एक इंच बि नि उड्याणु च।
हैंक करैं - बुबा ! में से बि कख उड़्याणु च। मि त भगवान से प्रार्थना करणु छौं कि मेकुण मौत ऐ जैन पर मि त त्यार वजै से ज़िंदा रौण चाँद। बस एक दै त्वै तैं नजीबाबाद पंहुचै द्यूं तो मि चैन से मोर जौलु।
एक करैं -माँ ! हम नजीबाबाद जिना किलै जाणा छंवां ?
हैंक करैं -बुबा इख गढवाळम ना त मनिख रै गेन अर मनिख रयां बि छन तो मनिखोंन गोर भैंस पाळण बंद करी देन।
एक करैं -ये ब्वे ! मनिखोंक हम टिटहर्युं की जिंदगी से क्या संबंध ?
हैंक करैं -बेटा ! हमर रहन -सहन, खाण -पीण सब मनिखों रहन सहन से जुड्युं च। जब गढवाळम मनिख नि रै गेन तो हम बि ज़िंदा नि रै सकदवां।
एक करैं -जन कि ?
हैंक करैं -जन कि क्या ! देख ना साल भर मा हम तैं एक न एक दैं चिंचुड़ -अट्टा अर म्वळ कीड़ अवश्य चयांद किन्तु जब गढवाळम गोर इ नि रयाँ छन तो हमारी खुराक ही खतम ह्वे गे अर हमर जनरेसन ही निबटण पर ऐ गे।
एक करैं -पर वाइल्ड लाइफ असोसिएसन वाळ त घ्याळ लगाणा छन कि Save Red -Wattled -Lapwing, टिटहरियों को बचाओ , टिटहरियों को बचाओ !
हैंक करैं - बुबा ! वाइल्ड लाइफ असोसिएसन वाळचिल्लाणा छन पर जब गढ़वाळ मा मनिख अर गोर -भैंस इ नि राल तो हम टिटहरी बि ज़िंदा नि रै सकदा।
एक करैं - तो तबि तू मि तैं नजीबाबाद जिना लिजाणी छे ?
हैंक करैं - हाँ ऊख मैदानु मा लोग बि छन अर गोर -भैंस -बखर बि छन तो हमर रौणो इंतजाम ह्वे जाल।
एक करैं - त चल धीरे धीरे करिक उड़दा अर नजीबाबाद पौंछदा। अपण स्पेसिज बचाणो कर्तव्य त निभाण इ च
हैंक करैं - हाँ चल कै बि तरां से नजीबाबाद पौंछे जाव। चल उड़ नजीबाबाद जिना उड़।
म्वळकीड़ु-ले हमर दुस्मनो का बि वी हाल छन जु हमर छन। हमर खुराक गोरुं पर निर्भर च अर टिटहर्युं खुराक हम पर।
चिंचुड़ (अट्टा )- जब गोर नि छन तो हम ज़िंदा नि रै सकदा अर हम ज़िंदा नि छंवां तो टिटहरी ज़िंदा नि रै सकदान।
म्वळकीड़ु-अब क्या करे जावु ?
चिंचुड़ (अट्टा )- चल हम बि नजीबाबाद जीना चलदवां। हमर पैलो कर्तव्य च कि अपण जनरेसन बचाये जाव। अर जब पलायन ही जिंदगी बचाणो विकल्प ह्वावो तो पलायन करण चयेंद।
म्वळकीड़ु-चल। जब पलायन जरूरी च तो चल। Copyright@ Bhishma Kukreti 8/5//2014
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